Chetnamanch Special Story :
रजत भट्ट
Chetnamanch Special Story : गोरखपुर मे सडक के किनारे लकड़ी के बने मंदिर बेचने वाले विशाल और उनके चाचा की कहानी बहुत अलग है. कहा जाता है भगवान ने सबको घर दिया लेकिन भगवान का घर मंदिर कहा जाता है और उसी घर को बनाने का काम चाचा भताीजे करते है. 4 साल ये लोग यहा पर मंदिर बेचने का काम कर रहे है कुछ मंदिरो को ये लोग खुद ही तैयार कर देते हे लेकिन कुछ इने भी करीगरों से कराने पडते है.पूरी श्रद्धा से ये लोग इस काम को करते है और आज भी मंदिर बेचने मे लगे है.
Chetnamanch Special Story :
लोगो की डिमांड पे तैयार होता मंदिर
सडक के किनारे बैठ कर 4 साल से मंदिर बेचने वाले विशाल बताते है ‘कि वो अपने चाचा के साथ मिल कर इस काम को करते है. उनके पास हर तरह के मंदिर मिल जायेगे लेकिन लोगो के डिमांड पे भी यहा हम लोग मंदिरो को तैयार कर देते है. कुछ लोग अलग से अपने मंदिरो मे लाईट या कुछ डिजाइन कराना चाहते है तो वो भी हम लोग कर के देते है इस काम को करने के लिए इनके पास 4 लोगो की टीम है 1 कारीगर इन लोगो के पास है जो डिमांड के हिसाब से मंदिरो को तैयार कर के देता है.
300 से 400 तक के है मंदिर
छोटे से लेके बड़े हर आकार का मंदिर इन लोगो के पास होता है इन सबके दाम भी अलग अलग होते है लेकिन 300 से 400 तक के अच्छे मंदिर इनके पास मिल जाते है. 1 दिन मे कम से कम 3 से 4 मंदिर ये लोग बेच देते है । विशाल बताते है इनके रोजी रोटी का यही सहारा है । मंदिर बनाने के लिए ये लोग साफ सुथरी लकडियों को ही मार्केट से लाते है. कुछ मंदिरो को ये लोग भी नही तैयार कर पाते तो उसे किसी और कारीगर से तैयार कराते है लेकिन अपने ग्राहको को वापस नही लौटने देते है.