Baba Ram Rahim : नई दिल्ली। कानून के हाथ बहुत लम्बे होते हैं। इस डायलॉग को तो आप ने कई फिल्मों में सुना ही होगा। आम तौर पर यह बात तमाम मौकों पर सच भी साबित हुई है। लेकिन, क्या आपने कभी सुना है कि किसी व्यक्ति के हाथ कानून से भी लंबे होते हैं? नहीं न। तो आइये हम आपको बताते हैं कि देश में एक ऐसा बलात्कारी और हत्यारा बाबा है, जिसके हाथ कानून से भी लंबे हैं। चौंक गए न। चौंकिये मत। हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि देश का कानून बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम का गुलाम हो गया है।
Baba Ram Rahim :
गुरमीत राम रहीम पर जमीनों पर कब्जा करने, ढोंग रचने, बलात्कार और हत्या जैसे अपराधों का दोष सिद्ध अपराधी है। लेकिन, क्या आपको पता है कि आजकल यह बलात्कारी बाबा कहां मौजूद है? आप शायद तुरंत कहेंगे कि वह तो जेल में है। नहीं साहब, यह ढोंगी बाबा इन दिनों उत्तर प्रदेश के बापगत जनपद के बरनावा गांव में स्थापित किए गए अपने पांच सितारा आश्रम में मौज ले रहा है। यह बात सच है कि उसे जेल में ही होना चाहिए था। साल-2017 से राम रहीम हरियाणा के रोहतक जनपद की सुनारिया जेल का कैदी है और कैदी भी ऐसा वैसा नहीं, उसे हत्या, बलात्कार अबोध बच्चियों के शारीरिक उत्पीड़न जैसे गंभीर मामलों में से कुछ में 20-20 साल तो कुछ में आजीवन कारावास की सजा मिली है।
दिलचस्प बात यह है कि दुनियाभर में बलात्कारी बाबा के रूप में कुख्यात राम रहीम अपने आश्रम में न केवल मजे कर रहा है, बल्कि अपने तथाकथित भक्तों को बकायदा ऑनलाइन दर्शन भी दे रहा है। दरअसल, ये तथाकथित बाबा 14 अक्टूबर से 40 दिन के पैरोल पर जेल से बाहर आया हुआ है। हमारे देश के कानून में किसी अपराधी के जेल जाने के बाद उसके ऊपर जेल मैनुअल यानि जेल के कायदे कानून लागू होते हैं। जेल मैनुअल में आमतौर पर यह प्रावधान होता है कि किसी अपराधी के चाल-चलन व नेक इरादों को देखकर वहां का जेल प्रशासन पैरोल अथवा फरलो पर कुछ दिनों के लिए घर भेज देता है। अलग-अलग राज्य सरकारें अपनी सुविधा के अनुसार इन नियमों में बदलाव करती रहती है।
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बदलाव करने की गुंजाइश का फायदा उठा कर ही हरियाणा प्रदेश की सरकार बलात्कारी बाबा को पैरोल देने के लिए नियमों में बदलाव कर दिया। यह वही राज्य है, जिसके मुखिया मनोहर लाल खट्टर हैं, जो अपने को पक्का राष्ट्रवादी बताते हैं। दावा करते हैं कि उन्होंने संघ यानि आरएसएस की पाठशाला से देशभक्ति, राष्ट्रवाद व कायदे-कानूनों को मानना व मनवाना सीखा है। अब पता नहीं कि यह कौन सी देशभक्ति राष्ट्रवाद व कानून के पालन की परिभाषा है कि घटिया से घटिया अपराध करके हमारे कानून द्वारा जीवनभर की सजा यानि उम्रकैद पाने वाले एक बलात्कारी को बार-बार किसी न किसी बहाने उसकी रंगशाला वाले आश्रम में भेज दिया जाता है। यह भी क्या गजब संयोग है कि ढोंगी बाबा को तभी खुली हवा में भेजा जाता है, जब पंजाब, हरियाणा अथवा उससे लगे हुए प्रदेश हिमाचल में चुनाव होने वाले होते हैं।
अब जरा गौर से सुनिए, इस हत्यारे व बलात्कारी बाबा को। इसी साल यानि 2022 के फरवरी महीने में 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो पर छोड़ा गया था। फरलो भी पैरोल जैसी ही एक व्यवस्था है। पता है वह कौन सा समय था। वह समय था पंजाब प्रदेश में विधानसभा चुनाव का। आप समझ ही गए होंगे कि चुनाव में बाबा के लाखों भक्तों के वोट लेने के लिए केन्द्र से लेकर हरियाणा तक सत्ता में बैठी हुई पार्टी ने वोट के लालच में यह पाप किया था।
इसके बाद 17 जून 2022 को भी इस बलात्कारी बाबा को 30 दिन के पैरोल पर छोड़ा गया था। उस समय हरियाणा में नगर पालिका के चुनाव हो रहे थे। अब 14 अक्टूबर को इस ‘महान आत्मा’ को फिर जेल से छोड़ा गया है। इस बार फिर वह पैरोल पर बाहर आकर अपने आश्रम में खूब रंगरेलियां मना रहा है। अब आप पूछेंगे कि इस समय हरियाणा या पंजाब में कौन से चुनाव चल रहे हैं? तो आपके ज्ञान के लिए बता दूं कि हरियाणा के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव हो रहा है। यह चुनाव भाजपा की नाक का सवाल बना हुआ है। साथ ही हरियाणा के पड़ोसी हिमाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव हो रहा है। राजनीति की समझ रखने वाला कोई छोटा सा बच्चा भी बता सकता है कि यह सब वोट के गंदे धंधे के लिए हो रहा है। राजनेताओं को केवल वोट चाहिए। वोट के लिए केवल एक बलात्कारी, हत्यारा, क्या सैकड़ों बलात्कारी हत्यारे छोड़ने पड़े तो ये जरूर छोड़ेंगे।
यहां ये भी बताते चलें कि पैरोल के दौरान हत्यारे व बलात्कारी राम रहीम ने अपना अवैध साम्राज्य संभालने वाली अपनी गर्लफ्रेंड हनीप्रीत को भी आश्रम के अपने कमरे में ही अपने साथ रख रखा है। अब तो उसने ऑनलाइन एक ड्रामा करके हनीप्रीत का नाम भी बदल दिया है। अब अपनी इस खास चेली को रूहानी दीदी का नाम दिया है। आज की यह रूहानी दीदी कभी प्रियंका तनेजा हुआ करती थी। प्रियंका से हनीप्रीत बनी और अब बाबा की अपरंपार कृपा से रूहानी बन गयी है। इस विषकन्या के ढेर सारे किस्से आपने सोशल मीडिया, वेब-सीरीज व फिल्मों में देखे ही होंगे। अब बताइये कि हमारी वर्तमान व्यवस्था में कानून के हाथ लम्बे हैं या बलात्कारी बाबा राम रहीम के। सीधे शब्दों में कहें तो राम रहीम कानून का भी बाप बन गया है।