शेयर मार्केट में हावी हो रहा Corona का डर! सेंसेक्स 800 अंक लुढ़का, खुलते ही बिखरे ये 10 स्टॉक

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calendar27 May 2025 04:15 PM
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Share Market : देश में एक बार फिर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है और इसके असर से शेयर बाजार भी अछूता नहीं रहा। सोमवार को जबरदस्त तेजी के साथ बंद हुए सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को खुलते ही धड़ाम हो गए। कारोबार की शुरुआत से ही बाजार में बिकवाली का माहौल दिखा जिससे निवेशकों के चेहरे उतर गए।

सेंसेक्स-निफ्टी में बड़ी गिरावट

बीएसई का सेंसेक्स अपने पिछले बंद 82,176.45 के मुकाबले मंगलवार को 82,038.20 पर खुला, लेकिन कुछ ही मिनटों में इसमें 800 अंकों की गिरावट देखने को मिली और यह 81,303 तक फिसल गया। वहीं, निफ्टी ने भी 25,001.15 के मुकाबले 24,956.65 पर शुरुआत की और देखते ही देखते 24,769 तक लुढ़क गया।

किन-किन स्टॉक्स में आई सबसे ज्यादा गिरावट?

कोरोना का डर एक बार फिर शेयर बाजार पर हावी होता दिख रहा है। विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों और कोविड के बढ़ते मामलों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। बाजार में आई इस गिरावट की सबसे बड़ी मार कुछ चुनिंदा शेयरों पर पड़ी। Tata Motors: 1.50% की गिरावट, NTPC: 1.54% गिरा, Mahindra & Mahindra: 1.40% लुढ़का, TCS: 1.20% नीचे वहीं अगर बात करें मिडकैप शेयरों की तो FirstCry: 4% की गिरावट, GICRE: 2.70% टूटा, Emcure: 2.40% गिरा, स्मॉलकैप शेयरों की बात करें तो RatGain: 7.40% तक फिसला, Sagility: 5% टूटा, Infobean: 4.90% की गिरावट देखी गई है।

एशियाई बाजारों से भी नहीं मिला सहारा

मंगलवार सुबह ग्लोबल मार्केट से मिले संकेत भी कुछ खास नहीं थे। गिफ्ट निफ्टी हल्की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था। जापान का निक्केई करीब 100 अंक टूटा और 37,440 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। हांगकांग का हैंगसेंग 90 अंक की गिरावट के साथ 23,199 पर था। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स भी गिरावट में नजर आया।

सोमवार को रही थी जबरदस्त तेजी

सोमवार को बाजार ने शानदार शुरुआत की थी। सेंसेक्स 700 अंकों से ज्यादा चढ़कर 82,176.45 पर बंद हुआ। निफ्टी 148 अंकों की मजबूती के साथ 25,001.15 पर बंद हुआ। बता दें कि, सिंगापुर, हांगकांग के बाद अब भारत में भी कोरोना मामलों में इजाफा हो रहा है। देश में एक हजार से ज्यादा एक्टिव केस हो चुके हैं। केरल में सबसे ज्यादा 430 केस दर्ज हुए हैं। दिल्ली में फिलहाल 104 एक्टिव केस हैं, और बीते हफ्ते में 99 नए मामले आए हैं। चीन और ताइवान में भी अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या में तेजी देखी गई है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। निवेशकों को भी बाजार में उतार-चढ़ाव के इस दौर में सोच-समझकर कदम उठाने की सलाह दी जा रही है। Share Market

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हार्ट अटैक से बचाएगी यह खास अंगूठी, जाने इसके कमाल के फीचर

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 May 2025 09:08 PM
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बदलते हुए दौर में हार्ट अटैक एक बड़ी मुसीबत बना हुआ है। किसी भी उम्र के व्यक्ति को हार्ट अटैक आ जाता है। हार्ट अटैक के कारण ढ़ेर सारी मौत हो रही हैं। यदि आपको हार्ट अटैक से पहले ही चेतावनी मिल जाए तो हार्ट अटैक की बीमारी से बचा जा सकता है। हार्ट अटैक की चेतावनी देने के लिए बस आपको एक खास प्रकार की अंगूठी पहननी है। इस अंगूठी का नाम गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) है। गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) आपको हार्ट अटैक की चेतावनी दे देती है। इस अंगूठी से चेतावनी मिलते ही आप अपने हार्ट की सुरक्षा कर सकते हैं तथा हार्ट अटैक से पूरी तरह सुरक्षित रह सकते हैं।

डिजिटल युग की बड़ी क्रांति है Gabit Smart Ring

गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) हाथ में एक सामान्य अंगूठी की तरह पहनी जाती है। अंगूठी जैसी खूबसूरत दिखने वाली गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) वास्तव में एक शानदार डिजिटल उपकरण है। गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) को आप डिजिटल युग की क्रांति भी कह सकते हैं। गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) आपकी डेली फिटनेस पर निगरानी रखती है। साथ ही हार्ट अटैक के शुरूआती लक्षणों की पहचान करके आपको हार्ट अटैक जैसे खतरनाक हादसों से बचाने की क्षमता भी रखती है।

वैज्ञानिक ढंग से तैयार की गई है Gabit Smart Ring

गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) कोई साधारण अंगूठी नहीं है। ना ही गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) कोई टोना-टोटका तथा अंगूठी में पहने जाना वाला रत्न है। गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) पूरी तरह से वैज्ञानिक पद्धति द्वारा तैयार किया गया हैल्थ सुरक्षा चक्र है। Gabit Smart Ring में अत्याधुनिक PPG (Photoplethysmography) सेंसर, SpO2 ट्रैकर, और हृदय गति की वैरिएबिलिटी (HRV) जैसे फीचर्स शामिल हैं। ये लगातार आपके शरीर के अंदर चल रही गतिविधियों की निगरानी करते हैं, जैसे: → हार्ट रेट में अनियमितता → ऑक्सीजन लेवल में गिरावट → HRV में अत्यधिक बदलाव, जो तनाव और कार्डियक इवेंट का संकेत हो सकता है इन संकेतों के आधार पर रिंग समय रहते नोटिफिकेशन देती है, जिससे उपयोगकर्ता या उनके परिजन डॉक्टर से तुरंत संपर्क कर सकते हैं। यह विशेष रूप से हृदय रोग के जोखिम वाले बुजुर्गों के लिए बेहद उपयोगी है। Gabit Smart Ring केवल हृदय स्वास्थ्य तक सीमित नहीं है। यह एक ऑल-इन-वन हेल्थ मॉनिटर की तरह काम करती है: → नींद की गुणवत्ता की गहराई से निगरानी → कैलोरी बर्न और एक्टिविटी लेवल ट्रैकिंग → स्ट्रेस मॉनिटरिंग और ब्रेथिंग एक्सरसाइज सुझाव → स्टेप काउंटर और सिटिंग अलर्ट्स इससे आप अपनी फिटनेस प्रगति को एक ऐप में देख सकते हैं और अपनी जीवनशैली में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं।

गैबिट स्मार्ट रिंग को पहनकर बेफिक्र हो सकते हैं आप

साधारण भाषा में कहें तो गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) को पहनकर आप फिक्र करना बंद कर सकते हैं। आपके शरीर में किसी भी प्रकार से फिटनेस की कमी है तो गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) आपको तुरंत नोटिफिकेशन भेजकर सचेत कर देती है। आपको पता चल जाता है कि आपके शरीर में किस प्रकार की कमी अथवा दिक्कत है। सबसे बड़ी बात यह है कि यदि आपको हार्ट अटैक का खतरा है तो आपको गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) पहले ही चेतावनी दे देती है। यह अनोखी अंगूठी अपने स्वास्थ्य की चिंता करने वाले लोगों की पहली पसंद बनती जा रही है। गैबिट स्मार्ट रिंग (Gabit Smart Ring) को और अधिक जानने के लिए और इसे खरीदने के लिए, नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: https://amzn.to/3FxwfnX
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सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अदालतों को निचला कहना...

Supreme Court of India
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calendar24 May 2025 07:48 PM
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Supreme Court : सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक अहम टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी अदालत को ‘निचली अदालत’ कहना भारत के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ है। यह टिप्पणी न्यायमूर्ति अभय एस. ओका और न्यायमूर्ति ए.जी. मसीह की पीठ ने 1981 के एक हत्या के मामले में दो दोषियों को बरी करते हुए की।

'निचली अदालत' नहीं, 'न्यायालय' कहें-सुप्रीम कोर्ट

जस्टिस ओका ने फैसले में कहा, "हम 8 फरवरी 2024 को जारी आदेश की बात दोहराते हैं, जिसमें स्पष्ट किया गया था कि ट्रायल कोर्ट या किसी अन्य अदालत को 'निचली अदालत' के रूप में संदर्भित नहीं किया जाना चाहिए। यह संविधान की भावना और लोकाचार के खिलाफ है।" उन्होंने बताया कि इस निर्देश को लागू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री ने फरवरी 2023 में एक सर्कुलर भी जारी किया था। उन्होंने सभी हाई कोर्ट्स से इस निर्देश को गंभीरता से लेने और उसके अनुसार कार्य करने की अपील की।

1981 के हत्या मामले में दोषियों को मिली राहत

यह टिप्पणी उस समय आई जब सुप्रीम कोर्ट 1981 में दर्ज एक हत्या के मामले की सुनवाई कर रही थी, जिसमें दो आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। ट्रायल कोर्ट ने 1982 में दोषी ठहराया था और इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2018 में सजा को बरकरार रखा था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने अब दोनों को बरी कर दिया है। अदालत ने पाया कि अभियोजन पक्ष ने निष्पक्ष जांच नहीं की और कुछ अहम गवाहों के बयानों को छिपाया गया जो मामले की सच्चाई सामने ला सकते थे।

निष्पक्ष जांच हर आरोपी का अधिकार: सुप्रीम कोर्ट

जस्टिस ओका ने अपने फैसले में कहा, "भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत हर आरोपी को निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार है। यह सिर्फ अदालत का ही नहीं, बल्कि पुलिस का भी दायित्व है कि वह निष्पक्ष जांच करे। यह न्याय प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है।" Supreme Court

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