Noida News : नोएडा में जीआईपी मॉल के नाम से प्रसिद्ध मॉल स्थापित है। ग्रेट इंडिया पैलेस ( जीआईपी) मॉल पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि नोएडा के जीआईपी मॉल की सारी प्रोपर्टी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) अटैच कर सकता है। नोएडा का जीआईपी मॉल चर्चित कंपनी यूनिटेक ने स्थापित किया है। नोएडा में जीआईपी मॉल बनाने वाली यूनिटेक कंपनी पर ED का शिकंजा पूरी तरह से कसा जा चुका है।
ED ने एक बार फिर अटैच की है यूनिटेक की प्रोपर्टी
आपको बता दें कि नोएडा में जीआईपी मॉल बनाने वाली कंपनी का नाम यूनिटेक समूह है। यूनिटेक समूह पर ईडी का शिकंजा तेजी से कसता जा रहा है। मंगलवार को ED ने यूनिटेक की 335 करोड़ रूपए मूल्य की प्रोपर्टी कुर्क कर ली है। सरकार एजेंसी भाषा के मुताबिक ईडी ने एक बयान में कहा कि यूनिटेक इंटरनेशनल रियल्टी फंड (यूआईआरएफ) और सहाना बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी 319 करोड़ रुपये और 16 करोड़ रुपये की चल संपत्तियों को कुर्क करने के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक अनंतिम आदेश जारी किया गया है। यह मामला दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से यूनिटेक लिमिटेड और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी से पैदा हुआ है। ED उच्चतम न्यायालय के 18 दिसंबर, 2019 के आदेश के आधार पर मामले की जांच कर रही है, जिसमें “कानून प्रवर्तन तंत्र द्वारा धन शोधन के नजरिये और अन्य संबंधित पहलू से मामले की उचित जांच किए जाने की बात कही गई थी।”
ED ने कहा कि यूनिटेक समूह के चंद्रा बंधुओं (संजय चंद्रा और अजय चंद्रा) ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घर खरीदारों, निवेशकों और बैंकों से प्राप्त धन को “अवैध रूप से स्थानांतरित” करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उन्हें 7,612 करोड़ की आय अर्जित हुई। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि यूआईआरएफ चंद्रा परिवार द्वारा अपनी कंपनियों ऑरम एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और यूनिवेल लिमिटेड (केमैन द्वीप) के माध्यम से स्थापित एक ‘फंड’ था, जिसे यूनिटेक लिमिटेड को प्राप्त धन (घर खरीदारों के पैसे) को ‘स्थानांतरित’ करने के लिए बनाया गया था। जांच के हिस्से के रूप में ईडी ने यूआईआरएफ की भारतीय कंपनियों को आगरा, वाराणसी, मोहाली और चेन्नई में सौंपे गए भूमि अधिकारों सहित 319 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की। ED ने कहा कि यूनिटेक लिमिटेड ने सहाना बिल्डर्स को भी 16 करोड़ रुपये ‘स्थानांतरित’ किए, जिसका भुगतान वापस यूनिटेक लिमिटेड को किया जाना था। ED ने मामले में अब तक देश और विदेश में 1,593.36 करोड़ रुपये की कुल 1,288 संपत्तियां कुर्क की हैं। उसने शीर्ष अदालत के समक्ष जांच को लेकर आठ स्थिति रिपोर्ट भी दाखिल की हैं।
जीआईपी मॉल की प्रोपर्टी भी अटैक कर चुका है ED
आपको बता दें कि इससे पहले ED ने नोएडा शहर में स्थित यूनिटेक कंपनी के जीआईपी मॉल की प्रोपर्टी को भी अटैच किया था। ED ने नोएडा के जीआईपी मॉल की प्रोपर्टी के् एम्यूज़मेंट पार्क (Amusement Park) वाले हिस्से को 400 करोड़ रुपये के घोटाले से जुड़े एक मामले में अटैच किया था। यह मामला मनी लॉड्रिग से जुड़ा बताया जा रहा है। ED ने यूनिटेक कंपनी की करीब 291.18 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति को अटैच किया था। इंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड के तहत आने वाला नोएडा का Great India Place Mall का कमर्शियल स्पेस करीब 3,93,737.28 स्क्वायर फुट है। यूनिटेक कंपनी पर आरोप है कि उसने लोगों को सस्ते दामों पर दुकान और प्लॉट देने के लिए निवेशकों से करीब 400 करोड़ रुपये लिए। यह प्लॉट और दुकान नोएडा के अलावा गुरुग्राम में भी दिए जाने थे। लेकिन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंटरनेशनल एम्यूजमेंट लिमिटेड के प्रोजेक्ट अब तक पूरे नहीं हुआ हैं और निवेशकों को भी कोई रिटर्न नहीं मिला है। कहा जा रहा है कि इसी धोखाधड़ी की शिकायत मिलने के बाद ईडी ने यह बड़ी कार्रवाई की है। अब एक बार फिर से नोएडा के जीआईपी मॉल पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
आशंका जताई जा रही है कि यूनिटेक नोएडा के जीआईपी मॉल की पूरी की पूरी प्रोपर्टी को ED अटैच कर सकता है। इस मामले का एक पहलू यह भी है कि नोएडा के जीआईपी मॉल की प्रोपर्टी एनसीएलटी के कब्जे में है। कानून के जानकार इस बात पर मंथन कर रहे हैं कि NCLT के पास प्रोपर्टी रहने के दौरान क्या ED उस प्रोपर्टी को अटैच कर सकता है।
पुलिस कमिश्नर की महिला सुरक्षा पर अच्छी पहल, दो पिंक बूथ का उद्घाटन
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।