UP News : उत्तर प्रदेश के एक बुजुर्ग ने बड़ी ही मार्मिक अपील की है। उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में रहने वाले बुजुर्ग ने यह मार्मिक अपील अकेले रहने को मजबूर माता-पिताओं के नाम लिखी है। अपील में बुजुर्ग ने लिखा है कि जो बच्चे अपने माता-पिता को अकेला छोडक़र बाहर बस जाते हैं वें सबसे बड़ा पाप करते हैं। ऐसे माता-पिता से मेरी अपील है कि ऐसे बच्चों को अपनी पूरी प्रोपर्टी से बेदखल करके पूरी प्रोपर्टी भारत सरकार को दान कर दें।
उत्तर प्रदेश के आगरा में रहते हैं बुजुर्ग
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर के रहने वाले बुजुर्ग अशोक चौधरी ने चेतना मंच को एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में अशोक चौधरी ने बताया कि उन्होंने चेतना मंच के www.chetnamanch.com पर एक समाचार पढ़ा है। उस समाचार में लिखा है कि उत्तर प्रदेश के कन्नौज शहर में (75 वर्षीय) एक बुजुर्ग का शव उनके ही मकान के आंगन में तीन दिन तक पड़ा सड़ता रहा। बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस दीवार फांदकर मकान के अंदर दाखिल हुई तो देखा कि गर्मी के चलते लाश पूरी तरह से सड़ चुकी थी। उत्तर प्रदेश का यह बुजुर्ग कई वर्षों से घर में अकेले ही रह रहा था। उनका एक बेटा बेंगलुरु में तो दूसरा बेटा अमेरिका में रह रहा है। जब घर से बदबू आनी शुरू हुई तो पड़ोसियों के माध्यम से घटना के बारे में जानकारी हुई।
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फिलहाल, पुलिस ने मृतक के बेटों को सूचना दे दी है। पूरा मामला कन्नौज सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला ग्वाल मैदान का है, जहां (75 वर्षीय) अरुण कुमार मिश्रा करीब 6 वर्षों से घर में अकेले ही रह रहे थे। उनका बड़ा बेटा प्रद्युम्न अमेरिका में नौकरी करता है और वहीं रह रहा है। जबकि, छोटा बेटा अक्षत बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में जॉब कर रहा है। अरुण की पत्नी रेखा देवी अपने छोटे बेटे अक्षत के साथ बेंगलुरु में ही रह रही हैं। बीते बुधवार को अरुण मिश्रा की डेड बॉडी घर के आंगन में पड़ी पाई गई। इस बात की जानकारी तब हुई जब पड़ोस में ही रहने वाले उनके भतीजे पवन मिश्रा को बदबू आने की शंका हुई। वह अरुण के घर का दरवाजा खटखटाने पहुंचे लेकिन कोई आवाज नहीं आई। इस पर उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस दीवार फांदकर अंदर घुसी तो देखा कि आंगन में बुजुर्ग अरुण मिश्रा की डेड बॉडी पड़ी है। पास में ही एक बाल्टी पानी रखा हुआ था। पुलिस का मानना है कि बुजुर्ग घर में अकेले रहते थे। वह पानी की बाल्टी लेकर कुछ काम कर रहे होंगे तभी जमीन गिर पड़े और फिर उठ नहीं पाए। चूंकि, घर में कोई और था नहीं इसलिए उनकी मदद नहीं हो सकी। आखिर में बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। उनकी डेड बॉडी करीब 3 दिन पुरानी लग रही है। पत्र में बुजुर्ग व्यक्ति ने आगे लिखा है कि मेरी अकेले रहने को मजबूर किए गए माता-पिताओं से हाथ जोडक़र अपील है। आपको मरने के लिए अकेला छोडक़र जाने वाले कलयुगी बच्चों को अपनी प्रोपर्टी से तुरंत बेदखल करके पूरी प्रोपर्टी भारत सरकार को दान कर दें। पत्र में अपील को प्रकाशित करने का अनुरोध किया गया है। UP News
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