Meat Business Will Closed, यूपी के इस जिले में प्राण प्रतिष्ठा के दिन बंद रहेंगी दुकानें

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Ram Mandir Ayodhya
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:30 AM
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Meat Business Will Closed: इस समय देशभर में राममय माहौल बना हुआ है। चारों ओर लोग भगवान राम के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। हर कोई बड़ी बेसब्री से 22 जनवरी की प्रतीक्षा कर रहा है। इस दिन के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं। इसी सिलसिले में यूपी की राजधानी लखनऊ के मीट कारोबार से जुड़े लोगों ने 22 जनवरी को अपना व्यापार बंद रखने का निर्णय किया है।

लखनऊ में प्राण प्रतिष्ठा के दिन बंद रहेंगी मीट की दुकानें, Meat Business Will Closed

अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए लखनऊ मीट कारोबारियों ने इस दिन अपना कारोबार बंद रखने का निर्णय लिया है। मीट कारोबारियों ने इस संबंध में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मुलाक़ात कर, उनको एक ज्ञापन सौंपकर उन्हें अपने इस फैसले की जानकारी दी गई। आल इंडिया जमीयतुल कुरैश ने फैसला किया है कि '22 जनवरी को मीट व्यवसाय को बंद रखा जाएगा।' इस संबंध में सोमवार को संगठन के पदाधिकारियों ने उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मिलकर उन्हें इस बारे में एक पत्र भी सौंपा।

Meat Business Will Closed: संगठन के राष्ट्रीय सचिव शहाबुद्दीन कुरैशी ने दी ये जानकारी

ऑल इंडिया जमीयतुल कुरैश के राष्ट्रीय सचिव शहाबुद्दीन कुरैशी ने उप मुख्यमंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में कहा है कि "हम सभी लोग अवधवासी हैं। अवध क्षेत्र अयोध्या के श्रीराम मंदिर में श्रीराम जी की प्राण प्रतिष्ठा में सद्भावना बनाये रखते हुए सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया है कि दिनांक 22 जनवरी 2024 को बिल्लौचपुरा, सदर कैंट, फतेहगंज, लाटूश रोड लखनऊ के समस्त मीट व्यवसायी अपना कारोबार बंद रखेंगे।"

देश के कई अन्य क्षेत्रों में भी लिया जा चुका है इसी तरह का निर्णय

लखनऊ से पहले देश के कई अन्य क्षेत्रो के लोग भी इसी तरह का निर्णय ले चुके हैं। कई जगह सरकारों ने भी 22 जनवरी को मीट और शराब की दुकानें बंद करने का निर्णय किया है। जिनमें जयपुर, छत्तीसगढ़ आदि कई अन्य क्षेत्र शामिल हैं। इसके अलावा इस दिन देशभर में विशेष पूजा-अर्चना भी की जाएगी। शाम के शमय दीप और लाइटें जलाकर दूसरी दीपावली भी मनाई जाएगी। इस दिन देशभर में कई प्रकार के विशेष आयोजन भी किए जाएंगे।

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साइको शायर की कविता "राम" ने मचा दिया है तूफान, नहीं सुनी तो अब सुन लो

साइको शायर की कविता "राम" ने मचा दिया है तूफान, नहीं सुनी तो अब सुन लो
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Jan 2024 08:45 PM
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Psycho Shayar : सैकड़ों सालों के संघर्ष के बाद भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर बन गया है। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा तो 22 जनवरी 2024 को होगी, किन्तु राम की प्रतिष्ठा तो युगों-युगों से स्थापित है। ऐसे में भगवान श्रीराम के ऊपर लिखी गई साइको शायर के नाम से मशहूर एक कविता ने सोशल मीडिया पर तूफान खड़ा कर दिया है। इससे पहले कि हम इस कविता तथा कवि के विषय में आपको बताएं नीचे दिए गए यू-ट्यूब के लिंक को खोलकर उस कविता को आप भी सुन लो...

Psycho Shayar

कौन है साइको शायर

अब बात करते हैं तूफान मचाने वाली इस कविता तथा कविता के बारे में। यह पूरी कविता नीचे पढ़ लीजिए। भगवान श्री राम के लिए कही गई यह कविता वायरल हो रही है। इस कविता को लिखा और सुनाया है साइको शायर ने। साइको शायर का असली नाम अभिजीत बालकृष्ण मुंडे है। महाराष्ट्र के मराठवाड़े इलाके के अंबाजोगी गांव के रहने वाले अभिजीत बचपन से ही कला के प्रति आकर्षित थे। अभिजीत ने सरकारी कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इस दौरान वें कविता लिखने लगे।

जैसा कि आजकल अधिकतर देखने को मिलता है कि कोई कॉमेडी कर रहा है तो वह शायरी भी कर रहा है। वैसे ही अभिजीत बालकृष्ण मुंडे मराठी में स्टैंड अप कॉमेडी भी करते हैं और कविताएं भी लिख रहे हैं। अपनी कविताओं के कारण उनको साइको शायर उपनाम मिला है।

कविता ‘‘राम’’

अब उस कविता के बारे में भी जानते हैं। जो कि सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। अभिजीत इस कविता को शुरू करने से पहले कहते हैं, राम लिखते ही पढ़ते ही सुनते ही देखते ही देखते ही मन में जो पहले विचार आता है उसे बांधकर रख लीजिए पूछूंगा। इसके बाद वह गिनती गिनना शुरू कर देता है। वह 1 से 9 तक गिनते-गिनते रुक जाते हैं। इसके बाद शुरू होती है कविता। कविता इस प्रकार है-

‘‘राम’’ हाथ काट कर रख दूंगा ये नाम समझ आ जाए तो कितनी दिक्कत होगी पता है राम समझ आ जाए तो

राम राम तो कह लोगे पर राम सा दुख भी सहना होगा पहली चुनौती ये होगी कि मर्यादा में रहना होगा

और मर्यादा में रहना मतलब कुछ खास नहीं कर जाना है.. बस.. बस त्याग को गले लगाना है और अहंकार जलाना है

अब अपने रामलला के खातिर इतना ना कर पाओगे अरे शबरी का झूठा खाओगे तो पुरुषोत्तम कहलाओगे

काम क्रोध के भीतर रहकर तुमको शीतल बनाना होगा बुद्ध भी जिसकी छांव में बैठे वैसा पीपल बनाना होगा बनना होगा ये सब कुछ और वो भी शून्य में रहकर प्यारे तब ही तुमको पता चलेगा.. थे कितने अद्भुत राम हमारे

सोच रहे हो कौन हूं मै,? चलो.. बता ही देता हूं तुमने ही तो नाम दिया था मैं.. पागल कहलाता हूं नया नया हूं यहां पे तो ना पहले किसी को देखा है वैसे तो हूं त्रेता से.. मुझे किसने कलयुग भेजा है

भई बात वहां तक फैल गई है की यहां कुछ तो मंगल होने को है कि भरत से भारत हुए राज में सुना है राम जी आने को हैं

बड़े भाग्यशाली हो तुम सब नहीं, वहां पे सब यहीं कहते है के हम तो रामराज में रहते थे.. पर इन सब में राम रहते है

यानी.. तुम सब में राम का अंश छुपा है.? नहीं मतलब वो.. तुम में आते है रहने

सच है या फिर गलत खबर गर सच ही है तो क्या कहने

तो सब को राम पता ही होगा घर के बड़ों ने बताया होगा..

तो बताओ.. बताओ फिर कि क्या है राम बताओ फिर कि क्या है राम.. बताओ

अरे पता है तुमको क्या है राम.. या बस हाथ धनुष तर्कश में बाण.. या बन में जिन्होंने किया गुजारा या फिर कैसे रावण मारा लक्ष्मण जिनको कहते भैया जिनकी पत्नी सीता मैया फिर ये तो हो गई वो ही कहानी एक था राजा एक थी रानी क्या सच में तुमको राम पता है या वो भी आकर हम बताएं?

बड़े दिनों से हूं यहां पर.. सबकुछ देख रहा हूं कब से प्रभु से मिलने आया था मै.. उन्हें छोड़ कर मिला हूं सब से एक बात कहूं गर बुरा ना मानो नहीं तुम तुरंत ही क्रोधित हो जाते हो पूरी बात तो सुनते भी नहीं.. सीधे घर पर आ जाते हो

ये तुम लोगों के.. नाम जपो में.. पहले सा आराम नहीं

ये तुम लोगों के.. नाम जपो में..पहले सा आराम नहीं इस जबरदस्ती के जय श्री राम में सब कुछ है.. बस राम नहीं !

ये राजनीति का दाया बायां जितना मर्ज़ी खेलो तुम ( दाया बायां.. अरे दाया बायां..? ये तुम्हारी वर्तमान प्रादेशिक भाषा में क्या कहते है उसे..? हां.. वो.. लेफ्ट एंड राइट)

ये राजनीति का दाया बायां जितना मर्जी खेलो तुम चेतावनी को लेकिन मेरी अपने जहन में डालो तुम निजी स्वार्थ के खातिर गर कोई राम नाम को गाता हो तो खबरदार गर जुर्रत की.. और मेरे राम को बांटा तो

भारत भू का कवि हूं मैं.. तभी निडर हो कहता हूं राम है मेरी हर रचना में मै बजरंग में रहता हूं भारत की नीव है कविताएं और सत्य हमारी बातों में तभी कलम हमारी तीखी और.. साहित्य.. हमारे हाथों में!

तो सोच समझ कर राम कहो तुम ये बस आतिश का नारा नहीं जब तक राम हृदय में नहीं.. तुम ने राम पुकारा नहीं

राम- कृष्ण की प्रतिभा पर पहले भी खड़े सवाल हुए ये लंका और ये कुरुक्षेत्र.. यूं ही नहीं थे लाल हुए

अरे प्रसन्न हंसना भी है और पल पल रोना भी है राम सब कुछ पाना भी है और सब पा कर खोना भी है राम ब्रम्हा जी के कुल से होकर जो जंगल में सोए हो जो अपनी जीत का हर्ष छोड़ रावण की मौत पे रोए हो शिव जी जिनकी सेवा खातिर मारूत रूप में आ जाए शेषनाग खुद लक्ष्मण बनकर जिनके रक्षक हो जाए और तुम लोभ क्रोध अहंकार छल कपट सीने से लगा कर सो जाओगे? तो कैसे भक्त बनोगे उनके? कैसे राम समझ पाओगे? अघोर क्या है पता नहीं और शिव जी का वरदान चाहिए ब्रम्हचर्य का इल्म नहीं.. इन्हे भक्त स्वरूप हनुमान चाहिए भगवा क्या है क्या ही पता लहराना सब को होता है पर भगवा क्या है वो जाने जो भगवा ओढ़ के सोता है

राम से मिलना.. राम से मिलना.. राम से मिलना है ना तुमको..? निश्चित मंदिर जाना होगा! पर उस से पहले भीतर जा संग अपने राम को लाना होगा

जय सिया राम और हां.. अवधपुरी का उत्सव है कोई कसर नहीं.. सब खूब मनाना मेरे प्रभु है आने वाले रथ को उनके खूब सजाना

वो.. द्वापर में कोई राह तके है मुझे उनको लेने जाना है चलिए तो फिर मिलते है, हमें भी अयोध्या आना है.

आपका नाम बनाता है सारे बिगड़े काम, जानिए कैसे ?

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IAS तथा IPS बनने में सबसे अधिक मदद करते हैं 6 सब्जेक्ट

IAS तथा IPS बनने में सबसे अधिक मदद करते हैं 6 सब्जेक्ट
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:54 AM
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UPSC Civil Services Exam: : भारत में IAS तथा IPS अधिकारी सबसे शक्तिशाली होते हैं। IAS तथा IPS अधिकारी ही भारत की पूरी सत्ता (सरकार) व्यवस्था को चलाते हैं। यही कारण है कि बड़ी संख्या में युवा IAS तथा IPS बनने का सपना देखते हैं। आज हम आपको बताएंगे IAS तथा IPS बनने के लिए आपकी मदद करने वाले सब्जेक्ट (विषय) के बारे में।

UPSC Civil Services Exam

सबसे प्रतिष्ठित नौकरी है IAS तथा IPS की

आपको पता है कि भारत में IAS तथा IPS की नौकरी सबसे प्रतिष्ठित नौकरी मानी जाती है। IAS तथा IPS बनने के लिए भारत की सबसे कठिन परीक्षा UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा पास करनी पड़ती है। इस परीक्षा को देने के लिए किसी खास डिग्री की आवश्यकता नहीं पडती है। UPSC की परीक्षा देने के लिए भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थान से ग्रेजेुएट (स्नातक) होना ही काफी होता है। सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि IAS तथा IPS बनने के लिए ग्रेजेएशन (स्नातक) में किस सब्जेक्ट की पढ़ाई करने से फायदा होता है। यानि UPSC की परीक्षा पास करके IAS तथा IPS बनना है तो कौन-कौन से सब्जेक्ट (विषय) पढऩे चाहिए। हम आपको बता रहे हैं कि UPSC की परीक्षा पास करने के लिए पढ़े जाने वाले जरूरी विषयों के बारे में।

यें 6 सब्जेक्ट बना सकते हैं आपको IAS तथा IPS

आपको पता है कि ग्रेजेएशन के दौरान छात्रों के पास किन्हीं 3 सब्जेक्ट (विषय) को चुनने की छूट होती है। यदि आपको IAS तथा IPS बनना है तो आपको ग्रेजुएशन में राजनैतिक विज्ञान (Political science), अर्थ शास्त्र (Economy) तथा सामाजिक विज्ञान (social science) का मैच बनाकर पढ़ाई करें। इन तीनों को नहीं पढऩा चाहते हैं तो इतिहास (History), भूगोल (Geography) तथा कानून की पढ़ाई करें। जो तीन सब्जेक्ट आपने ग्रेजुएशन में लिए हैं। उन तीन के अलावा बचे तीन सब्जेक्ट को आप निजी तौर पर बढ़ते रहें।

राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, सामाजिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल तथा कानून ऐसे विषय हैं जो UPSC की परीक्षा को आसानी से पास करा देंगे। ये विषय उम्मीदवारों को एक मजबूत अकादमिक पृष्ठभूमि प्रदान करते हैं, जो UPSC सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने में मददगार होता है।

अपनी क्षमता को समझें

  1. UPSC सिविल सेवा परीक्षा एक मुश्किल परीक्षा है। इस परीक्षा में सफल होने के लिए उम्मीदवारों को अपने सभी विषयों में मजबूत होना चाहिए। इसलिए, अपनी योग्यता और रुचियों का आकलन करना महत्वपूर्ण है। साथ ही अपनी क्षमता को समझना भी जरूरी है कि आप कितनी मेहनत से पढ़ाई कर सकते हैं।
  2. UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए एक अच्छी अध्ययन योजना आवश्यक है। इस योजना में आपको अपने अध्ययन के लक्ष्य, समय सीमा और अध्ययन के तरीके को शामिल करना चाहिए।
  3. आपके मित्रों की टीम UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में मददगार हो सकती है। इस टीम में आप अपने साथियों से विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं और अपनी तैयारी में सुधार कर सकते हैं।

डाक्टर पति के साथ रात में सोने को तड़प रही है पत्नी, लेकिन पति सोता है अपनी मां के पास

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