जेल विभाग में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सामान्य घड़ी की जगह स्मार्ट वॉच पहनने की बात सामने आने के बाद प्रदेश (Uttar Pradesh) के समस्त जेलों में इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। डीजी जेल आनंद कुमार के द्वारा जारी किये गए आदेश के अनुसार स्मार्ट वॉच और स्मार्ट बैंड पहनने के बाद ये मोबाइल फ़ोन से जुड़ जाती हैं और उसी डिवाइस की भांति ही कार्य करने लगती हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए यह आदेश प्रदेश की जेलों के लिए दिया गया है और डीआईजी कारागार (Uttar Pradesh) को इस आदेश का सख्ती से पालन करने के लिए भी कहा गया है।
मोबाइल फ़ोन के इस्तेमाल से दिए हैं कई घटनाओं को अंजाम
Uttar Pradesh के कारागार में रहने वाले बंदी पहले भी किसी तरह से फ़ोन का इंतजाम करके कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। ऐसे में इस तरह के आदेश का सख़्ती से पालन होना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। इस तरह के नेटवर्क को जड़ से समाप्त करने के लिए जेलों में अब मोबाइल फोन या स्मार्ट वॉच के जरिये मोबइल का इस्तेमाल करते हुए पकड़े जाने पर बंदियों पर पचास हजार का जुर्माना भी लगाया जाएगा। हाल ही में चित्रकूट जेल में बंद अब्बास अंसारी से मुलाक़ात करने पहुंची निखत के पास से मोबइल फ़ोन बरामद हुआ। जिसके बाद उनपर तुरंत एक्शन लेते हुए एफआईआर भी दर्ज की गयी।
Uttar Pradesh
डीजी जेल के द्वारा इस आदेश के साथ -साथ एक अन्य आदेश भी जारी किया गया है जिसमें कारागार में मौजूद हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के अभ्यर्थियों की परीक्षा के बारे में बताया गया। आदेश में कहा गया है कि कारागार बंदियों को अपराध से दूर करने के लिए पूरे मनोयोग से कार्यरत है। ऐसे में बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों को लाइब्रेरी में सभी जरूरी पुस्तकें उपलब्ध करायी जाएंगी और परीक्षा के दौरान उनसे कोई भी. कार्य नहीं लिया जाएगा। ताकि वे स्वतंत्र भाव एवं पूर्ण मनोयोग से अपनी परीक्षाएं दें सकें।