शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 से 2022 के बीच राज्य में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं शाम छह बजे से रात नौ बजे के बीच हुई हैं। यह कुल हादसों का 22 फीसदी है।
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आफिस से घर लौटते समय होती हैं 22 फीसदी दुर्घटनाएं
आंकड़े दिखाते हैं कि ज्यादातर हादसे कामकाजी लोगों द्वारा कार्यालय से घर लौटने के दौरान हुई है। इसे देखते हुए पुलिस लोगों को यह समझाने में व्यस्त है कि सावधानी से वाहन चलाएं, आपके लोगों को आपकी जरूरत है। अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 से 2022 के बीच 16,330 सड़क दुर्घटनाओं में 6,530 लोगों की मौत हुई। इनमें से 3,590 दुर्घटनाएं या 22 प्रतिशत दुर्घटनाएं शाम छह बजे से रात नौ बजे के बीच कार्यालय से घर लौटने के दौरान हुई है। आंकड़ों से यह भी पता चला कि इन दुर्घटनाओं में 26,600 लोग घायल हुए।
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सड़क हादसों और मृतकों की संख्या में कमी लाने की कोशिश
पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने बताया कि वर्ष 2021 में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाएं और प्रति लाख मौतें क्रमशः 31.54 और 13.77 हैं। जबकि राष्ट्रीय औसत 29.30 और 10.93 है। हमारा प्रयास सड़क हादसों और मृतकों की संख्या को राष्ट्रीय औसत से नीचे लाना है। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों में मारे गए लोगों में लगभग 52 फीसदी लोग 21 से 40 आयु वर्ग के थे। कुंडू ने कहा कि कार्यालय जाने वालों को हमारी सलाह है कि घर लौटते वक्त वह सावधानीपूर्वक और शांति से गाड़ी चलाएं।
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