ऐसे खिलाड़ी को कैसे छोड़ सकते हैं? गांगुली का शमी के समर्थन में बड़ा बयान

शमी ने इस सीजन में 91 ओवर फेंककर 15 विकेट झटके है। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि वह पूरी लय में हैं। विश्व कप 2023 के बाद टखने की सर्जरी से लौटे शमी ने जिस आत्मविश्वास के

पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने मोहम्मद शमी को दिया समर्थन
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने मोहम्मद शमी को दिया समर्थन
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar11 Nov 2025 12:33 PM
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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने एक बार फिर चयनकर्ताओं को आइना दिखा दिया है। गांगुली ने साफ कहा कि मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी गेंदबाज को टीम इंडिया से बाहर रखना समझ से परे है। उनके मुताबिक, शमी न केवल फिट हैं बल्कि अब भी उसी धार और रफ्तार के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं, जिसने उन्हें विश्व क्रिकेट के सबसे घातक तेज गेंदबाजों की कतार में खड़ा किया था। गांगुली का दो-टूक कहना है - “ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि शमी को तीनों प्रारूपों में तुरंत मौका न मिले।

शमी वही पुराने शमी हैं - गांगुली 

सौरव गांगुली ने मोहम्मद शमी की हालिया गेंदबाजी की खुलकर तारीफ करते हुए कहा कि “शमी इस वक्त अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं।” उन्होंने याद दिलाया कि रणजी ट्रॉफी में शमी ने सिर्फ तीन मैचों में बंगाल की जीत की नींव रख दी, जहां उनकी गेंदबाजी ने विरोधियों की कमर तोड़ दी। शमी ने इस सीजन में 91 ओवर फेंककर 15 विकेट झटके है। उनका यह प्रदर्शन बताता है कि वह पूरी लय में हैं। विश्व कप 2023 के बाद टखने की सर्जरी से लौटे शमी ने जिस आत्मविश्वास के साथ मैदान पर वापसी की है, उसने साबित कर दिया कि फिटनेस और फॉर्म दोनों मोर्चों पर वह अब भी नंबर वन हैं।

चयन पर सवाल

सौरव गांगुली ने चयनकर्ताओं पर सीधा सवाल उठाते हुए कहा कि “जब फिटनेस और फॉर्म दोनों मौजूद हैं, तो शमी जैसे गेंदबाज को टीम से बाहर रखने की क्या मजबूरी है?” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ऐसे अनुभवी खिलाड़ी को दरकिनार करना भारतीय गेंदबाजी की ताकत को खुद कमजोर करना है। गांगुली का मानना है कि टेस्ट हो या टी20, शमी हर प्रारूप में टीम इंडिया के लिए ‘गेम चेंजर’ साबित हो सकते हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि चयन समिति निश्चित तौर पर शमी की फिटनेस और प्रदर्शन पर नजर बनाए हुए होगी, लेकिन यह भी कहा कि अब वक्त आ गया है कि उस निगाह को “सिर्फ देखना नहीं, मानना भी चाहिए। गांगुली ने मौजूदा तेज गेंदबाजों प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप की तारीफ जरूर की, लेकिन साफ कहा कि अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता। उनके शब्दों में युवा तेज गेंदबाज अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन शमी जैसा तजुर्बा मैदान पर फर्क पैदा करता है। बड़े मैचों में वही खिलाड़ी काम आता है जो दबाव में शांत रहे और शमी इस कला में माहिर हैं। 

ध्रुव जुरेल को भी दी सलाह

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुक्रवार से ईडन गार्डन्स में शुरू हो रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर बोलते हुए गांगुली ने ध्रुव जुरेल को प्लेइंग इलेवन में मौका देने की सिफारिश की। उन्होंने कहा कि जुरेल की बल्लेबाजी क्षमता उन्हें एक मजबूत विकल्प बनाती है। गांगुली ने कहा - जुरेल को उनकी बैटिंग के दम पर जगह मिलनी चाहिए। नंबर 3 पर उन्हें आजमाया जा सकता है, जहां इस समय साई सुदर्शन खेल रहे हैं।

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अब नीली जर्सी में दिखेगा वैभव सूर्यवंशी का जलवा, तय हुआ डेब्यू का दिन

उम्मीद है कि वैभव को बतौर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज उतारा जाएगा, जहां वे अपने आक्रामक अंदाज़ से टीम को तेज़ शुरुआत दिला सकते हैं। इससे पहले वे भारत की अंडर-19 टीम के लिए वनडे मैच खेल चुके हैं

भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे वैभव सूर्यवंशी
भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे वैभव सूर्यवंशी
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar11 Nov 2025 10:47 AM
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भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे वैभव सूर्यवंशी अब उस मुकाम पर पहुंच चुके हैं, जहां हर युवा खिलाड़ी पहुंचने का सपना देखता है। बिहार और IPL में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके वैभव अब नीली जर्सी में उतरने को तैयार हैं। 14 नवंबर से शुरू हो रहे राइजिंग स्टार्स एशिया कप में उन्हें इंडिया ए टीम में जगह मिली है, और इसी टूर्नामेंट में उनका T20 इंटरनेशनल डेब्यू होने की पूरी संभावना है।

बिहार से भारत - ए तक का सफर

वैभव सूर्यवंशी का घरेलू सफर भले अभी नया हो, लेकिन उनकी बल्लेबाजी ने जिस तेजी से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा, वह किसी कहानी से कम नहीं। पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में राजस्थान के खिलाफ बिहार की ओर से डेब्यू करते हुए उन्होंने अपनी झलक दिखाई थी। 13 रनों की छोटी पारी जरूर रही, मगर स्ट्रोक खेलने का आत्मविश्वास सबका ध्यान खींच गया। इसके बाद IPL 2025 में जब उन्हें मौका मिला, तो वैभव ने 20 गेंदों पर 34 रन ठोककर यह साबित कर दिया कि वह बड़ी लीग के लिए तैयार हैं। अब जब वही बल्लेबाज नीली जर्सी पहनकर मैदान में उतरेगा, तो यह सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि उसके क्रिकेट करियर का ‘टर्निंग प्वॉइंट’ साबित हो सकता है।

नीली जर्सी में पहला मैच

14 नवंबर से शुरू हो रहे राइजिंग स्टार्स एशिया कप में अब सबकी निगाहें बिहार के युवा सनसनी वैभव सूर्यवंशी पर टिकी हैं। टूर्नामेंट के पहले ही दिन UAE के खिलाफ खेले जाने वाले मैच में उनका डेब्यू लगभग तय माना जा रहा है। उम्मीद है कि वैभव को बतौर टॉप ऑर्डर बल्लेबाज उतारा जाएगा, जहां वे अपने आक्रामक अंदाज़ से टीम को तेज़ शुरुआत दिला सकते हैं। इससे पहले वे भारत की अंडर-19 टीम के लिए वनडे मैच खेल चुके हैं, मगर यह पहली बार होगा जब वे नीली जर्सी में T20 फॉर्मेट में उतरेंगे। घरेलू स्तर पर वैभव अब तक 8 T20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिनमें उन्होंने 207 की विस्फोटक स्ट्राइक रेट के साथ 265 रन ठोके हैं,जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।

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IPL ट्रेड विंडो 2026: जानिए कैसे होती है खिलाड़ियों की अदला-बदली

टीम अपनी जरूरत और रणनीति के मुताबिक जितने चाहें उतने खिलाड़ियों का आदान-प्रदान कर सकती है। यही कारण है कि ट्रेड विंडो हर साल क्रिकेट फैंस और टीम मैनेजमेंट के लिए रोमांच का बड़ा केंद्र बन जाती है।

IPL 2026 RR और CSK के बड़े खिलाड़ी स्वैप पर सभी की नजरें
IPL 2026: RR और CSK के बड़े खिलाड़ी स्वैप पर सभी की नजरें
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar10 Nov 2025 05:20 PM
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आईपीएल 2026 का ऑक्शन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, ट्रेडिंग विंडो ने क्रिकेट प्रेमियों और फ्रेंचाइजीज की दिलचस्पी का केंद्र बन कर सुर्खियां बटोर ली हैं। यह वह खास समय होता है जब टीमें बिना ऑक्शन के ही अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव कर सकती हैं और अपनी टीम को मजबूत बनाने के लिए खिलाड़ियों का आदान-प्रदान कर सकती हैं। इस बार विशेष ध्यान राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स पर है, जहाँ माना जा रहा है कि संजू सैमसन के बदले रवींद्र जडेजा और सैम करन का बड़ा ट्रांसफर हो सकता है। ट्रेडिंग विंडो केवल खिलाड़ियों की अदला-बदली तक सीमित नहीं है, बल्कि यह टीमों को रणनीति, बैलेंस और सीजन से पहले अपनी ताकत बढ़ाने का अनोखा अवसर देती है। आइए जानें, यह ट्रेड विंडो वास्तव में कैसे काम करती है और इसके पीछे के नियम क्या हैं, जो आईपीएल की रोमांचक दुनिया को और भी दिलचस्प बना देते हैं।

ट्रेड विंडो क्या है?

आईपीएल में ट्रेड विंडो वह सुनहरा मौका होती है जब किसी भी फ्रेंचाइजी को बिना ऑक्शन में शामिल हुए ही अपने खिलाड़ियों को बदलने का अधिकार मिलता है। यानी टीमें इस दौरान अपनी कमजोरियों को सुधार सकती हैं और सीजन से पहले अपनी टीम की ताकत बढ़ा सकती हैं। यह विंडो हर साल आईपीएल सीजन खत्म होने के 7 दिन बाद शुरू होती है और ऑक्शन शुरू होने से 7 दिन पहले बंद हो जाती है। इस दौरान किसी भी टीम को बाकी 9 फ्रेंचाइजीज के खिलाड़ियों को अपनी टीम में जोड़ने या उन्हें अपने खिलाड़ियों के बदले भेजने की आजादी होती है। ऑक्शन में हाल ही खरीदे गए नए खिलाड़ी सीजन शुरू होने से पहले ट्रेड के लिए उपलब्ध नहीं होते। उन्हें अगले सीजन तक ही ट्रेडिंग के लिए रखा जाता है। और सबसे खास बात ट्रेड पर कोई सीमा नहीं है। टीम अपनी जरूरत और रणनीति के मुताबिक जितने चाहें उतने खिलाड़ियों का आदान-प्रदान कर सकती है। यही कारण है कि ट्रेड विंडो हर साल क्रिकेट फैंस और टीम मैनेजमेंट के लिए रोमांच का बड़ा केंद्र बन जाती है।

ट्रेडिंग के तीन प्रमुख तरीके

आईपीएल में खिलाड़ियों की ट्रेडिंग केवल एक ही रूप में नहीं होती। फ्रेंचाइजी अपनी जरूरत और रणनीति के अनुसार तीन अलग-अलग तरीकों से अपने खिलाड़ियों का आदान-प्रदान कर सकती हैं।

1. बिना पैसे के स्वैप - इसमें दोनों टीमें केवल खिलाड़ियों का आदान-प्रदान करती हैं, बिना किसी नकदी लेन-देन के। अगर स्वैप किए जाने वाले खिलाड़ियों की सैलरी में अंतर होता है, तो अधिक सैलरी वाले खिलाड़ी को लेने वाली टीम को अंतर की राशि दूसरी टीम को चुकानी पड़ती है। उदाहरण के तौर पर, अगर संजू सैमसन और रवींद्र जडेजा की कीमत समान 18-18 करोड़ रुपये है, तो केवल स्वैप होने से कोई अतिरिक्त भुगतान नहीं करना पड़ेगा।

2. कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू ट्रांसफर- इस प्रकार के ट्रेड में टीम किसी खिलाड़ी को उसकी मूल खरीद कीमत के बराबर राशि देकर अपने साथ जोड़ सकती है। जैसे, अगर खिलाड़ी को 10 करोड़ रुपये में खरीदा गया था, तो नई टीम को उतनी ही रकम पुरानी टीम को देकर खिलाड़ी को ट्रांसफर करना होगा। इसमें किसी अन्य खिलाड़ी को शामिल करने की जरूरत नहीं होती।

3. म्यूचुअल एग्रीमेंट पर फिक्स्ड अमाउंट- इस विकल्प में दोनों फ्रेंचाइजी आपस में एक निश्चित राशि तय करती हैं और उसी के आधार पर ट्रेड पूरा होता है। इस राशि को सार्वजनिक नहीं किया जाता, जिससे डील पूरी तरह गोपनीय रहती है। इसका एक प्रसिद्ध उदाहरण है जब मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पंड्या को गुजरात टाइटंस से इसी तरीके से ट्रेड किया था।

ट्रेडिंग में किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए?

आईपीएल में खिलाड़ी का नाम किसी भी ट्रेड में जुड़ते ही सिर्फ टीमों के फैसले तक सीमित नहीं रहता। कुछ अहम नियम हैं जिनका पालन करना अनिवार्य है:

1. खिलाड़ी की सहमति सबसे अहम - ट्रेड तभी संभव है जब खिलाड़ी खुद इस पर सहमत हो। उनकी मंजूरी सबसे ऊपर है और बिना उनकी हरी झंडी किसी भी आदान-प्रदान की वैधता नहीं होती।

2. टीम की मंजूरी जरूरी - जिस टीम से खिलाड़ी जा रहा है, उसे भी इस सौदे के लिए सहमत होना पड़ता है। चाहे खिलाड़ी कितना भी टैलेंटेड क्यों न हो, टीम की मंजूरी के बिना ट्रेड पूरा नहीं हो सकता।

3. सैलरी अंतर का सही समायोजन - यदि दो खिलाड़ियों का स्वैप हो रहा है और उनकी सैलरी में अंतर है, तो ज्यादा सैलरी वाले खिलाड़ी को लेने वाली टीम को इस अंतर की राशि चुकानी पड़ती है। यह राशि सीधे खिलाड़ी के पर्स से कम की जाती है, ताकि लेन-देन पूरी तरह पारदर्शी और संतुलित रहे।