Sanjeev Kumar birth anniversary : एक अभिनेता जिसे ये दुनिया छोड़े 38 साल हो गए हैं, लेकिन उसने ऐसा यादगार अभिनय किया है, कि वो मृत्यु के इतने साल बाद भी हमारे दिलों में आज भी जिंदा है। मृत्यु के इतने सालों बाद भी वो अपने काम के जरिए आज भी हमारे साथ हैं। उनकी बोलती आँखे, जानदार अभिनय उन्हें आज भी उन्हें जिंदा रखे हुए है। जब भी दुनिया के बेहतरीन अभिनेताओं की बात होती है, उनका जिक्र होना लाजमी है। रोल छोटा हो या बड़ा, युवा का हो या बूढे का, संजीव कुमार ने अपने अभिनय से उसे जीवंत कर दिया। उन्होंने नायक, चरित्र अभिनेता, विलेन और कॉमेडियन सभी तरह के रोल बखूबी किए।
अपने अभिनय से हर रोल में जान डाल देने वाले अभिनेता संजीव कुमार का आज जन्मदिन है। उनका जन्म आज ही के दिन 9 जुलाई 1938 को हुआ था। संजीव कुमार का असली नाम हरिहर भाई जरीवाला था। लेकिन नजदीकी लोग उन्हें हरी भाई के नाम से बुलाते थे। फिल्मों में आने पर उन्होंने अपना नाम संजय रख लिया, लेकिन उस समय संजय नाम के एक और भी अभिनेता थे, किसी को नाम के कारण कोई कन्फ्यूजन न हो, इसलिए उन्होंने अपना नाम एक बार फिर बदल कर संजीव कुमार कर लिया। आज दुनिया उन्हें इसी नाम से जानती है।
वो फिल्में जिन्हें केवल संजीव कुमार के लिए याद किया जाता है
संजीव कुमार ने यूँ तो जिन फिल्मों में काम किया, उनमें सभी में उनका काम सराहनीय था। लेकिन संजीव जी ने अपने करियर में कुछ रोल ऐसे किए, जिन्हें उस तरह निभाना शायद किसी और अभिनेता के बस की बात नहीं थी। एक फ़िल्म आई थी, ‘नया दिन नई रात’। इस फ़िल्म को आज भी संजीव कुमार के कारण याद किया जाता है। इस फ़िल्म में उन्होंने 9 किरदार निभाए थे। सभी एक दूसरे से बिल्कुल अलग। ये किरदार हिंदी के 9 रसों पर आधारित थे। सभी किरदारों में उन्होंने शानदार अभिनय से जान फूंक दी थी।
‘खिलौना’ को आज भी याद किए जाने की वजह भी संजीव कुमार ही हैं। पागल का रोल उन्होंने इस तरह का निभाया कि लोगों ने दाँतो तले अंगुलियां दबा ली। उनके अभिनय को देखकर यकीन कर पाना मुश्किल था कि कोई अभिनय कर रहा है। ऐसा लगा वाकई कोई अपनी प्रेमिका के प्यार में सच में पागल हो गया है। उनकी ऐसी ही एक और यादगार फ़िल्म है ‘कोशिश’। इस फ़िल्म में संजीव कुमार और जया भादुड़ी (बच्चन) का अभिनय मील का पत्थर है। गूंगे बहरे पति-पत्नी के रोल को दोनों ने अपने शानदार अभिनय से अमर कर दिया।
Sanjeev Kumar birth anniversary असफल प्रेम कहानी
संजीव कुमार प्रेम के मामले में बदकिस्मत रहे। जिससे वो प्यार करते थे, उसने उनके प्यार की कद्र नहीं की। जिसने उन्हें प्यार किया उसके प्रति दिल में प्रेम की भावना नहीं होने के कारण उन्होंने उसे अपनाया नहीं। दरअसल संजीव कुमार जानी-मानी हीरोइन हेमा मालिनी से बेइंतहा मोहब्बत करते थे, लेकिन ड्रीम गर्ल हेमा शादीशुदा धर्मेंद्र के प्यार में पागल थीं। इसलिए उन्होंने संजीव कुमार की कद्र नहीं की और उनके शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया, जिस कारण संजीव कुमार का दिल टूट गया और उन्होंने शादी न करने का निर्णय लिया।
इसी दौरान उस समय की एक और अभिनेत्री और गायिका सुलक्षणा पंडित उन्हें दिल ही दिल चाहने लगी। वो संजीव कुमार के प्यार में उसी तरह पागल हो गईं, जिस तरह संजीव कुमार हेमा मालिनी के लिए पागल थे। उन्होंने संजीव कुमार के सामने शादी का प्रस्ताव रखा, जिसे संजीव कुमार ने ठुकरा दिया। इसकी वजह ये थी कि उनके दिल में पहले से ही हेमा बसी थीं और उन्होंने इस वजह से आजीवन अविवाहित रहने का निर्णय ले लिया था। अपने दिल में सुलक्षणा पंडित के प्रति प्रेम की भावना नहीं होने के कारण उन्होंने सुलक्षणा का प्यार स्वीकार नहीं किया। और वो जीवनभर कुँवारे ही रहे। मात्र 47 साल की अल्पायु में 6 नवम्बर 1985 को उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लेकिन जाने से पहले लोगों के दिलों में ऐसी जगह बना गए, कि आज भी अपने लाजवाब अभिनय के माध्यम से वो जिंदा हैं।Sanjeev Kumar birth anniversary
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