UP News : गाजियाबाद में मधुबन बापूधाम योजना के तहत किसानों को मुआवजे के साथ-साथ अब करोड़ों के प्लॉट भी मिलेंगे। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने 18 साल बाद प्रभावित किसानों को भूखंड आवंटित करने का फैसला किया है। 2004 में 1234 एकड़ जमीन पर मधुबन बापूधाम योजना की शुरुआत की थी। इसके बाद 800 एकड़ और फिर 153 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर इसे विकसित किया गया। 2011 से 2015 के बीच विभिन्न पॉकेट में 2316 प्लॉट और डिस्ट्रिक्ट सेंटर की योजना निकाली गई, लेकिन लगभग 647 किसान अब तक अपने भूखंड से वंचित थे।
किन किसानों को मिलेगा लाभ?
जीडीए ने अब इन किसानों को भूखंड आवंटित करने की मंजूरी दे दी है। कोर्ट के आदेश के अनुसार 800 एकड़ वाले किसानों को 6% विकसित भूखंड मिलेगा। जबकि 281 एकड़ वाले किसानों को 20% विकसित भूखंड दिया जाएगा। इन भूखंडों के लिए किसानों को 10,236 रुपये प्रति वर्ग मीटर विकास शुल्क देना होगा। जीडीए की बोर्ड बैठक में श्मशान घाट और कब्रिस्तान के पास बने 373 आवंटियों को दूसरी जगह भूखंड देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। साथ ही तुलसी निकेतन कॉलोनी के जर्जर भवनों को ध्वस्त कर बहुमंजिला फ्लैट बनाए जाएंगे।
पुरानी योजना, अब होगा नवीनीकरण
1989-90 में जीडीए ने तुलसी निकेतन योजना के तहत 2004 ईडब्ल्यूएस और 288 एलआईजी फ्लैट बनाए थे। इनमें 60 दुकानों का संचालन भी हो रहा था। अब ये फ्लैट जर्जर हो चुके हैं, इसलिए इन्हें तोड़कर नए बहुमंजिला अपार्टमेंट बनाए जाएंगे। इस फैसले से न केवल किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि गाजियाबाद में आवासीय योजनाओं में भी सुधार होगा। UP News
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