वैभव सूर्यवंशी ने मचा दी धूम! तूफानी शतक जड़कर तोड़ा बड़ा रिकॉर्ड
इस पारी के साथ वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटरों में शुमार हो गए। वैभव ने 20वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। यह ओवर महाराष्ट्र के गेंदबाज अर्शिन कुलकर्णी फेंक रहे थे।

Vaibhav Suryavanshi : भारत के युवा धुआंधार ओपनर वैभव सूर्यवंशी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें रोक पाना आसान नहीं है। मंगलवार (2 दिसंबर) को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने ऐसी आग उगलती पारी खेली कि महाराष्ट्र का पूरा गेंदबाजी आक्रमण बिखरता नजर आया। ईडन गार्डन्स की विकेट पर वैभव के शॉट्स सिर्फ बाउंड्री नहीं ढूंढ रहे थे, बल्कि रिकॉर्डबुक के पन्ने भी दोबारा लिख रहे थे।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बने
ईडन गार्डन्स में महाराष्ट्र के खिलाफ बिहार की ओर से पारी की शुरुआत करते हुए समस्तीपुर के बाएं हाथ के बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की और सिर्फ 58 गेंदों में शतक पूरा कर इतिहास रच दिया। इस पारी के साथ वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटरों में शुमार हो गए। वैभव ने 20वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। यह ओवर महाराष्ट्र के गेंदबाज अर्शिन कुलकर्णी फेंक रहे थे। वैभव ने अपनी नाबाद पारी को आगे बढ़ाते हुए कुल 60 गेंदों पर 108 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे। उनके इस विस्फोटक प्रदर्शन के बावजूद बिहार की टीम 3 विकेट खोकर 176 रन तक ही पहुंच सकी। राजस्थान रॉयल्स की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग में खेल चुके वैभव सूर्यवंशी ने चौथे विकेट के लिए आयुष लोहारुका के साथ मिलकर अहम साझेदारी निभाई। दोनों के बीच 75 रन की नाबाद पार्टनरशिप हुई। आयुष लोहारुका ने 17 गेंदों पर नाबाद 25 रन जोड़े और वैभव को स्ट्राइक रोटेट करते हुए पूरी आजादी से खेलने का मौका दिया। महाराष्ट्र की ओर से गेंदबाजी में अर्शिन कुलकर्णी, राजवर्धन हंगरगेकर और विक्की ओस्तवाल को एक–एक सफलता मिली।
शुरुआती मैचों में नहीं चला था बल्ला फिर दिखाया दम
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वैभव सूर्यवंशी बिहार के उपकप्तान की भूमिका निभा रहे हैं। हालांकि, कोलकाता में खेले गए शुरुआती तीन एलीट ग्रुप बी मुकाबलों में उनका बल्ला उम्मीद के मुताबिक नहीं बोल पाया था।26 नवंबर को चंडीगढ़ के खिलाफ वे सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद 28 नवंबर को मध्य प्रदेश के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने 13 रन बनाए, जबकि 30 नवंबर को जम्मू–कश्मीर के खिलाफ मुकाबले में वे केवल 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इन तीन साधारण पारियों के बाद मंगलवार को वैभव ने न सिर्फ जोरदार वापसी की, बल्कि शतक जड़कर यह भी दिखा दिया कि फॉर्म अस्थायी हो सकती है, लेकिन क्लास हमेशा कायम रहती है। उनकी यह पारी आने वाले समय में चयनकर्ताओं और आईपीएल फ्रेंचाइजियों की नजर में उनकी जगह और मजबूत करने वाली साबित हो सकती है। Vaibhav Suryavanshi
Vaibhav Suryavanshi : भारत के युवा धुआंधार ओपनर वैभव सूर्यवंशी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उन्हें रोक पाना आसान नहीं है। मंगलवार (2 दिसंबर) को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने ऐसी आग उगलती पारी खेली कि महाराष्ट्र का पूरा गेंदबाजी आक्रमण बिखरता नजर आया। ईडन गार्डन्स की विकेट पर वैभव के शॉट्स सिर्फ बाउंड्री नहीं ढूंढ रहे थे, बल्कि रिकॉर्डबुक के पन्ने भी दोबारा लिख रहे थे।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बने
ईडन गार्डन्स में महाराष्ट्र के खिलाफ बिहार की ओर से पारी की शुरुआत करते हुए समस्तीपुर के बाएं हाथ के बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की और सिर्फ 58 गेंदों में शतक पूरा कर इतिहास रच दिया। इस पारी के साथ वे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक जड़ने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटरों में शुमार हो गए। वैभव ने 20वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर अपना शतक पूरा किया। यह ओवर महाराष्ट्र के गेंदबाज अर्शिन कुलकर्णी फेंक रहे थे। वैभव ने अपनी नाबाद पारी को आगे बढ़ाते हुए कुल 60 गेंदों पर 108 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे। उनके इस विस्फोटक प्रदर्शन के बावजूद बिहार की टीम 3 विकेट खोकर 176 रन तक ही पहुंच सकी। राजस्थान रॉयल्स की ओर से इंडियन प्रीमियर लीग में खेल चुके वैभव सूर्यवंशी ने चौथे विकेट के लिए आयुष लोहारुका के साथ मिलकर अहम साझेदारी निभाई। दोनों के बीच 75 रन की नाबाद पार्टनरशिप हुई। आयुष लोहारुका ने 17 गेंदों पर नाबाद 25 रन जोड़े और वैभव को स्ट्राइक रोटेट करते हुए पूरी आजादी से खेलने का मौका दिया। महाराष्ट्र की ओर से गेंदबाजी में अर्शिन कुलकर्णी, राजवर्धन हंगरगेकर और विक्की ओस्तवाल को एक–एक सफलता मिली।
शुरुआती मैचों में नहीं चला था बल्ला फिर दिखाया दम
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वैभव सूर्यवंशी बिहार के उपकप्तान की भूमिका निभा रहे हैं। हालांकि, कोलकाता में खेले गए शुरुआती तीन एलीट ग्रुप बी मुकाबलों में उनका बल्ला उम्मीद के मुताबिक नहीं बोल पाया था।26 नवंबर को चंडीगढ़ के खिलाफ वे सिर्फ 14 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद 28 नवंबर को मध्य प्रदेश के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने 13 रन बनाए, जबकि 30 नवंबर को जम्मू–कश्मीर के खिलाफ मुकाबले में वे केवल 5 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इन तीन साधारण पारियों के बाद मंगलवार को वैभव ने न सिर्फ जोरदार वापसी की, बल्कि शतक जड़कर यह भी दिखा दिया कि फॉर्म अस्थायी हो सकती है, लेकिन क्लास हमेशा कायम रहती है। उनकी यह पारी आने वाले समय में चयनकर्ताओं और आईपीएल फ्रेंचाइजियों की नजर में उनकी जगह और मजबूत करने वाली साबित हो सकती है। Vaibhav Suryavanshi







