UP News : देश में होने वाले साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले ही उत्तर प्रदेश की सियासत में आए दिन कई नए बदलाव देखने को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले नेताओं के पार्टियों को छोड़ने का सिलसिला भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय लोक दल को एक बड़ा झटका लगा है। जानकारी के अनुसार हाल ही में राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने जयंत चौधरी से अपने हाथ छुड़वा लिया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने इस्तीफे से जयंत के साथ ही NDA गंठबंधन को भी बड़ा झटका लगा है।
BJP के साथ गठबंधन से नराज थे शाहिद
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार (1 अप्रैल) को शाहिद सिद्दीकी ने पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें, सिद्दीकी आरएलडी के बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर लगातार विरोध में थे। जिसके बाद उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को अपना इस्तीफा सौंपा दिया है। इस्तीफे के साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक के बाद एक तीन पोस्ट करते हुए अपने इस्तीफे के पीछे की वजहों को भी सभी के सामने रखा। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि, “मैं ने अपना त्यागपत्र राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष माननीय @jayantrld जी को भेज दिया है। मैं ख़ामोशी से देश के लोकतांत्रिक ढांचे को समाप्त होते नहीं देख सकता। मैं जयंत सिंह जी और आरएलडी मैं अपने साथियों का आभारी हूँ। धन्यवाद…”
Why I resigned now? Two reasons. I didn’t want to resign immediately as I welcomed the Bharat Ratna accorded to Chaudhry Charan Singh Ji. I didn’t want to be seen opposing it.
Secondly the attack on elected Chief Ministers and Opposition parties when elections have been announced…— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) April 1, 2024
साथ ही पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने जयंत चौधरी को भेजी अपनी चिट्ठी में कहा, “हमने 6 वर्षों तक एक साथ काम किया है और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। मैं, एक तरह से, आपको एक सहकर्मी से अधिक एक छोटे भाई के रूप में देखता हूँ। हम महत्वपूर्ण मुद्दों पर और विभिन्न समुदायों के बीच भाईचारे और सम्मान का माहौल बनाने में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं। धर्मनिरपेक्षता और हम दोनों जिन संवैधानिक मूल्यों को संजोते हैं, उनके प्रति आपकी प्रतिबद्धता पर कोई संदेह नहीं कर सकता। आपके दिवंगत दादा, भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी, आपके दिवंगत पिता अजीत सिंह जी और आपके समय से – आप सभी, और वास्तव में आपके द्वारा बनाई गई पार्टी इन मूल्यों के लिए खड़ी रही है।”
इसके अलावा उन्होंने एक और पोस्ट शेयर में अपना वीडियो भी शेयर किया जिसमें उन्होंने कहा कि “आज सवाल किसी एक दल का नहीं भारत के लोकतंत्र और राज धर्म को सुरक्षित करने का है। मैं भाजपा के नेताओं से भी बिनती करूँगा की आप अटल जी के राज धर्म को बचाने के लिए आगे आए।”
आज सवाल किसी एक दल का नहीं भारत के लोकतंत्र और राज धर्म को सुरक्षित करने का है । मैं भाजपा के नेताओं से भी बिनती करूँगा की आप अटल जी के राज धर्म को बचाने के लिए आगे आयें ।🙏 pic.twitter.com/GHJnrNGoPP
— shahid siddiqui (@shahid_siddiqui) April 1, 2024
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