UP News : उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ है। कन्नौज के वायरल हो रहे वीडियो में एक युवक पुलिस के सामने जेल के बाहर ब्रेक डांस करते हुए नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि शख्स जेल के बाहर इसलिए डांस कर रहा है क्योंकि उसे जेल से रिहाई मिल गई है। वायरल वीडियो में शख्स का ब्रेक डांस इतना जबरदस्त है कि लोग उसके दिवाने हो गए हैं और वीडियो को खूब लाइक और शेयर कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक जिस शख्स की रिहाई हुई है उसका नाम शिवा नागर बताया जा रहा है जो छिबरामऊ का निवासी है। कहा जा रहा है कि शिवा मादक पदार्थ मामले में पिछले 9 महीने से सलाखों के पीछे सजा काट रहा था। जिसकी रिहाई विधिक सेवा प्राधिकरण की मदद से कराई गई। शिवा के अलावा जेल में बंद अन्य बेसहारा कैदी को भी रिहाई मिली। जेल से छूटते ही शिवा खुशी के झूम उठा और जेल के गेट पर ब्रेक डांस करने लगा। शिवा के ब्रेक डांस का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जो देखते ही देखते तेजी से वायरल हो गया।
1 साल की हुई थी सजा
खबरों की मानें तो शिवा को करीब 1 साल की सजा सुनाई गई थी। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह जुर्माना अदा नहीं कर पा रहा था जिससे उसकी रिहाई टल रही थी। संविधान दिवस के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव लवली जायसवाल और चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल श्वेतांक अरुण तिवारी के प्रयासों से शिवा का अर्थदंड जमा कराया गया, जिससे वह जेल से बाहर आ सका। जेल के आजाद होते ही शिवा ने डांस करना शुरू कर दिया जिसे देखकर आसपास खड़े पुलिस भी हैरान रह गए। वहीं लोगों ने शिवा के लिए तालियां बजाकर उसका उत्साहवर्धन किया और उसे भविष्य में बेहतर जीवन जीने की सलाह दी। यहां देखें वीडियो…
दो कैदियों की रिहाई सुनिश्चित
इस मामले में एक अन्य कैदी अंशू गिहार को भी प्राधिकरण के प्रयासों से रिहाई मिली। अंशू की जमानत एक महीने पहले हो चुकी थी, लेकिन उसे लेने कोई नहीं आया था। प्राधिकरण ने इस मामले को गंभीरता से लिया और न्यायालय से दोनों कैदियों की रिहाई सुनिश्चित कराई। कन्नौज जिला कारागार में ऐसे दो कैदी बंद थे जिनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं था। इनमें से एक अनाथ था तो दूसरे के माता-पिता की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। जिसके कारण वो जुर्माना की भारपाई नहीं कर पा रहे थे। प्राधिकरण की सचिव लवली जायसवाल ने स्वयंसेवी संस्था की कोशिशों के सहयोग से उसका अर्थदंड जमा कराया, जिससे वह रिहा हो सका।
न्यायालय ने बंदियों को कराया रिहा UP News
वहीं दूसरे मामले में बंदी अंशू गिहार, जिसकी जमानत एक माह पहले हो चुकी थी पर कोई जमानत लेने नहीं आया था। प्राधिकरण सचिव ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देकर न्यायालय से इन बंदियों को रिहा कराया। बता दें, रिहाई के बाद शिवा नागर ने कारागार गेट के सामने खुशी से ब्रेक डांस किया। जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। UP News
संभल के दंगाईयों की पुलिस ने जारी की तस्वीरें, नाबालिग भी बने पत्थरबाज
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।