उत्तर प्रदेश वालों हो जाएं सावधान! ठंडी हवाओं से बढ़ेगी सर्दी, जानें ताजा अपडेट

उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल रहा है। ठंडी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण पारा गिरने लगा है। रात का तापमान घटने के साथ ही सर्दी बढ़ेगी और सुबह-शाम धुंध रहने की संभावना है। जानिए आगरा, कानपुर, लखनऊ समेत कई शहरों के ताजा अपडेट।

UP Weather Update
ठंडी और बर्फीली हवाओं के साथ यूपी का पलटा मौसम
locationभारत
userअसमीना
calendar23 Nov 2025 12:02 PM
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उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने लगा है। पूर्वी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवा ने न्यूनतम तापमान को सामान्य से थोड़ा ऊपर रखा है, लेकिन अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार आगरा, कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा और काशी समेत कई जिलों में अब तापमान धीरे-धीरे नीचे गिरने लगेगा।

सुबह-शाम धुंध के बढ़ने के आसार

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ऊंचे बादलों के आने से रात के तापमान में थोड़ी बढ़त नजर आ रही है। लेकिन अगले कुछ दिनों में खासकर रविवार के बाद रात का पारा गिर सकता है। सुबह और शाम को धुंध बढ़ने की भी संभावना है जिससे लोगों को सफर करते समय थोड़ा सावधान रहना पड़ेगा।

कानपुर का मौसम और हालिया रिकॉर्ड

कानपुर में हाल ही में मौसम का रिकॉर्ड लिया गया जहां अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वातावरण में नमी का स्तर अधिकतम 95 प्रतिशत और न्यूनतम 48 प्रतिशत रहा। हवा की औसत गति 1.1 से 1.7 किमी प्रति घंटा रही, जो उत्तर-पूर्व दिशा से चल रही थी। इसके मुकाबले बीते शुक्रवार को अधिकतम तापमान 27.9 और न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री रहा।

बंगाल की खाड़ी और हवाओं का असर

मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवा और ऊंचे बादलों का असर यूपी के मौसम पर साफ दिखाई दे रहा है। इसी वजह से पारा कुछ हद तक नियंत्रण में है लेकिन आने वाले दिनों में सर्दी बढ़ सकती है। सुबह-शाम की धुंध लोगों को थोड़ी परेशानी दे सकती है इसलिए वाहन चलाते समय सावधानी रखनी जरूरी है।

  

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अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर की गिरफ्तारी पर मौलाना मदनी नाराज, चिंता जताई

उत्तर प्रदेश के देवबंद में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मुस्लिम समुदाय के साथ जिस प्रकार का रवैया अपनाया जा रहा है, वह न केवल समुदाय को हाशिये पर धकेलने वाला है, बल्कि देश की स्वयं की एकता के लिए भी चुनौतीपूर्ण है।

al falah
अल फलाह युनिवर्सिटी और मौलाना मदनी
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar01 Dec 2025 09:52 AM
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उत्तर प्रदेश के देवबंद में आयोजित जमीयत उलमा-ए-हिंद के विशेष सत्र में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दारुल उलूम के सदर मुदर्रिस मौलाना अरशद मदनी ने देश में मुसलमानों से संबंधित मौजूदा परिस्थितियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उत्तर प्रदेश के देवबंद में उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में मुस्लिम समुदाय के साथ जिस प्रकार का रवैया अपनाया जा रहा है, वह न केवल समुदाय को हाशिये पर धकेलने वाला है, बल्कि देश की स्वयं की एकता के लिए भी चुनौतीपूर्ण है।

अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर की गिरफ्तारी पर टिप्पणी

मदनी ने विशेष रूप से अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया। उनका कहना था कि चांसलर को जेल भेजे जाने के पीछे मुस्लिम होने की पहचान को कारण बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि चांसलर को जेल में डाल दिया गया है।

कितने वर्षों तक वह जेल में रहेंगे, इसका कोई अंदाजा नहीं, और जिस तरह की परिस्थितियाँ बनाई गई हैं, उससे यह संदेश जाता है कि किसी मुस्लिम शैक्षणिक संस्थान से जुड़े व्यक्ति को ऊँचे पद पर पहुंचना आसान नहीं है।आजम खां और ग्लोकल यूनिवर्सिटी के चांसलर का जिक्र

मदनी ने आगे कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान और ग्लोकल यूनिवर्सिटी के चांसलर इकबाल के साथ क्या हुआ, यह भी किसी से छिपा नहीं है। उनके अनुसार यह सब एक व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा है, जिसमें मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। मौलाना मदनी ने कहा कि दुनिया यह गलतफहमी पाल रही है कि मुसलमान कमजोर, निष्क्रिय या खत्म हो गया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब मुसलमान न्यूयॉर्क और लंदन जैसे बड़े शहरों में मेयर बन सकते हैं, तो भारत जैसा बड़ा लोकतांत्रिक देश किसी मुस्लिम को किसी विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर बनने से क्यों रोकता हुआ दिखता है? उनका आरोप था कि यदि कोई मुस्लिम इस तरह के पद पर पहुँचता भी है, तो उसके साथ वैसा ही व्यवहार होता है जैसा आजम खां या अल फलाह यूनिवर्सिटी के चांसलर के साथ हुआधर्म के नाम पर विभाजन पर चिंता

मदनी ने कहा कि धर्म के आधार पर लोगों को बाँटना देश को कमजोर करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ सांप्रदायिक ताकतें इस्लाम और मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाने में लगी हुई हैं। उनके अनुसार इस्लाम को मिटाने की कोशिश इतिहास में कई बार की गई, लेकिन हर बार ऐसा करने वाले खुद समाप्त हो गए, और इस्लाम का दीया आज भी जल रहा है और आगे भी जलता रहेगा। मदनी के पूरे वक्तव्य का सार यह था कि देश में मुसलमानों को एक सुनियोजित रूप से निशाना बनाया जा रहा है, यहां तक कि मुस्लिम संस्थानों और नेताओं पर कार्रवाई राजनीतिक और धार्मिक द्वेष से प्रेरित दिखती है। और यह सब देश की सामाजिक एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा है।


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काशी में बिना अनुमति होटल में 10 विदेशी मेहमानों को ठहराने पर कार्रवाई, मुकदमा दर्ज

विदेशी नागरिकों को ठहराने के आरोप में होटल के संचालक और मैनेजर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) से मिली सूचना के आधार पर की गई।

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होटल में पुलिस तहकीकात करती हुई
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar27 Nov 2025 10:53 AM
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उत्तर प्रदेश के वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र में स्थित दयाल टावर होटल पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। होटल में बिना अनुमति और बिना फॉर्म सी भराए 10 विदेशी नागरिकों को ठहराने के आरोप में होटल के संचालक और मैनेजर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) से मिली सूचना के आधार पर की गई।

कैसे उजागर हुआ मामला?

दुर्गा कुंड चौकी प्रभारी विकास कुमार मिश्रा ने बताया कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विनोद कुमार तिवारी ने 20 कमरे बुक कराए थे। शुक्रवार को दिनभर में अलग-अलग 10 देशों से विदेशी मेहमान होटल में पहुंचते रहे। नियमों के तहत होटल को हर विदेशी मेहमान की जानकारी फॉर्म-सी के माध्यम से तुरंत दर्ज करनी होती है, लेकिन होटल संचालक ने इस प्रक्रिया की अनदेखी की। जांच के दौरान होटल मैनेजर भी मौके पर नहीं मिले और होटल स्टाफ पासपोर्ट की पूरी जानकारी देने में विफल रहा। कुल 10 विदेशी मेहमानों में से केवल 8 के पासपोर्ट ही पुलिस को दिखाए जा सके, जबकि बाकी दो की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई।

पुलिस और खुफिया विभाग की संयुक्त कार्रवाई

आईबी और स्थानीय खुफिया इकाई से सूचना मिलने पर पुलिस की टीम होटल पहुंची। जांच में पाया गया कि विदेशी मेहमानों को बिना आवश्यक अनुमति के ठहराया गया था। फॉर्म-सी भरकर एफआरआरओ को नहीं भेजा गया। मेहमानों का पासपोर्ट व अन्य विवरण सही तरीके से दर्ज नहीं था। होटल संचालन में कई अनियमितताएँ पाई गईं। इन गंभीर चूकों को देखते हुए पुलिस ने होटल संचालक राजीव सिंह और मैनेजर नितेश सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।

फॉर्म- सी क्या है और यह क्यों जरूरी है?

भारत आने वाले विदेशी नागरिकों के लिए फॉर्म-सी एक अनिवार्य पंजीकरण फॉर्म है। होटल, गेस्ट हाउस या किसी भी आवास सुविधा द्वारा मेहमान का नाम, पासपोर्ट नंबर, वीजा विवरण, ट्रैवल उद्देश्य, भारत में ठहरने की अवधि की जानकारी देनी होती है। ये सभी जानकारी तुरंत आॅनलाइन दर्ज की जाती है और इसकी एक रिपोर्ट एफआरआरओ को भेजी जाती है। यह प्रक्रिया सुरक्षा एजेंसियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इससे विदेशियों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सकती है। होटल प्रबंधन इन सवालों का स्पष्ट उत्तर नहीं दे सका, जिसके बाद कार्रवाई आगे बढ़ाई गई। एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार ने बताया कि होटल में पाई गई अनियमितताओं की जांच की जा रही है। आईबी और एलआईयू की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आवश्यक धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। आगे होटल की अनुमति व दस्तावेजों की भी जांच होगी।