Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। पड़ोस में रहने वाली एक महिला के साथ अभद्रता करने के आरोप में जेल में बंद चर्चित गालीबाज श्रीकांत त्यागी की रिहाई का परवाना अब तक गौतमबुद्धनगर की लुक्सर जेल प्रशासन के पास नहीं पहुंचा है। उसे आज की रात भी जेल में ही काटनी पड़ेगी।
बता दें कि विगत 23 अगस्त को नोएडा के सेक्टर-93बी स्थित ग्रैंड ओमैक्स सोसायटी की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इस वीडियो क्लिप में इसी सोसायटी में रहने वाला गालीबाज श्रीकांत त्यागी एक सभ्य समाज की महिला को गाली देते और हाथापाई करते हुए दिख रहा था। ये वीडियो आपको भी एक बार देखना चाहिए।
इस वीडियो क्लिप से स्पष्ट हो रहा है कि गालीबाज श्रीकांत त्यागी दबंगई और अपने रसूख के दम पर किसी को भी बेइज्जत कर सकता है।
गौतमबुद्धनगर पुलिस ने इस मामले पर खूब लीपा-पोती की, लेकिन मामला मीडिया की सुर्खियों के कारण आम लोगों के बीच जमकर विख्यात हुआ। शासन के उच्च अधिकारियों के दबाव के बाद स्थानीय पुलिस ने इसमंे कार्रवाई की और श्रीकांत त्यागी को घटना के तीन दिन बाद नाटकीय ढंग से मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। कानूनी जिरहबाजी के बाद कल यानि (17 अक्टूबर) सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के गंभीर मामले में श्रीकांत त्यागी को जमानत दे दी है। इसके बाद श्रीकांत त्यागी की रिहाई को लेकर कयासों का बाजार गर्म है।
Srikant Tyagi Case :
गौतमबुद्धनगर की लुक्सर जेल के जेलर जे.पी. तिवारी ने चेतना मंच को बताया कि अभी तक श्रीकांत त्यागी की रिहाई का परवाना जेल प्रशासन के पास नहीं पहंुचा है। परवाना मिलने के बाद नियमानुसार उसकी रिहाई की जाएगी।
वहीं, श्रीकांत त्यागी के अधिवक्ता सचिन भाटी ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि अभी बेल ऑर्डर गौतमबुद्धनगर नहीं आया है। इसके अधिकारिक रूप से मिलने के बाद जमानतियों के वेरीफिकेशन व अन्य प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी, उसके बाद ही रिहाई होगी।
हुड़दंड करने वाले बाज आएं : देवेन्द्र त्यागी
त्यागी समाज के वरिष्ठ कार्यकर्ता देवेन्द्र त्यागी ने कहा है कि समाज के नाम पर हुड़दंग करने वाले बाज आएं। इससे त्यागी समाज का सामाजिक नुकसान हो रहा है। पिछले दिनों श्रीकांत त्यागी के परिवार और उसके बच्चों को खाना देने गए पांच युवाओं के समर्थन में महर्षि आश्रम में महापंचायत आहूत की गयी थी। देवेन्द्र त्यागी उस पंचायत के प्रमुख नेता थे।
Srikant Tyagi Case :
चेतना मंच से बातचीत के दौरान देवेन्द्र त्यागी ने कहा कि श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी और उसकी मामी के साथ जो बर्ताव उस दौरान किया गया था, उसे किसी भी हालत में सही नहीं ठहराया जा सकता। समाज की लड़ाई सम्मान के लिए थी, है और रहेगी। लेकिन, कानूनी लड़ाई लड़ने का हक सबको है। श्रीकांत त्यागी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिली है, इसके बाद संयमित तरीके से उसे घर लाया जाएगा। हुड़दंग करने वालों को बाज आना चाहिए। समाज ऐसे लोगों का समर्थन किसी भी कीमत पर नहीं करेगा। हम पढ़े-लिखे लोग हैं, हमें सभी के साथ मिलकर चलना है।