लाल बहादुर शास्त्री ने विचारों से लोगों में भरी देशभक्ति
साधारण जीवन (SIMPLE LIVING) लेकिन हौसले से पूर्ण रुप से मजबूत देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (LAL BAHADUR…
Anzar Hashmi | October 2, 2021 8:47 AM
साधारण जीवन (SIMPLE LIVING) लेकिन हौसले से पूर्ण रुप से मजबूत देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (LAL BAHADUR SHASTRI) का जन्म 2 अक्टूबर 1904 में उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। आज उनकी जयंती को पूरे देश में मनाया जा रहा है। देश के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले शास्त्री जी को बचपन में काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा था। उन्हे स्कूल जाने के लिए नदी पार करनी पड़ती थी। उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए उनको कई मील नंगे पैर जाना पड़ता था। इन परिस्थितियों का सामना कर वे महान इंसान बन सके।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (JAWAHAR LAL NEHRU) का निधन होने के बाद अच्छी छवि और लोगों के बीच मशहूर होने के कारण शास्त्री जी को देश का दूसरा प्रधानमंत्री बनाया गया। उन्होंने 9 जून 1964 को भारत के प्रधानमंत्री (PRIME MINISTER) का पदभार संभाला था। उनके शासनकाल में 1965 के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था। इससे 3 वर्ष पूर्व चीन के साथ हुए युद्ध में भारत को हार मिली थी।
शास्त्री जी ने पाकिस्तान को हराने में दिया अहम योगदान
शास्त्री जी ने अप्रत्याशित रूप से हुए 1965 वाले युद्ध में राष्ट्र को उत्तम नेतृत्व दिया था। प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 26 जनवरी, 1965 को देश के जवानों और किसानों (FARMERS) को अपने कर्म के प्रति सुदृढ़ बनाने और देश को खाद्य के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के लिए जय जवान, जय किसान का नारा दिया था जो भारत में आज भी काफी लोकप्रिय है।
उनकी ईमानदारी ने देशभक्ति में निभाई अहम भूमिका
उजबेकिस्तान की राजधानी ताशकंद में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान के साथ मिलकर युद्ध खत्म करने के समझौते पर हस्ताक्षर (SIGNATURE) करने के बाद 11 जनवरी, 1966 वाली रात को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई। उनको सादगी, देशभक्ति (PATRIOTISM) और ईमानदारी के लिए जाना जाता था। यही नहीं उनको भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।