UP News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित उदय प्रताप कॉलेज में एक मस्जिद को हटाने की मांग उठी है। कॉलेज परिसर में स्थित इस मस्जिद को लेकर हाल ही में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि मस्जिद कॉलेज के वातावरण और शैक्षिक गतिविधियों में बाधा डाल रही है, और इसको हटाए जाने की मांग की जा रही है। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि इस मस्जिद का स्थान कॉलेज परिसर में अनुकूल नहीं है, जबकि अन्य छात्र इस मस्जिद को एक धार्मिक स्थल के रूप में देखते
मस्जिद के आसपास बढ़ा तनाव
प्रदर्शन के दौरान छात्र “जय श्री राम” के नारे लगा रहे थे और भगवा झंडा लहरा रहे थे। वे कॉलेज गेट पर इकट्ठा हुए थे और मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले छात्रों को लेकर विरोध कर रहे थे। इस बीच, कुछ छात्रों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया, जिससे स्थिति और तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने गेट पर तैनाती बढ़ा दी और छात्रों को परिसर में प्रवेश से रोका, जिससे कुछ झड़पें भी हुईं।
छात्र नेताओं का आरोप
छात्र नेता विवेकानंद सिंह ने कहा कि मस्जिद वक्फ बोर्ड की संपत्ति नहीं है और इस ढांचे को हटाया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मस्जिद में नमाज जारी रहती है तो वे भी हनुमान चालीसा का पाठ कर इसका जवाब देंगे। UP News
पुलिस ने की स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश
कैंट पुलिस के एसीपी विदुष सक्सेना ने कहा कि कुछ छात्रों ने अपनी चिंता व्यक्त की थी, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। पुलिस ने मामले को शांत किया और कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों की पहचान की गई है, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद, पुलिस ने बाहरी छात्रों की एंट्री पर रोक लगा दी और केवल आईडी वाले छात्रों को प्रवेश दिया।
नमाज के दौरान हनुमान चालीसा का पाठ
मंगलवार को मस्जिद में चल रही नमाज के दौरान कुछ छात्रों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस घटना के बाद सात छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया था। इसके बाद, छात्र संघ ने एक 11-सूत्रीय पत्र वक्फ बोर्ड को भेजा, जिसमें मस्जिद के मालिकाना हक और स्थिति पर 15 दिनों में जवाब मांगा गया है। UP News
वक्फ बोर्ड का स्पष्टीकरण
अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के जॉइंट सेक्रेटरी मोहम्मद यासीन ने कहा कि 2018 में जारी किया गया नोटिस 18 जनवरी 2021 को रद्द कर दिया गया था, और इसलिए ताजा विवाद का कोई आधार नहीं है। हिंदू पक्ष के छात्रों का कहना है कि मस्जिद में बाहरी लोग भी नमाज पढ़ने आते हैं, जिससे उन्हें परिसर में अनधिकृत प्रवेश का डर है। इस मुद्दे को लेकर कॉलेज प्रशासन ने आईडी वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू की है और पुलिस को चौकस किया है ताकि कोई और विवाद न पैदा हो सके।