ऐसे खिलाड़ी को कैसे छोड़ सकते हैं? गांगुली का शमी के समर्थन में बड़ा बयान
शमी ने इस सीजन में 91 ओवर फेंककर 15 विकेट झटके है। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि वह पूरी लय में हैं। विश्व कप 2023 के बाद टखने की सर्जरी से लौटे शमी ने जिस आत्मविश्वास के

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने एक बार फिर चयनकर्ताओं को आइना दिखा दिया है। गांगुली ने साफ कहा कि मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज को टीम इंडिया से बाहर रखना समझ से परे है। उनके मुताबिक, शमी न केवल फिट हैं बल्कि अब भी उसी धार और रफ्तार के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं, जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे घातक तेज गेंदबाजों की कतार में खड़ा किया था। गांगुली का दो-टूक कहना है - “ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि शमी को तीनों प्रारूपों में तुरंत मौका न मिले।
शमी वही पुराने शमी हैं - गांगुली
सौरव गांगुली ने मोहम्मद शमी की हालिया गेंदबाजी की खुलकर तारीफ करते हुए कहा कि “शमी इस वक्त अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं।” उन्होंने याद दिलाया कि रणजी ट्रॉफी में शमी ने सिर्फ तीन मैचों में बंगाल की जीत की नींव रख दी, जहां उनकी गेंदबाजी ने विरोधियों की कमर तोड़ दी। शमी ने इस सीजन में 91 ओवर फेंककर 15 विकेट झटके है। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि वह पूरी लय में हैं। विश्व कप 2023 के बाद टखने की सर्जरी से लौटे शमी ने जिस आत्मविश्वास के साथ मैदान पर वापसी की है, उसने साबित कर दिया कि फिटनेस और फॉर्म दोनों मोर्चों पर वह अब भी नंबर वन हैं।
चयन पर सवाल
सौरव गांगुली ने चयनकर्ताओं पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा कि “जब फिटनेस और फॉर्म दोनों मौजूद हैं, तो शमी जैसे गेंदबाज को टीम से बाहर रखने की क्या मजबूरी है?” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे अनुभवी खिलाड़ी को दरकिनार करना भारतीय गेंदबाजी की ताकत को खुद कमजोर करना है। गांगुली का मानना है कि टेस्ट हो या टी20, शमी हर प्रारूप में टीम इंडिया के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि चयन समिति निश्चित तौर पर शमी की फिटनेस और प्रदर्शन पर नजर बनाए हुए होगी, लेकिन यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि उस निगाह को “सिर्फ देखना नहीं, मानना भी चाहिए। गांगुली ने मौजूदा तेज गेंदबाजों प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप की तारीफ जरूर की, लेकिन साफ कहा कि अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता। उनके शब्दों में युवा तेज गेंदबाज अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन शमी जैसा तजुर्बा मैदान पर फर्क पैदा करता है। बड़े मैचों में वही खिलाड़ी काम आता है जो दबाव में शांत रहे और शमी इस कला में माहिर हैं।
ध्रुव जुरेल को भी दी सलाह
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार से ईडन गार्डन्स में शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर बोलते हुए गांगुली ने ध्रुव जुरेल को प्लेइंग इलेवन में मौका देने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि जुरेल की बल्लेबाजी क्षमता उन्हें एक मजबूत विकल्प बनाती है। गांगुली ने कहा - जुरेल को उनकी बैटिंग के दम पर जगह मिलनी चाहिए। नंबर 3 पर उन्हें आजमाया जा सकता है, जहां इस समय साई सुदर्शन खेल रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने एक बार फिर चयनकर्ताओं को आइना दिखा दिया है। गांगुली ने साफ कहा कि मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज को टीम इंडिया से बाहर रखना समझ से परे है। उनके मुताबिक, शमी न केवल फिट हैं बल्कि अब भी उसी धार और रफ्तार के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं, जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे घातक तेज गेंदबाजों की कतार में खड़ा किया था। गांगुली का दो-टूक कहना है - “ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि शमी को तीनों प्रारूपों में तुरंत मौका न मिले।
शमी वही पुराने शमी हैं - गांगुली
सौरव गांगुली ने मोहम्मद शमी की हालिया गेंदबाजी की खुलकर तारीफ करते हुए कहा कि “शमी इस वक्त अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं।” उन्होंने याद दिलाया कि रणजी ट्रॉफी में शमी ने सिर्फ तीन मैचों में बंगाल की जीत की नींव रख दी, जहां उनकी गेंदबाजी ने विरोधियों की कमर तोड़ दी। शमी ने इस सीजन में 91 ओवर फेंककर 15 विकेट झटके है। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि वह पूरी लय में हैं। विश्व कप 2023 के बाद टखने की सर्जरी से लौटे शमी ने जिस आत्मविश्वास के साथ मैदान पर वापसी की है, उसने साबित कर दिया कि फिटनेस और फॉर्म दोनों मोर्चों पर वह अब भी नंबर वन हैं।
चयन पर सवाल
सौरव गांगुली ने चयनकर्ताओं पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा कि “जब फिटनेस और फॉर्म दोनों मौजूद हैं, तो शमी जैसे गेंदबाज को टीम से बाहर रखने की क्या मजबूरी है?” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे अनुभवी खिलाड़ी को दरकिनार करना भारतीय गेंदबाजी की ताकत को खुद कमजोर करना है। गांगुली का मानना है कि टेस्ट हो या टी20, शमी हर प्रारूप में टीम इंडिया के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि चयन समिति निश्चित तौर पर शमी की फिटनेस और प्रदर्शन पर नजर बनाए हुए होगी, लेकिन यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि उस निगाह को “सिर्फ देखना नहीं, मानना भी चाहिए। गांगुली ने मौजूदा तेज गेंदबाजों प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप की तारीफ जरूर की, लेकिन साफ कहा कि अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता। उनके शब्दों में युवा तेज गेंदबाज अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन शमी जैसा तजुर्बा मैदान पर फर्क पैदा करता है। बड़े मैचों में वही खिलाड़ी काम आता है जो दबाव में शांत रहे और शमी इस कला में माहिर हैं।
ध्रुव जुरेल को भी दी सलाह
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार से ईडन गार्डन्स में शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर बोलते हुए गांगुली ने ध्रुव जुरेल को प्लेइंग इलेवन में मौका देने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि जुरेल की बल्लेबाजी क्षमता उन्हें एक मजबूत विकल्प बनाती है। गांगुली ने कहा - जुरेल को उनकी बैटिंग के दम पर जगह मिलनी चाहिए। नंबर 3 पर उन्हें आजमाया जा सकता है, जहां इस समय साई सुदर्शन खेल रहे हैं।







