Wednesday, 27 November 2024

भगवान धनवंतरी कौन हैं और क्यों की जाती धनतेरस के दिन इनकी पूजा 

Dhanwantri Jayanti 2023 कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का संबंध धनवंतरी जयंती से बहुत गहरे अर्थों में…

भगवान धनवंतरी कौन हैं और क्यों की जाती धनतेरस के दिन इनकी पूजा 

Dhanwantri Jayanti 2023 कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का संबंध धनवंतरी जयंती से बहुत गहरे अर्थों में जुड़ा है. इस दिन पर जहां धन त्रयोदशी का पूजन होता है वहीं स्वास्थ्य एवं रोग से बचाव हेतु भगवान धनवंतरी की पूजा भी की जाती है. धार्मिक कथाओं में धनवंतरी जी को देवताओं के उपचारक तथा आयुष प्रदान करने वाले देव के रुप में जाना जा सकता है. जिनके द्वारा अमृत की प्राप्ति संभव हो पाती है. धनवंतरी जी को आयुर्वेद के जन्म दाता के रुप में भी पूजनीय माना गया है. अत: कई सारी विशेषताओं एवं शुभ फलों को प्रदान करने वाला यह समय जीवन में आरोग्य को प्रदान करता है.

धनवंतरी जयंती कथा और समुद्र मंथन 

भगवान धनवंतरी जी के अवतरण की कथा का संबंध अमृत मंथन से रहा है. समुद्र मंथन के समय जब अमृत मिला तो वह धनवंतरी जी के द्वारा ही प्राप्त हो पाया. समुद्र से निकलने वाले अनेक रत्नों में अमृत कलश को लाने वाले धनवंतरी जी सदैव ही स्वास्थ्य सुख को प्रदान करते हैं तथा निरोगी काया का आशीर्वाद देने वाले हैं. किसी के भी जीवन में धन भौतिक वस्तुओं का स्थान तो है लेकिन यदि स्वास्थ्य अच्छा न हो तो इन सभी चीजों का होना व्यर्थ मालूम पड़ता है. इसी अच्छे सुख की कामना के लिए प्रत्येक वर्ष धनवंतरी जयंती मनाई जाती है. इस दिन भगवान धनवंतरी का पूजन किया जाता है.

धनवंतरी जयंती के दिन ही प्राप्त होती हैं देवी लक्ष्मी 

जहां धनवंतरी जयंती के दिन धन तेरस मनाने की प्रथा है वहीं इस दिन को देवी लक्ष्मी जी के प्रकाट्य के रुप में भी जाना जाता है. मान्यताओं के अनुसार दिवाली से पूर्व ही ज्कब धनवंतरी जी का अवतर्ण होता है तो उन्हीं के साथ आगमन होता है जीवन की शुभता एवं श्री अर्थात देवी लक्ष्मी का. ऎसे में धनवंतरी जयंती आर्थिक दैहिक सुखों का प्रतिक है वहीं यह दिन धन प्राप्ति का भी समय है. जीवन के दो अमूल्य वरदान अच्छा स्वास्थ्य और आर्थिक संपन्नता यह सभी इस दिन प्राप्त होते हैं. कुछ मान्यताओं में भगवान धनवंतरी को श्री विष्णु के अवतार रुप में भी दर्शाया गया है.

Dhanwantri Jayanti 2023:

धन्वन्तरी पूजा मुहूर्त शुभ समय

इस वर्ष 10 नवंबर 2023 को शुक्रवार के दिन धनवंतरी जयंती का पर्व मनाया जाएगा. स्वास्थ्य के लाभ एवं आरोग्य की प्राप्ति के लिए पूजा का शुभ समय प्रातःकाल से ही आरंब होगा सुबह  06:39 से 08:50 तक का समय भगवान धनवंतरी के पूजन हेतु अत्यंत शुभ रहेगा.  इस दिन सुबह के समय भगवान धनवंतरी जी के नाम स्मरण के साथ सभी प्रकार के फल फूल धूप दीप द्वारा पूजन करना उत्तम लाभ प्रदान करता है.

एस्ट्रोलॉजर राजरानी

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