सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज का इंतकाल

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Justice Fathima Beevi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Nov 2023 09:24 PM
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Justice Fathima Beevi : सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज और तमिलनाडु की पूर्व राज्यपाल फातिमा बीवी का गुरुवार, 23 नवंबर को एक निजी अस्पताल में इंतकाल हो गया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

Justice Fathima Beevi

केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने न्यायमूर्ति फातिमा बीवी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश और तमिलनाडु की राज्यपाल के रूप में अपनी छाप छोड़ी।

जॉर्ज ने एक बयान में कहा, ‘‘वह एक बहादुर महिला थीं, जिनके नाम कई रिकॉर्ड हैं। वह ऐसी हस्ती थीं, जिन्होंने अपने जीवन से यह दिखाया कि दृढ़ इच्छा शक्ति और मकसद को लेकर समझ होने से किसी भी विपरीत परिस्थिति से पार पाया जा सकता है। ’’

कौन थी जस्टिस ​फातिमा बीवी

सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज रही जस्टिस फातिमा बीवी का जन्म 30 अप्रैल 1927 को केरल के पंडालम में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पथानामथिट्टा के कैथोलिकेट हाई स्कूल से पूरी की और यूनिवर्सिटी कॉलेज, तिरुवनंतपुरम से विज्ञान स्नातक की डिग्री हासिल की।

जस्टिस फातिमा ने तिरुवनंतपुरम के सरकारी लॉ कॉलेज से एलएलबी की उपाधि प्राप्त की और 14 नवंबर 1950 को एक वकील के रूप में विख्यात हुई। उन्होंने बार काउंसिल परीक्षा में टॉप किया और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए बार काउंसिल से गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाली पहली महिला बनी।

1950 के दशक में केरल की निचली न्यायपालिका में अपने करियर की शुरुआत करते हुए न्यायमूर्ति बीवी ने अधीनस्थ न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, जिला और सत्र न्यायाधीश और आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण के न्यायिक सदस्य जैसे विभिन्न पदों पर काम करते हुए तेजी से प्रगति की। 1983 में उन्होंने हाईकोर्ट की जज बनकर इतिहास रचा। 1989 में सुप्रीम कोर्ट जज के रूप में उनकी नियुक्ति हुई थी। विशेष रूप से, उन्हें एशिया के किसी भी देश के सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश होने का गौरव भी प्राप्त है। न्यायपालिका में अपने करियर के बाद न्यायमूर्ति बीवी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में अपनी सार्वजनिक सेवा जारी रखी। बाद में उन्हें तमिलनाडु का राज्यपाल नियुक्त किया गया।

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खतरनाक Deep fake के खिलाफ 10 दिन में बनेगा सख्त कानून...

खतरनाक Deep fake के खिलाफ 10 दिन में बनेगा सख्त कानून...
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 03:37 AM
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बॉलीवुड और साउथ फ़िल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस रश्मिका मन्दाना के द्वारा DeepFake के खिलाफ सोशल मीडिया पर किये गए कड़े विरोध के बाद सरकार ने इस मुद्दे पर त्वरित कार्यवाही की है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए कहा कि विभाग की सभी टेक कम्पनियों के हेड के साथ बातचीत हुई है और उन्होंने इस बात पर सहमति जतायी है कि DeepFake को फ्री स्पीच के अंतर्गत नहीं रखा जा सकता है।  

दिसंबर में पुनः होगी बैठक

  सोशल मीडिया प्लेटफार्मस के साथ हुई एक मीटिंग के बाद आज केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि डीपफेक समाज और लोकतंत्र दोनों के लिए ही एक बड़ा खतरा है और इस पर तुरंत रोक लगाने के लिए हम कम से कम दिनों में एक सख्त कानून बनाने जा रहे हैं।  

DeepFake

आज हुई बैठक के पश्चात दिसंबर के पहले सप्ताह में पुनः एक मीटिंग बुलाई जायेगी जिसमें आज लिए गए निर्णयों पर बातचीत होगी। इसके अलावा यह भी निर्धारित किया जाएगा कि डीपफेक के खिलाफ बनाये जा रहे नियमों में क्या अहम बातें शामिल की जानी चाहिये।  

रश्मिका मंदाना और पीएम मोदी के बाद सारा तेंदुलकर ने भी उठायी आवाज़

  आपको बता दें कि बीते दिनों रश्मिका मंदाना का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हुआ था जिसमें किसी अन्य महिला के वीडियो में रश्मिका के चेहरे का प्रयोग किया गया था। वीडियो से आहत एक्ट्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर इसका कड़ा विरोध कर सरकार का ध्यान खींचा। इसके बाद एक भाषण में पीएम मोदी भी DeepFake का जिक्र करते दिखे और बताया कि उनके भी कुछ वीडियोज़ सोशल मीडिया पर इस गलत AI टूल की मदद से बनाये गए हैं। अब सचिन तेंदुलकर की बेटी सारा तेंदुलकर ने भी. अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा है कि उनके कुछ एडिटेड फोटोग्राफ़्स और वीडियोज़ सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे हैं जो वास्तविकता से बिल्कुल अलग हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे एंटरटेनमेंट कभी भी सच और भरोसे के झूठे मूल्यों पर नहीं हो सकता है।  

कानून के साथ जागरूकता भी है जरुरी - अश्विनी वैष्णव

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बढ़ते हुए समाजिक खतरे के कद को चार अहम जागरूक मुद्दों के साथ कम किया जा सकता है।
  • DeepFake वीडियो की जाँच कैसे हो?
  • वीडियो को वायरल होने से कैसे रोकें?
  • यूजर इसकी रिपोर्ट कैसे कर सकता है?
  • अन्य लोगों को इसके बारे में कैसे सचेत करें?
अश्विनी वैष्णव ने यह भी कहा कि अगले कुछ ही हफ्तों में रेगुलेशन ड्राफ्ट बन जाएगा और ज्यादा से ज्यादा सामाजिक संस्थाओं और लोगों को इससे बचाने की कोशिश की जाएगी।

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राजौरी में मुठभेड़ में आर्मी के दो जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर के घने जंगलों वाले क्षेत्र में बुधवार को आतंकियों के क्षिपे होने की सूचना मिलने पर सेना और स्‍थानीय पुलिस की सम्मिलित टीम ने इस क्षेत्र को सील कर दिया

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Jammu and Kashmir Encounter
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Nov 2023 12:58 AM
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Jammu and Kashmir Encounter : जम्मू-कश्मीर के घने जंगलों वाले क्षेत्र में बुधवार को आतंकियों के क्षिपे होने की सूचना मिलने पर सेना और स्‍थानीय पुलिस की सम्मिलित टीम ने इस क्षेत्र को सील कर दिया। और सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान आतंकियों ने अचानक सेना पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सेना ने भी अपना मोर्चा संभालते हुए आतंकियों से लोहा लेना शुरू किया। इस गोलीबारी में राजौरी में आतंकियों से लोहा लेते हुए सेना के दो जवान शहीद हो गए।

सेना का हालात काबू में करने का प्रयास जारी

खुफि‍या सूचना पर जब सेना और पुलिस की टीम ने आतंकियों का घेराव कर लिया तभी अचानक आतंकियों की ओर से किए गए गोलीबारी के जवाबी कार्रवाई में मेजर रैंक के एक अधिकारी समेत दो सैनिक शहीद हो गए। दो अन्य जख्मी भी बताए जा रहे हैं। सेना द्वारा हालात पर काबू पाने की जद्दोजहद जारी है, वहीं इसी के साथ सेना के एक अन्‍य अभियान में श्रीनगर से भी 2 आतंकियों को हथियारों और गोला बारूद के साथ पकड़े जाने की सूचना मिली है। Jammu and Kashmir Encounter news in hindi

घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था

सेना और स्‍थानीय पुलिस की संयुक्‍त टीम के साथ आतंकियों की मुठभेड़ बुधवार सुबह शुरू हुई थी। इस बारे में जम्मू-कश्मीर पुलिस के उप महानिरीक्षक हसीब मुगल ने न्‍यूज एजेंसी को जानकारी दी कि राजौरी जिले के धर्मसाल के जंगल वाले क्षेत्र बाजीमल में सुबह आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों की एक टीम ने इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था। जैसे ही टीम उनके नजदीकय पहुंची, छिपे बैठे आतंकवादियों ने गोलीबारी कर दी। इसके बाद सेना और पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। दोपहर में इस मुठभेड़ में सेना के मेजर रैंक के अधिकारी एमवी प्रांजिल और एक अन्य जवान की जान चली गई। जानकारी के मुताबिक पिछले चार दिनों में यह दूसरा एनकाउंटर है। इससे पहले, 18 नवंबर को हुई मुठभेड़ में 6 आतंकी ढेर हुए थे।

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