Saharanpur News: पेपर मिल में आग से दो कर्मचारी जिंदा जले, तीन लापता

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 05:37 PM
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Saharanpur News: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद से एक दर्दनाक खबर है। यहां के सबसे पुराने स्टॉर पेपर मिल में देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने से दो कर्मचारियों की जिंदा जलने से मौत हो गई, जबकि तीन कर्मचारी अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। पेपर मिल के सुरक्षा कर्मचारियों ने मीडिया कर्मियों को मिल गेट के अंदर जाने से रोक दिया है। पेपर मिल में रखे कच्चे माल में बार बार आग भड़क रही है। लापता कर्मचारियों की तलाश की जा रही है।

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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर शहर में स्थित स्टॉर पेपर मिल में 24 घंटे कार्य होता है। यहां ​पर बनने वाले कागज एवं अन्य उत्पाद दूर दूर तक जाते हैं। जिस समय आग लगी, उस समय मिल के अंदर 200 से ज्यादा लोग थे। आग लगने के बाद कर्मचारियों के बीच भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी। सुबह करीब 9 बजे दो कर्मचारियों की लाश कागज के जले हुए बंडलों के बीच मिली है।

जिस अवस्था में दो शव बरामद हुए हैं, उसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि वो काम के दौरान इन कागज के बंडलों के बीच सो गए होंगे। आग लगने के बाद अंदर धुआं भरा होगा और कर्मचारियों को भागने की जगह नहीं मिली। इन कर्मचारियों में एक निजी कंपनी के अनुबंध पर मिल में काम कर रहा था। एक मृतक कर्मचारी की पहचान लाल बहादुर मंडल के रूप में हुई है। वो स्टार पेपर मिल कॉलोनी में रहते थे। जबकि दूसरे मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।

आपको बता दें कि सहारनपुर की इस पेपर मिल में आग से बचाव के लिए जहां हर तरह के संयंत्र मौजूद है, वहीं समय समय पर मिल प्रबंधन द्वारा आग से बचाव की जानकारी के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाता रहता है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। मिल प्रबंधन के आदेश पर मिल सुरक्षाकर्मियों ने मीडियाकर्मियों को कवरेज करने से रोक दिया।

आपको बता दें कि इस मिल में मार्च 2021 में भी आग लगी थी। सदर बाजार इलाके के स्टार पेपर मिल में लकड़ी के चिप्स बनाने वाले प्लांट में भीषण आग लग गई थी। उस वक्त भी आग लगने की वजह का पता नहीं चल सका था।

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President of India : जल के बिना जीवन असंभव, भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए वाटर गवर्नेंस पर काम करना जरूरी

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Vijay Diwas: President Murmu remembers the unique courage, sacrifice of the armed forces on Vijay Diwas
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Nov 2022 05:11 PM
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President of India : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आज भारत जल सप्ताह के सातवें संस्करण का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना करना असंभव है। भारतीय सभ्यता में ‘जल’ हमारे जीवन काल में ही नहीं जीवन के बाद की यात्रा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए सभी जल स्रोतों को पवित्र माना जाता है। राष्ट्रपति ने जल को लेकर हो रही समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा दौर में पानी की स्थिति चिंताजनक लगती है। बढ़ती आबादी के कारण हमारी नदियों और जलाशयों की हालत बिगड़ रही है, गांव के तालाब सूख रहे हैं और कई स्थानीय नदियां विलुप्त हो गई हैं। कृषि और उद्योगों में पानी का अत्यधिक दोहन किया जा रहा है। पृथ्वी पर पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है, मौसम का मिजाज बदल रहा है और बेमौसम अत्यधिक वर्षा आम हो गई है। ऐसे में जल प्रबंधन पर चर्चा करना बहुत ही सराहनीय कदम है।

President of India :

वैश्विक मुद्दा है पानी राष्ट्रपति ने कहा कि पानी का मुद्दा न केवल भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। यह मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है क्योंकि उपलब्ध मीठे पानी की विशाल मात्रा दो या दो से अधिक देशों के बीच फैली हुई है। इसलिए, यह संयुक्त जल संसाधन एक ऐसा मुद्दा है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग आवश्यक है। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि 7वें भारत जल सप्ताह में डेनमार्क, फिनलैंड, जर्मनी, इजराइल और यूरोपीय संघ भाग ले रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस मंच पर विचारों और प्रौद्योगिकियों के आदान-प्रदान से सभी लाभान्वित होंगे। जीवन निर्वाह के लिए महत्वपूर्ण है पानी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पानी के महत्व का जिक्र करते हुए कहा कि पानी कृषि के लिए भी एक प्रमुख संसाधन है। एक अनुमान के अनुसार हमारे देश में लगभग 80 प्रतिशत जल संसाधन का उपयोग कृषि कार्यों के लिए किया जाता है। इसलिए जल संरक्षण के लिए सिंचाई में पानी का उचित उपयोग और प्रबंधन बहुत जरूरी है। इस क्षेत्र में ‘प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना’ एक प्रमुख पहल है। देश में सिंचित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए यह राष्ट्रव्यापी योजना लागू की जा रही है। जल संरक्षण लक्ष्यों के अनुरूप, इस योजना में “प्रति बूंद अधिक फसल” सुनिश्चित करने के लिए सटीक-सिंचाई और जल बचत प्रौद्योगिकियों को अपनाने की भी परिकल्पना की गई है। वाटर गवर्नेंस की जरूरत इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने पानी के सही उपयोग और संरक्षण पर जोर दिया उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना आने वाले वर्षों में एक बड़ी चुनौती होगी। पानी का मुद्दा बहुआयामी और जटिल है, जिसके लिए सभी हितधारकों को प्रयास करने चाहिए। हम सभी जानते हैं कि पानी सीमित है और केवल इसका उचित उपयोग और पुनर्चक्रण ही इस संसाधन को लंबे समय तक बनाए रख सकता है। इसलिए, हम सभी को इस संसाधन का सावधानीपूर्वक उपभोग करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने लोगों से इसके दुरुपयोग के बारे में जागरूक होने और दूसरों को जल संरक्षण के बारे में जागरूक करने का आग्रह किया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस 7वें जल सप्ताह के दौरान विचार-मंथन के परिणाम इस पृथ्वी और मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेंगे। उन्होंने आम लोगों, किसानों, उद्योगपतियों और विशेषकर बच्चों से जल संरक्षण को अपनी नैतिकता का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इसी तरह हम आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और सुरक्षित कल का तोहफा दे पाएंगे।
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Invest Karnataka 2022: भारत ने 84 बिलियन डॉलर का FDI हासिल किया : मोदी

PM Narendra Modi
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Nov 2022 04:56 PM
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Invest Karnataka 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड महामारी और युद्ध की परिस्थितियों के बीच भारत ने 84 बिलियन डालर का रिकार्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया था। अब इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने फंडामेंटल पर लगातार काम कर रह हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।

Invest Karnataka 2022

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कनार्टक में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट 2022 के उदघाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। यह मीट 4 नवंबर तक जारी रहेगी। जिसमें करीब 80 अधिवक्ता सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा इस मीट के जरिए विदेशी निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।

प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले साल भारत ने लगभग 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड ​प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) हासिल किया था। ये नतीजे तब आ रहे हैं, जब दुनिया कोविड महामारी और युद्ध की परिस्थितियों से जूझ रही है। कर्नाटक वह जगह है, जहां परंपरा मौजूद है, और तकनीक भी। यह एक ऐसी जगह है, जहां पर प्रकृति और संस्कृति के बीच खूबसूरत तालमेल देखा जा सकता है। यह वह स्थान है जो न केवल अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए बल्कि अपने जीवंत स्टार्टअप के लिए भी जाना जाता है। भले ही ये ग्लोबल क्राइसि​स का दौर है लेकिन दुनिया भर के एक्सपर्ट्स, विश्लेषक और अर्थव्यवस्था के जानकार भारत को ब्राइट स्पॉट बता रहे हैं। और हम अपने फंडामेंटल पर लगातार काम कर रहे हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था दिनों दिन मजबूत हो।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में भारत ने जो भी मुक्त व्यापार सौदे किए हैं, उससे दुनिया को भारत की तैयारियों की झलक मिल गई है। एक ओर जहां हम एफडीआई क्षेत्र में तेजी से विकास का अनुभव कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। आज दुनिया इंटस्ट्री 4.0 की तरफ बढ़ रही है, भारत के युवा, बीते वर्षों में अपने यहां 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न बना चुके हैं। भारत में 8 साल में 80 हजार से ज्यादा स्टार्टअप्स बने हैं। आज कर्नाटक के पास डबल इंजन की पावर है।