Railway:रेलवे के अस्पतालों का हुआ डिजिटलीकरण
राष्ट्रीय ब्यूरो,नईदिल्ली।डिजिटलीकरण (Digitization)के दौर में भारतीय रेलवे(Indian Railway) की सुविधाएं भी पूरी तरह आधुनिक होती जा रही है। ताजा मामला…
Sonia Khanna | December 29, 2021 11:19 AM
राष्ट्रीय ब्यूरो,नईदिल्ली।डिजिटलीकरण (Digitization)के दौर में भारतीय रेलवे(Indian Railway) की सुविधाएं भी पूरी तरह आधुनिक होती जा रही है। ताजा मामला अस्पतालों का है,जो पूरी तरह डिजिटल होकर हेल्थ मैनेजमेंट इनफॉरमेशन सिस्टम(एचएमआईएस) से लैस हो गए हैं। रेलकर्मियों को अब महज एक ऐप के माध्यम से अस्पतालों से जुड़ी सारी सुविधाएं हासिल हो सकेंगी।
रेलवे मंत्रालय(Railway Ministry) के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि रेलटेल ने सभी 695 अस्पतालों व स्वास्थ्य इकाईयों को एचएमआईएस से जोड़ दिया है। यह वेब आधारित मल्टी-मॉड्युल सुविधा है। जो कि कर्मचारियों की यूनीक मेडिकल आईडेंटिटी से जुड़ा है। इसके लिए भारतीय रेलवे ने नियमित कर्मचारियों,पेंशनभोगियों और परिवार के सदस्यों के लिए तकरीबन 42 लाख यूनीक मेडिकल आईडेंटिटी कार्ड जारी किए हैं। जिससे अस्पताल प्रशासन व मरीज बिल्कुल करीब आ गए हैं। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए रेलवे ने एक ऐप विकसित किया है,जिसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। इससे ओपीडी पंजीकरण तक का लाभ लिया जा सकता है। यही नहीं नए साल में इसके माध्यम से एंबुलेंस तक की सुविधा मिलने लगेगी।रोगी अपने सभी मेडिकल रिकार्ड अपने मोबाइल पर ही देख सकेंगे। प्रयोगशाला परीक्षण परिणामों की मैन्युअल डाटा एंट्री की आवश्यकता नहीं होगी। कुल मिलाकर इस तकनीक से सभी चिकित्सा उपकरण,चिकित्सा प्रक्रियाएं और विभिन्न आईटी प्रणालियां समेकित रूप से एकीकृत हो जाएंगी। सभी रोगियों का इलेक्ट्रानिक मेडिकल रिकार्ड बन जाएगा। अस्पताल में मौजूद न रहने वाली दवाओं की ऑनलाइन स्थानीय खरीद कर रोगियो को उपलब्ध कराई जा सकेगी।