उत्तर प्रदेश के वो स्वाद जो हर foodie के लिए हैं खास

उत्तर प्रदेश के वो स्वाद जो हर foodie के लिए हैं खास
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:34 AM
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उत्तर प्रदेश सिर्फ भारत का ही नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य भी है। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 25 करोड़ से ऊपर है। उत्तर प्रदेश अपने इतिहास, संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश की खाने की संस्कृति भी इसे खास बनाती है? चेतना मंच न्यूज पोर्टल पर हम रोज़ाना उत्तर प्रदेश की खूबियों को सामने लाते हैं, और इस बार हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसी खासियत जो हर खाने के शौकीन को जरूर अनुभव करनी चाहिए।  UP News

उत्तर प्रदेश की थाली सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं है, बल्कि यह संस्कृति और इतिहास की कहानी भी कहती है। नवाबी शानो-शौकत से लेकर मसालेदार स्ट्रीट फूड तक, हर व्यंजन अपने स्वाद के साथ राज्य की परंपराओं को भी सामने लाता है। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे उत्तर प्रदेश के ऐसे प्रसिद्ध व्यंजन, जिन्हें जीवन में कम से कम एक बार जरूर चखना चाहिए।   UP News

अवधी बिरयानी

उत्तर प्रदेश के खाने की बात करें और अवधी बिरयानी का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। लखनऊ की यह शाही बिरयानी मैरीनेट किया हुआ मांस, खुशबूदार बासमती चावल, केसर और साबुत मसालों के बेहतरीन मिश्रण से बनाई जाती है। इसे दम पुख्त तकनीक से धीमी आंच पर पकाया जाता है, जिससे हर दाने में खुशबू और गहरा स्वाद भर जाता है। हैदराबादी बिरयानी की तरह इसमें तीखापन कम होता है, लेकिन स्वाद और महक में यह कहीं भी पीछे नहीं रहती। जब कोई पूछता है कि उत्तर प्रदेश का सबसे प्रसिद्ध व्यंजन क्या है, तो अवधी बिरयानी का नाम सबसे पहले आता है। इसके अनूठे स्वाद और शाही अंदाज के कारण यह हर खाने के शौकीन के लिए खास बन गई है।    UP News

टुंडे कबाब

उत्तर प्रदेश का एक और ऐसा व्यंजन है, जिसने अपनी खास पहचान और स्वाद से लोगों का दिल जीत लिया है—टुंडे कबाब। यह कबाब इतना नरम और लाजवाब है कि यह मुंह में घुल जाता है। सौ से भी ज्यादा मसालों के मिश्रण से तैयार यह व्यंजन मूल रूप से एक बुज़ुर्ग नवाब के लिए बनाया गया था, जिनके दांत नहीं थे। इसका नाम उस रसोइये ‘टुंडे’ के नाम पर पड़ा, जिसने इसे अद्भुत स्वाद में ढाला। लखनऊ के टुंडे कबाब को रूमाली रोटी या गरम पराठे के साथ परोसा जाता है। उत्तर प्रदेश के व्यंजनों में इसे शानदार और अनोखा व्यंजन माना जाता है।    UP News

आलू टिक्की और चाट

उत्तर प्रदेश के खाने की बात करें और स्ट्रीट फूड का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। उत्तर प्रदेश की सड़कों पर मिलने वाला स्ट्रीट फूड भी अपने आप में खास है। वाराणसी, लखनऊ और कानपुर की मसालेदार और चटपटी चाट यूपी की पाक संस्कृति का सबसे रंगीन हिस्सा हैं। इन स्ट्रीट फूड्स में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली चीज है आलू टिक्की, जिसे कुरकुरे आलू के पैटीज़ पर दही और मीठी-खट्टी इमली की चटनी डालकर परोसा जाता है। चाहे पापड़ी चाट हो, दही भल्ला या बास्केट चाट, हर व्यंजन उत्तर प्रदेश की स्वादों की विविधता और रंग-बिरंगी संस्कृति को दर्शाता है। ये चटपटे व्यंजन न सिर्फ सस्ते हैं, बल्कि हर खाने के शौकीन को यूपी के स्वादों से जोड़ने वाला अनुभव भी देते हैं।    UP News

गलौटी कबाब  

उत्तर प्रदेश का एक और शाही व्यंजन है गलौटी कबाब, जो टुंडे कबाब की तरह ही बेहद नरम और स्वादिष्ट होता है। इसे कच्चे पपीते और बारीक कटा हुआ मांस मिलाकर तैयार किया जाता है, जिससे कबाब की कोमलता और स्वाद और भी बढ़ जाता है। पतले कटे उल्टे तवे के पराठे के साथ परोसा जाने वाला यह व्यंजन अवधी पाककला की उत्कृष्टता को दर्शाता है। गलौटी कबाब इतने नरम होते हैं कि यह मुंह में घुलते ही लाजवाब अनुभव दे जाते हैं। मांसाहारी शौकीनों के बीच यह व्यंजन उत्तर प्रदेश के परिष्कृत और प्रसिद्ध व्यंजनों में एक विशेष स्थान रखता है।  UP News

बाटी चोखा

पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया और वाराणसी क्षेत्र का प्रसिद्ध व्यंजन है बाटी चोखा। यह स्वादिष्ट डिश भुने हुए गेहूँ के गोलों (बाटी) और मसालेदार आलू या बैंगन के चोखा के साथ परोसी जाती है। देसी घी डालकर इसे और भी पौष्टिक और लाजवाब बनाया जाता है। भले ही यह बिरयानी या कबाब जितना दुनिया में प्रसिद्ध न हो, लेकिन शाकाहारी और पारंपरिक खाने के शौकीनों के बीच, बाटी चोखा उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध और खास व्यंजन बन चुका है।

पूड़ी-सब्ज़ी और कचौरी

उत्तर प्रदेश का नाश्ता चाहे सड़क हो या घर, कचौड़ी और पूरी-सब्ज़ी के बिना अधूरा है। ये तले हुए व्यंजन मसालेदार आलू की करी के साथ परोसे जाते हैं और राज्य के सबसे पसंदीदा नाश्तों में से एक हैं। सप्ताहांत और त्योहारों के दिन सड़कें इन व्यंजनों की खुशबू से महक उठती हैं। मथुरा और इलाहाबाद जैसे शहरों में कचौड़ी में दाल या मटर भरी जाती है और इसे मीठी-खट्टी इमली की चटनी के साथ परोसा जाता है। यही कारण है कि यह व्यंजन उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध भोजन में अमृतमय स्वाद के रूप में जाना जाता है।

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निहारी

उत्तर प्रदेश का एक शाही और मशहूर व्यंजन है निहारी मटन की टांगों से बनाई जाती है। यह पारंपरिक रूप से नाश्ते में खाई जाती है और इसकी गर्म सुगंध और मसालेदार स्वाद इसे खास बनाते हैं। खासकर सर्दियों में, निहारी का आनंद कुलचे या नान के साथ लेना सबसे बेहतरीन माना जाता है। उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध व्यंजनों में से एक, निहारी में मुगलई स्वाद और पारंपरिक पकाने की कला समाहित है। मांसाहारी शौकीनों के बीच यह व्यंजन हमेशा पसंदीदा और यादगार बना रहता है।

मलाई माखन, पेड़ा और बालूशाही

लखनऊ और कानपुर की सर्दियों की सबसे खास मिठाई है मलाई मक्खन, जिसे लोग निमिष के नाम से भी जानते हैं। यह स्वादिष्ट मिठाई दूध की मलाई, चीनी और केसर से बनाई जाती है और दिखने में नरम, झागदार और मुलायम होती है। मलाई मक्खन केवल खाने के लिए नहीं, बल्कि इसे घूंट-घूंट कर पीने का आनंद भी अलग है। हर चखते ही केसर, इलायची और चीनी का गरम और मीठा आलिंगन जीभ पर घुल जाता है, जिससे यह उत्तर प्रदेश की सबसे विशेष और लाजवाब मिठाइयों में शुमार हो जाती है।  UP News

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उत्तर प्रदेश में IAS दीपक कुमार का जलवा, कैसे बने सबसे पावरफुल अफसर?

उत्तर प्रदेश में IAS दीपक कुमार का जलवा, कैसे बने सबसे पावरफुल अफसर?
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calendar19 Sep 2025 01:43 PM
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उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल के तहत योगी सरकार ने 14 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला किया है। इस बदलाव में सबसे बड़ा नाम IAS दीपक कुमार का है जिन्हें अब राज्य का सबसे प्रभावशाली अधिकारी माना जा रहा है। उन्होंने मुख्य सचिव एसपी गोयल को भी पीछे छोड़ दिया है क्योंकि सरकार ने उनसे अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास सहित कई महत्वपूर्ण विभाग वापस लेकर दीपक कुमार को सौंप दिए हैं। UP News 

किन विभागों की मिली है जिम्मेदारी?

दीपक कुमार को जिन पदों की जिम्मेदारी सौंपी गई है उनमें अवसंरचना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (IIDC), उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के सीईओ, PICKUP (Public Infrastructure & Capital Knowledge Utilisation Programme) के चेयरमैन, UPDASP (उत्तर प्रदेश विकास एवं कृषि सेवा कार्यक्रम) के परियोजना निदेशक, समन्वय विभाग के अपर मुख्य सचिव शामिल हैं। वहीं उन्हें बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया गया है जिससे साफ है कि अब उनका फोकस इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पर रहेगा।

कौन हैं IAS दीपक कुमार?

दीपक कुमार 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने 1989 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की थी। मूल रूप से बिहार के पटना जिले से ताल्लुक रखने वाले दीपक कुमार ने इतिहास विषय से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्हें हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं का अच्छा ज्ञान है। मार्च 2024 में उन्हें अपर मुख्य सचिव (गृह विभाग) बनाया गया था और इससे पहले वह कई उच्च पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

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मुख्य सचिव से भी ज्यादा पावरफुल क्यों माने जा रहे हैं?

परंपरागत रूप से, मुख्य सचिव राज्य का सबसे प्रभावशाली अधिकारी होता है, लेकिन इस बार सरकार ने एसपी गोयल से लगभग सभी अहम विभाग हटाकर दीपक कुमार को सौंप दिए हैं। यह दर्शाता है कि सरकार दीपक कुमार पर अधिक भरोसा जता रही है और उनकी कार्यशैली को प्राथमिकता दे रही है। ये बदलाव यूपी की प्रशासनिक दिशा में एक बड़ा संकेत है। UP News 
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लखनऊ के नए कमिश्नर की प्रोफाइल वायरल, जानिए क्यों चर्चा में हैं IAS विजय पंत?

लखनऊ के नए कमिश्नर की प्रोफाइल वायरल, जानिए क्यों चर्चा में हैं IAS विजय पंत?
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calendar19 Sep 2025 12:01 PM
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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रशासनिक फेरबदल करते हुए मंगलवार देर रात 16 IAS अधिकारियों के तबादले किए। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा चर्चा IAS विजय विश्वास पंत को लेकर है जिन्हें लखनऊ मंडल का नया कमिश्नर बनाया गया है। इससे पहले यह जिम्मेदारी वरिष्ठ IAS अधिकारी डॉ. रोशन जैकब के पास थी जो अब खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन विभाग की सचिव बनाई गई हैं। UP News 

कौन हैं विजय विश्वास पंत?

विजय विश्वास पंत 2004 बैच के IAS अधिकारी हैं। प्रशासनिक अनुभव, कुशल नेतृत्व और शांत स्वभाव के लिए पहचाने जाने वाले पंत इससे पहले प्रयागराज और आजमगढ़ के कमिश्नर रह चुके हैं। अब उन्हें राज्य की राजधानी लखनऊ की ज़िम्मेदारी दी गई है जो राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से सबसे अहम मानी जाती है। विजय विश्वास पंत मूल रूप से उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता जेडी पंत उत्तर प्रदेश में पीसीएस अधिकारी रह चुके हैं जबकि उनकी मां गणित विषय की शिक्षिका रही हैं। बताया जाता है कि सिविल सेवा में आने का निर्णय उन्होंने अपनी मां की प्रेरणा से लिया था।

IIT कानपुर से की है इंजीनियरिंग

विजय पंत का जन्म 17 जनवरी 1979 को हुआ। उन्होंने प्रारंभिक पढ़ाई उत्तराखंड (तत्कालीन उत्तर प्रदेश) में की। उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई रानीखेत के निर्मला कॉन्वेंट स्कूल से और इंटरमीडिएट की पढ़ाई नैनीताल के सेंट पॉल कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित IIT कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया और 2001 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। विजय विश्वास पंत को पहली पोस्टिंग 2006 में सहारनपुर में जॉइंट मजिस्ट्रेट के तौर पर मिली थी। इसके बाद 2008 में उन्हें महोबा का जिलाधिकारी बनाया गया, जहां उन्होंने 3 वर्षों तक सेवा दी। इसके बाद वह मैनपुरी, सोनभद्र और कानपुर नगर के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं। वह केंद्र सरकार में भी सेवाएं दे चुके हैं। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय में मंत्री कलराज मिश्र के साथ वह प्राइवेट OSD के रूप में कार्यरत रहे।

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सीएम योगी के भरोसेमंद अफसरों में शुमार

पंत को 2020 में आजमगढ़ का कमिश्नर बनाया गया था। इसके बाद वह प्रयागराज कुंभ जैसे बड़े आयोजनों की ज़िम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। अब उन्हें लखनऊ मंडल कमिश्नर जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। जानकारों की मानें तो विजय विश्वास पंत की छवि एक ईमानदार, दक्ष और नीतिगत रूप से मजबूत अधिकारी की रही है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी की ज़िम्मेदारी उन्हें सौंपने का निर्णय लिया। लखनऊ में प्रशासनिक संतुलन बनाए रखना और विकास कार्यों की गति को बरकरार रखना अब उनके सामने बड़ी चुनौती होगी। UP News