जिंदगी में एक सटीक गणित और तर्क के आधार पर रिस्क लेना और उस उम्मीद पर खरे उतरना, शायद हर किसी के बस की बात नहीं होती लेकिन दृढ निश्चय, सकारात्मकता और जूनून अक्सर एक शख्स को इस मुकाम तक जरूर ले जाते हैं, कुछ ऐसी ही कहानी (Success Story) है खिचड़ी एक्सप्रेस शुरू करने वाली एक बिजनेसवूमेन आभा सिंघल की।
Success Story
आप यह जानकर हैरान रह जायेंगे कि एक धनी परिवार और आलिशान सुविधाओं वाले घर से आने वाली आभा सिंघल इस खिचड़ी एक्सप्रेस की शुरुआत से पहले अपने जीवन में ख़ुश नहीं थीं। वे बताती हैं कि सबकुछ होने के बाद भी उनके मन में यह बात बार बार आती थी कि लाइफ में रिस्क लेना है और अपने दम पर कुछ अलग करके दिखाना है। यही से शुरुआत हुई एक बेहद अलग बिजनेस आईडिया की जो आज 50 करोड़ वैल्यू की एक कंपनी बन चुकी है।
बिरयानी के शहर में खिचड़ी से बनाया नाता
इस बिज़नेस की शुरुआत के लिए जिस ख़ास शहर को आभा सिंघल ने चुना वो भी अपने आप में काफी चौंकाने वाली बात है। हैदराबाद जैसे बिरयानी पसंद शहर में खिचड़ी को एक ब्रांड बनाना उनके लिए आसान नहीं था। उन्होंने 2019 में खिचड़ी बेचने का पहला आउटलेट हैदराबाद में खोला था।
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ये आउटलेट swiggy और zomato जैसी बड़ी फ़ूड डिलीवरी कम्पनियों से कांटेक्ट रखते थे और लोगों को घर पर खिचड़ी प्रोवाइड करते थे। छोटे आउटलेट्स से शुरू हुई ये खिचड़ी की कहानी आज बड़े बड़े रेस्टोरेंट में बदल चुकी है जहाँ पर लोग बैठ कर आराम से एन्जॉय करते हुए इस ख़ास भोजन को खाते हैं।
30 से ज्यादा प्रकार की खिचड़ी
आभा सिंघल ने बताया कि ज़ब उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपने क्लाउड किचन का पहला ऐड डाला और खिचड़ी एक्सप्रेस की शुरूआत की तब उनके घर से पापा और दादी का कॉल आया जिन्होंने सवाल किया कि, “तुम खिचड़ी बेच रही हो?” इस पर आभा ने हाँ में जवाब दिया। लेकिन उनकी दादी ने कहा कि खिचड़ी तो सिर्फ एक ही प्रकार की होती है उससे तुम्हारा बिजनेस कैसे चलेगा? आभा ने कहा कि, उन्होंने अब तक अपने मेन्यू में 30 तरह की खिचड़ी की वैरायटी शामिल कर ली है।
3 लाख से 50 करोड़ तक का सफर…
आभा ने बताया कि ज़ब उन्होंने खिचड़ी एक्सप्रेस की शुरूआत की तब उन्होंने अपने दोस्त महेन्द्र के किचन आउटलेट में ही पीछे खाली पड़ी जगह का यूज़ किया। सारा सामान मैनेज करने में उनको 3 लाख की जरूरत पड़ी जिसे दोनों ने मिल बाँट कर पूरा किया। आभा ने यह भी बताया कि हैदराबाद में रहने वाले उनके दोस्त महेंद्र ने ही उनकी बनाई हुई खिचड़ी खाने के बाद इसका बिज़नेस करने की सलाह दी थी।
आज उनकी कम्पनी खिचड़ी एक्सप्रेस की मार्केट में वैल्यू 50 करोड़ हो चुकी है और वे खिचड़ी को एक ग्लोबल ब्रांड के तौर पर लॉन्च करते हुए कंपनी को एक यूनिकॉर्न का रूप देना चाहती हैं।