Saturday, 27 July 2024

अब आईटी कंपनी भी चलाएंगे पतंजलि वाले बाबा रामदेव, 850 करोड़ रूपए में खरीदेंगे रोल्टा को

बाबा रामदेव ने 14 हजार करोड़ रूपए के कर्ज में डूबी हुई बहुराष्ट्रीय कंपनी रोल्टा इंडिया को खरीदने का फैसला किया है

अब आईटी कंपनी भी चलाएंगे पतंजलि वाले बाबा रामदेव, 850 करोड़ रूपए में खरीदेंगे रोल्टा को

Ramdev : योग गुरू से उद्योगपति तथा व्यापारी बने बाबा रामदेव जल्दी ही एक बड़ी आईटी यानि सूचना प्रौद्योगिकी की कंपनी चलाते हुए नजर आएंगे। बाबा रामदेव ने 14 हजार करोड़ रूपए के कर्ज में डूबी हुई बहुराष्ट्रीय कंपनी रोल्टा इंडिया को खरीदने का फैसला किया है। रोल्टा इंडिया को खरीदने के लिए बाबा रामदेव ने 830 करोड़ रूपए की बोली लगाई है। बाबा रामदेव की कंपनी ने 830 करोड़ रूपए नकद (कैश) देकर रोल्टा इंडिया को खरीदने का प्रस्ताव दिया है।

एनसीएलटी के जरिए खरीदना चाहते हैं रोल्टा इंडिया को

आपको बता दें कि आईटी क्षेत्र में प्रसिद्ध कंपनी रोल्टा इंडिया पर 14 हजार करोड़ रूपए का कर्ज हो गया था। कर्ज के कारण डूब चुकी रोल्टा इंडिया के नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLT) के द्वारा बेचा जा रहा है। रोल्टा इंडिया को एनसीएलटी के जरिए खरीदने की सबसे बड़ी बोली पुणे की एक कंपनी अंशदान प्रोपर्टीज ने लगाई है। इस कंपनी ने रोल्टा इंडिया को 760 करोड़ रूपए में खरीदने की सबसे बड़ी बोली कुछ दिन पहले ही लगाई थी। अब अचानक रोल्टा को खरीदने की रेस में पतंजलि कंपनी के मालिक बाबा रामदेव भी शामिल हो गए हैं। बाबा रामदेव ने रोल्टा इंडिया का NCLT के द्वारा खरीदने के लिए 830 करोड़ रू0 की बोली लगाई है। मजेदार बात यह है कि अपने प्रस्ताव में बाबा रामदेव ने पूरे 830 करोड़ नकद (कैश) के रूप में देने का सबसे बड़ा ऑफर एनसीएलटी को दिया है।

बाबा  Ramdev को मिल जाएगी रोल्टा

आपको बता दें कि बाबा रामदेव की 830 करोड़ रूपए की बोली के दौरान बाबा  Ramdev को रोल्टा इंडिया कंपनी जल्द ही मिल जाएगी। एनसीएलटी के सूत्रों ने बताया कि पतंजलि का ऑफर 820 से 830 करोड़ रुपये का है और यह मौजूदा ऑफर से काफी बेहतर है। इसमें सारा पैसा कैश में देने की बात है और यह ऑफर एक ऐसी कंपनी की तरफ से आया है जिसके पास भरपूर कैश है। लेंडर्स के लिए यह अच्छी बात है लेकिन अब उन्हें फैसला करना है कि आगे कैसे बढ़ा जाए। लेंडर्स अब नई प्रोसेस शुरू करने के बारे में कानूनी राय ले रहे हैं। इसकी वजह यह है कि बोलियां पिछले महीने आमंत्रित की गई थीं और सबसे बड़े बोलीदाता की घोषणा हो चुकी है। एक अन्य सूत्र ने कहा कि यह एक मजबूत बोली है और इस पर विचार करना होगा क्योंकि यह बेहतर ऑफर है। अभी तक किसी प्लान पर वोटिंग नहीं हुई है, इसलिए लेंडर्स नए सिरे से प्रोसेस शुरू करवा सकते हैं।

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