Saturday, 27 July 2024

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में बनेंगे लडाकू टैंक तथा गोले

UP News : उत्तर प्रदेश सरकार की डिफेंस कोरीडोर योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। लम्बे अर्से से विकास…

उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में बनेंगे लडाकू टैंक तथा गोले

UP News : उत्तर प्रदेश सरकार की डिफेंस कोरीडोर योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। लम्बे अर्से से विकास में पिछड़ हे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में भी अब रक्षा से जुड़े हथियारों की फैक्टरी लगाई जा रही है। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में पांच हजार करोड़ रूपए की लागत से हथियार बनाने की फैक्टरी लगाने को मंजूरी मिल गई है। उत्तर प्रदेश की इस फैक्टरी में बाकायदा लड़ाकू टैंक तथा गोले बनाए जाएंगे।

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में लगेगी खास फैक्टरी

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश को देश का सबसे बड़े डिफेंस उत्पाद निर्माण हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। लंबी जांच के बाद पर्यावरण मंत्रालय ने चित्रकूट में डिफेंस कॉरीडोर की अनुमति दे दी। करीब 60 हेक्टेयर में विकसित होने वाले इस डिफेंस हब में ड्रोन से लेकर हेलीकाप्टर तक और गोला बारूद से लेकर तोप तक बनेंगे।

खास बात ये है कि डिफेंस इंडस्ट्री जिस क्षेत्र में लग रही है, वहां पर्यावरण संबंधी नुकसान न के बराबर होगा क्योंकि आसपास संरक्षित वन नहीं हैं। बुंदेलखंड के इस इलाके में डिफेंस कॉरीडोर की अनुमति से कम से कम 5,000 करोड़ की इंडस्ट्री और एक लाख लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। एक दशक पहले तक उपेक्षित पड़े बुंदेलखंड की सूरत संवर रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे ने इस क्षेत्र के औद्योगिक विकास का राह खोली। अब डिफेंस कॉरीडोर के तहत चित्रकूट नोड हथियारों के निर्माण का बड़ा गढ़ बनेगा। चार मई को इस नोड में डिफेंस इंडस्ट्री के लिए पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी और एनओसी मिल गई। इस संबंध में 31 जनवरी को प्रजेन्टेशन दिया गया था, जिसके तहत कर्वी में खुटरिया गांव की जमीन पर डिफेंस इंडस्ट्री स्थापित करने की मंजूरी मांगी गई थी। खास बात ये है कि परीक्ष इस क्षेत्र के दस किलोमीटर इलाके में/ कोई वाइल्डलाइफ सेंचुरी नहीं है। कोई नेशनल पार्क नहीं है। कोई प्रदूषित क्षेत्र नहीं है। इस नोड में सभी तरह के कैलिबर वाले हथियार बनेंगे।

यह उपकरण बनेंगे उत्तर प्रदेश में

उत्तर प्रदेश के इस फैक्टरी में विस्फोटक पदार्थ, बैटल टैंक, हेलीकाप्टर, ड्रोन, कोरियर ड्रोन, विशेष वाहन, मोटर इंजन, रोबोटिक्स, मिसाइल, फायरिंग रेंज सहित अन्य डिफेंस उत्पादों के लिए रास्ते खुल गए। डिफेंस नोड का 33 फीसदी इलाका ग्रीन बेल्ट होगा। पूरा क्षेत्र धूल और धुएं से मुक्त होगा। इसके अलावा वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, ऊर्जा संरक्षण, शोर नियंत्रण, वायु प्रदूषण नियंत्रण और जल प्रदूषण नियंत्रण के हाईटेक संसाधनों से डिफेंस कॉरीडोर लैस होगा।

उत्तर प्रदेश के डिफेंस कोरीडोर में 3600 करोड़ का नया निवेश होगा

उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास और डिफेंस सेक्टर का गढ़ बनने का रास्ता और मजबूत हो गया है। बृहस्पतिवार को छह उद्योग समूहों का लैंड पार्सल ब्लॉक कर दिया दिया गया। ये इकाइयां झांसी, लखनऊ और कानपुर में स्थापित होंगी। पहले चरण में ही करीब 3600 करोड़ का निवेश होगा और 10 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।
पिकप भवन में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह से ग्लोबल इंजीनियर्स के एमडी डॉ. जीएम गुप्ता, सेरेटेरो इंडिया के एमडी पराग खंडेलवाल, रिक्की स्याल, मनिंदर सिंह सहित छह उद्यमियों ने मुलाकात की। जल्द जमीन मिलने पर इंडस्ट्री लगाने के प्रस्ताव पर मौके पर ही सभी उद्यमियों का लैंड पार्सल ब्लॉक कर दिया गया है।

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