GHAZIABAD HELTH NEWS: गाजियाबाद समेत मेरठ मंडल में नहीं है निमोनिया की वैक्सीन

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calendar16 Feb 2023 07:02 PM
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GHAZIABAD HELTH NEWS: गाजियाबाद। गाजियाबाद समेत पूरे मेरठ मंडल में बच्चों को निमोनिया से बचाव के लिए लगाई जाने वाली न्यूमोकॉकल कान्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी) खत्म हो चुकी है। कई महीने बाद यहां पर पीसीवी की आपूर्ति की गयी थी लेकिन, अब खत्म हो चुकी है। लिहाजा, यहां पर निमोनिया से पीड़ित बच्चों को परेशानी हो रही है। उन्हें बाहर से महंगे रेट पर वैक्सीन खरीद कर लगवानी पड़ रही है।

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न्यूमोकॉकल कान्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को वर्ष 2020 में बच्चों के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया गया है। पहली बार में जिले को 72 हजार डोज मिली थीं। उसके बाद कई बार जिले को वैक्सीन की सप्लाई मिल चुकी है, लेकिन फिलहाल पिछले लगभग एक वर्ष से जिले में पीसीवी की शॉर्टेज चल रही है। शासन से वैक्सीन की सप्लाई लंबे समय के बाद और सीमित संख्या में ही मिल रही है। जिसके चलते वैक्सीन जल्दी खत्म हो जाती है। बता दें, इस वैक्सीन की कीमत बाजार में 3 से 5 हजार रुपए तक है। सरकारी स्तर पर वैक्सीन नहीं मिलने के कारण लोगों को महंगे दाम पर बाजार से वैक्सीन लेकर बच्चों को लगवानी पड़ रही है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल के अनुसार शासन को वैक्सीन की डिमांड भेजी गई है। आशा है जल्द ही वैक्सीन की सप्लाई मिल जाएगी, जिसके बाद बच्चों को पीसीवी लगानी शुरु कर दी जाएगी।

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UP BOARD EXAM: गुरूवार से शुरू हो रही हैं यूपी बोर्ड परीक्षाएं

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UP BOARD EXAM
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calendar16 Feb 2023 12:18 AM
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UP BOARD EXAM: लखनऊ। गुरूवार से यूपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो रही हैं। मुख्यमंत्री योगी के नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए शासन ने कमर कस ली है। इसके लिए दो कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं जो प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर वेब कास्टिंग के जरिए लाइव मॉनीटरिंग कर रहे हैं।

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राजधानी लखनऊ से परीक्षा की निगरानी की जा रही है। इसके लिए दो कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं जो प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर वेब कास्टिंग के जरिए लाइव मॉनीटरिंग कर रहे हैं। बुधवार को इन कंट्रोल रूम्स में काफी गहमागहमी देखने को मिल रही है। इन दोनों कंट्रोल रूम से प्रत्येक मंडल से लेकर प्रत्येक जिला और प्रत्येक परीक्षा केंद्र तक पर नजर रखी जा रही है। ऑनलाइन मॉनीटरिंग के दौरान जिन विद्यालयों में कोई अव्यवस्था है, उसके लिए तत्काल प्रभाव से नोडल अधिकारी की कॉल संबंधित परीक्षा केंद्र के व्यवस्थापक को की जा रही है। [caption id="attachment_67740" align="aligncenter" width="571"]UP BOARD EXAM UP BOARD EXAM[/caption] उल्लेखनीय है कि इस बार परीक्षा को लेकर योगी सरकार ने कई कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें नकल करने वालों पर एनएसए की कार्रवाई से लेकर केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ एफआईआर तक की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। हाई स्कूल की परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च तक यानी कुल 12 दिन चलेंगी। वहीं, इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 फरवरी से 4 मार्च तक यानी 14 दिन तक चलेंगी। बीते वर्ष इंटरमीडिए की परीक्षा से इस बार परीक्षा की अवधि एक दिन कम होगी। सभी 75 जिलों में भी कंट्रोल रूम: यूपी बोर्ड परीक्षा की मॉनीटरिंग के लिए लखनऊ में दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। पहला कंट्रोल रूम माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिविर कार्यालय के रूप में काम कर रहा है। वहीं दूसरा कंट्रोल रूम विद्या समीक्षा केंद्र में स्थापित किया गया है। यहां भी नोडल अधिकारियों को मंडलवार जिम्मेदारी दी गई है। उदाहरण के तौर पर वाराणसी मंडल की जिम्मेदारी देख रहा अधिकारी उस मंडल के प्रत्येक जनपद के प्रत्येक परीक्षा केंद्र की व्यवस्था को ही ऑनलाइन मॉनीटर कर रहा है। किसी भी तरह की अव्यवस्था पर सीधे लखनऊ से प्रिंसिपल या व्यवस्थापक को लखनऊ से कॉल की जा रही है और व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए जा रहे हैं। प्रदेश स्तर के अलावा मॉनीटरिंग की कई और लेयर भी हैं। सभी 75 जनपदों में भी कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो डायरेक्ट अपने जनपद के परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन नजर रखे हुए है। हर जनपद में गया है एक पर्यवेक्षक: परीक्षाओं के संपादन एवं अनुश्रवण के लिए प्रदेश से सभी 75 जिलों में एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई है जो पूरी परीक्षा की समीक्षा करेगा और शासन को रिपोर्ट देगा। इसके अलावा केंद्र की व्यवस्था में 26 हजार से ज्यादा लोगों को लगाया गया है। इनमें प्रत्येक केंद्र में केंद्र व्यवस्थापक के अलावा वाह्य केंद्र व्यवस्थापक एवं स्टेटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है। यही नहीं 1390 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 455 जोनल मजिस्ट्रेट, 521 सचल दल भी तैनात किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 16 जनपद ऐसे हैं जिन्हें अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। इनमें बलिया, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, चंदौली, जौनपुर, देवरिया, गोंडा, मथुरा, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, बागपत, हरदोई, प्रयागराज और कौशांबी शामिल हैं। वहीं प्रदेश में कुल 936 संवेदनशील तथा 242 अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्र चिन्हित किए गए हैं। नकल रोकने के लिए की गई है ये व्यवस्था: बोर्ड परीक्षाओं के सुचारू संचालन एवं नकलविहीन परीक्षा संपादित कराने के लिए कई अहम कार्य किए जा रहे हैं। इनमें कुछ प्रमुख इस तरह हैं... -2018 में ऑनलाइन केंद्र निर्धारण की लागू की गई व्यवस्था से सॉफ्टवेयर द्वारा परीक्षा केंद्र बनाने पर परीक्षा केंद्रों की संख्या में लगभग 25 प्रतिशत की कमी आई है। -बीते वर्षों में इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 25 कार्य दिवसों में संपादित होती रही हैं, लेकिन इस बार परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू होकर 4 मार्च तक यानी कुल 14 कार्य दिवसों में संपन्न कराई जाएंगी। -सभी परीक्षा केंद्रों के लगभग 1.43 लाख परीक्षा कक्षों और परिसर में लगभग 3 लाख वॉयस रिकॉर्डरयुक्त सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर राउटर डिवाइस और हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था की गई है। -सभी 75 जनपदों में एवं राज्य स्तर पर कंट्रोल एवं मॉनीटरिंग सेंटर के माध्यम से सभी 8753 परीक्षा केंद्रों की वेब कास्टिंग द्वारा लाइव मॉनीटरिंग कराए जाने की व्यवस्था की गई है। -सभी संवेदनशील एवं अति संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए एसटीएफ एवं एलआईयू को सक्रिय किया गया है। इस बार ये होगा नया: -परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों की सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत पहली बार प्रधानाचार्य कक्ष से अलग सुरक्षित कक्ष में डबल लॉक अलमारी में प्रश्नपत्रों के रख-रखाव हेतु स्ट्रांग रूम स्थापित किया गया है। -स्ट्रांग रूम के मुख्य प्रवेश द्वार को छोड़कर अन्य सभी द्वार एवं खिड़कियों को सील कराया गया है। -प्रश्नपत्रों के लिफाफों के रखरखाव, व्यवहरण एवं उन्हें खोले जाने के लिए केंद्र व्यवस्थापक, अतिरिक्त केंद्र व्यवस्थापक तथा स्टैटिक मजिस्ट्रेट को संयुक्त रूप से उत्तरदायी बनाया गया है। -पहली बार चार लेयर में टैम्पर्ड प्रूफ लिफाफों में पैकेजिंग की गई है। -इस वर्ष पहली बार प्रदेश के सभी जनपदों में सिलाईयुक्त उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था की गई है। -चार रंगों में मुद्रित उत्तर पुस्तिकाओं पर क्यूआर कोड एवं बोर्ड के लोगो का मुद्रण किया गया है। -हाईस्कूल में पहली बार 20 अंकों की बहुविकल्पीय प्रश्नों की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराई जा रही है। 170 बंदी भी देंगे परीक्षा: यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार 170 जेल में बंद बंदी भी शामिल होंगे। परीक्षा के लिए विभिन्न जिलों में केंद्र बनाया गया है। हाईस्कूल में 79 व इंटर में 91 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। पिछली बार हाई स्कूल में 116 व इंटर में 116 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। इस बार सबसे ज्यादा 49 बंदी परीक्षार्थी जिला कारागार गाजियाबाद से हैं। इनमें हाईस्कूल के 23 और इंटरमीडिएट के 26 परीक्षार्थी शामिल हैं। वहीं सबसे कम एक परीक्षार्थी जिला कारागार गोरखपुर से है, जो इंटरमीडिएट का है। —————————————————————————— कुल परीक्षा केंद्रः 8753 राजकीय विद्यालयः 540 अशासकीय सहायता प्राप्तः 3523 स्ववित्त पोषितः 4690 ------------------------- पंजीकृत परीक्षार्थी कुल छात्रः 5885745 बालकः 3246780 बालिकाएंः 2638965 ----------------- हाईस्कूल में परीक्षार्थी कुल छात्रः 3116487 बालकः 1698346 बालिकाएंः 1418141 ----------------------- इंटरमीडिएट में परीक्षार्थी कुल छात्रः 2769258 बालकः 1548434 बालिकाएंः 1220824 --------------------- पंजीकृत परीक्षार्थी कुल छात्रः 5885745 संस्थागतः 5692939 व्यक्तिगतः 192806 हाईस्कूल कुल छात्रः 3116487 संस्थागतः 3106185 व्यक्तिगतः 10302 इंटरमीडियट कुल छात्रः 2769258 संस्थागतः 2586754 व्यक्तिगतः 182504

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Meerut News : मेरठ में तीन माह बाद मिला कोरोना संक्रमित, घर पर पृथकवास में चल रहा उपचार

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Meerut News: Corona found infected after three months in Meerut, undergoing treatment in isolation at home
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calendar30 Nov 2025 06:04 PM
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Meerut News :उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में करीब तीन माह बाद एक बार फिर कोरोना से संक्रमित एक मरीज पाया गया है। जिले के मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी (सीएमओ) ने इसकी पुष्टि की। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने मंगलवार रात को बताया कि 652 नमूनों की जांच रिपोर्ट में एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिला है। सीएमओ के अनुसार सैंपल जिनोम अनुक्रमण के लिए लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय भेज दिया गया है। सीएमओ का कहना है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के अन्य सदस्यों की भी कोरोना जांच कराई जाएगी।

Meerut News :

डॉ. अखिलेश मोहन के अनुसार फिलहाल कोरोना के मरीज की हालत खतरे से बाहर है और मरीज का उनके घर पर ही पृथकवास में उपचार चल रहा है। इससे पहले मेरठ में पिछले वर्ष आठ दिसम्बर को कोरोना का एक मरीज मिला था, जिसको 13 दिसम्बर को ठीक होने के बाद अस्पताल से घर भेज दिया गया था।

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