Seema Haider Case: सीमारेखा लांघकर घुसपैठ करती कई सीमाएं, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

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Seema Haider
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 05:03 PM
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Seema Haider Last Update: पिछले कई दिनों से सीमा हैदर (Seema Haider) चर्चा में हैं, इसकी वजह उनका अवैध तरीके से पाकिस्तान (Pakistan) से भारत आना है। पाकिस्तान की सीमा अपने प्रेमी सचिन (Sachin) के साथ रहने के लिए अपने पति को छोड़कर अपने 4 बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते नोएडा आ गई थी। लेकिन ये ऐसा इकलौता मामला नहीं है, इसके बाद ऐसे कई और मामले सामने आ चुके हैं, जब कोई युवती घुसपैठ (infiltrate) करके अवैध तरीके से भारत आ गई हो। इसके बाद बांग्लादेश (Bangladesh) से दो युवतियां सपला अख्तर (Sapla Akhtar) और जूली (Julie) भी भारत में आकर रह चुकी हैं और हैरानी की बात है कि किसी को कानों कान खबर भी नहीं हुई। इन केसों से ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या हमारे देश में घुसपैठ करना इतना आसान हो गया कि कोई भी सामान्य व्यक्ति आराम से सुरक्षा व्यवस्था (security system) को धत्ता बता कर घुस आए, लम्बे समय तक रहता रहे और किसी को पता ही न चले? इन केसों ने हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर कुछ सवाल खड़े कर दिए हैं?

Seema Haider Last Update:

ऐसे केसों का आना चिंता का विषय

चेतना मंच हिन्दी न्यूज़ के अनुसार पिछले दिनों सामने आए ये वो मामले हैं, जो किसी न किसी कारण सामने आ चुके हैं। लेकिन ऐसे और न जाने कितने मामले होंगे, जिनमें कोई विदेशी घुसपैठ कर हमारे देश में दाखिल हुआ हो, और अभी भी रह रहा हो? हम उससे अभी भी अंजान हों। इससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था संदेह के घेरे में आ गई है। जब कोई सामान्य नागरिक इतनी आसानी से हमारे देश में दाखिल हो सकते हैं, तो फिर विदेशी एजेन्टों के लिए तो ये और भी आसान होगा। उनके लिए तो ये बाएँ हाथ का खेल होगा। इसलिए इस जटिल समस्या को गंभीरता से लेते हुए हमारी सरकार और जाँच एजेंसियों को इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है। अगर इसी तरह विदेशी लोग आसानी से घुसपैठ करते रहे तो देश की सुरक्षा पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो जाएगा। इसलिए सरकार और देश की जाँच एजेंसियों को इस दिशा में काम कर सुधार लाने की आवश्यकता है। नहीं तो हमारे देश में सुरक्षा के क्षेत्र में गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। [caption id="attachment_102636" align="aligncenter" width="519"]Seema Haider सीमा हैदर सचिन के साथ[/caption]

Seema Haider Last Update: कई और सीमा भी हो सकती हैं अभी भी छिपी हुई?

सीमा हैदर, सपला अख्तर और जूली तो वो केस हैं, जो किसी कारण प्रकाश में आ गए हैं, ऐसी कई और सीमा अभी भी देश में छिपी हो सकती हैं। जिनके बारे में किसी को अभी तक पता ही न हो। जोकि देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हो सकती हैं। क्योंकि क्या पता इनमें से कोई विदेशी एजेंट हो? जो हमारे देश से जरूरी सूचनाएं और जानकारी दुश्मन देश तक पहुँचा सकती है। हम ये नहीं कह रहे कि ऐसी सारी महिलाएं जासूस (Agent) हैं। हो सकता है ये महिलाएं वास्तव में प्रेम के कारण ही सीमा लांघ कर भारत आईं हों, लेकिन ऐसे मामलों में मानवीय संवेदनाओं से ऊपर उठकर देखने कि जरूरत है, क्योंकि ये देश कि सुरक्षा से जुड़े मामले हैं और इसमें कतई समझौता नहीं किया जा सकता है। देश की सुरक्षा ही हमारे लिए सर्वोपरि है।

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बृजभूषण पर नरम पड़ने का नतीजा? क्या इसलिए मिली विनेश और बजरंग को ट्रायल से छूट

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Jul 2023 04:47 PM
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सुप्रिया श्रीवास्तव, 19 जुलाई, नई दिल्ली
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के एडहॉक कमेटी की तरफ से पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को एशियाई खेलों में बिना ट्रायल के सीधे प्रवेश दे दिया गया है। इसे लेकर कमेटी की तरफ से बयान आया है कि एशियाई खेलों के लिए सभी भार वर्गों के खिलाडियों का चयन ट्रायल के आधार पर किया जाएगा। पुरुष फ्रीस्टाइल 65 किग्रा और महिला 53 किग्रा वर्ग के ट्रायल विजेताओं को स्टैंडबाई के तौर पर रखा जायेगा।

एडहॉक कमेटी के सर्कुलर में नहीं है बजरंग और विनेश का नाम -

22 और 23 जुलाई को केडी जाधव इनडोर स्टेडियम में भारतीय ओलंपिक संघ (WFI) की एडहॉक कमेटी द्वारा ट्रायल आयोजित करने का फैसला लिया गया है।। इसके लिए जारी किए गए सर्कुलर में बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) और विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) का नाम नहीं है। कमेटी पैनल के सदस्य अशोक गर्ग ने इस बात की पुष्टि की है कि विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया ट्रायल में छूट दी गई है उनके भार वर्ग में जो खिलाड़ी ट्रायल जीतेंगे उन्हें स्टैंड बाय पर रखा जाएगा।

एशियाई गेम में दोनों खिलाड़ियों से है बेहद उम्मीदें -

ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) और वर्ल्ड चैंपियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) से एशियाई खेल में पदक लाने की बेहद उम्मीदें हैं। खासतौर पर बात की जाए विदेश फोगाट की तो एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों दोनों में गोल्ड मेडल जीतने वाली ये एकमात्र भारतीय महिला पहलवान है। 2019 मे लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड के लिए नामांकित होने वाली एकमात्र भारतीय पहलवान है।

रेसलिंग विवाद (Wrestling Protest) में शामिल थे ये दोनो पहलवान-

आपको बता दें कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट लंबे समय से चल रहे रेसलिंग विवाद में शामिल 6 पहलवानों की लिस्ट में है।। बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट, साक्षी मलिक जैसी कई बड़े पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) व इसके पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसके बाद कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) और कुश्ती महासंघ के पूर्व सेकेट्री विनोद तोमर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने केस दर्ज किया था। इस एफ़आईआर में इन दोनों के खिलाफ 1500 पन्नों की चार्जशीट (Brij Bhushan Sharan Singh Chargesheet) पेश की गई थी। इस चार्जशीट में पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिसमें प्रोफेशनल मदद के बदले सेक्सुअल फेवर मांगने के कम से कम दो मामलों का जिक्र है। इसमें 15 यौन उत्पीड़न के मामलों का भी जिक्र है, जिनमें से 10 में गलत तरीके से छूने की शिकायत की गई है। 18 जुलाई को राउज एवेन्यू कोर्ट ने बृज भूषण शरण सिंह और कुश्ती महासंघ के पूर्व सचिव विनोद तोमर (Vinod Tomar) को अगली सुनवाई जो कि 20 जुलाई को होनी है, तक के लिए दो दिनों की अंतरिम जमानत दी थी। अब 20 जुलाई को होने वाली सुनवाई में, इन दोनों की रेगुलर बेल पर सुनवाई होगी।

विवाद की चलते ट्रायल की तैयारी के लिए पहलवानों ने मांगा था अतिरिक्त समय -

रेसलिंग विवाद (Wrestling Protest) के चलते बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट समेत 6 पहलवानों ने खेल मंत्रालय से एशियाई खेलों के ट्रायल की तैयारी के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी। ऐसे में अब बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के लिए ट्रायल्स के लिए छूट मिलना बड़ी राहत की खबर है।

WFI एडहॉक कमेटी के फैसले से नाराज हैं साथी पहलवान -

खबरों के मुताबिक बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट (Bajrang Punia and Vinesh Phogat) को एशियन गेम्स में सीधी एंट्री दिए जाने के फैसले से बाकी भारतीय रेसलर नाराज है। यह भी खबर सामने आई है कि बजरंग और विनेश को ट्रायल में छूट देने के मामले में पुरुषों के फ्रीस्टाइल राष्ट्रीय कोच जगमंदर सिंह और महिलाओं के राष्ट्रीय कोच वीरेंद्र दहिया को जानकारी नहीं दी गई उन्हें अंधेरे में रखा गया। इस पूरे मामले में जगमंदर सिंह (Jagmandar Singh) का कहना है कि-"मुझे इस बात की जानकारी भी नहीं है कि ऐसा कोई निर्णय लिया गया है। तदर्थ समिति ने हमें बैठकों के लिए बुलाना बंद कर दिया था। हमने ऐसी कोई सिफारिश नहीं की है। हमने सभी श्रेणियों में ट्रायल कराने का समर्थन किया है।' वही महिलाओं के राष्ट्रीय कोच विरेंद्र दहिया (Virendra Dahiya) का कहना है कि- "हमें नहीं पता कि बजरंग और विनेश किस स्थिति में है। उन्होंने पिछले 8 महीनों में प्रतिस्पर्धा नहीं की है। आपको गति,ताकत, वजन के बारे में प्रतियोगिताओं के दौरान ही पता चलता है। उन्होंने काफी समय से कोई प्रतिस्पर्धा नहीं की है। पिछले 7 राष्ट्रमंडल खेल और विश्व चैंपियनशिप के बाद हमने उन्हें खेलते हुए नहीं देखा है।" इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि- "पुरुषों के 65 और महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग के देश के पास मजबूत युवा खिलाड़ी हैं। जो अच्छी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। इन खिलाड़ियों की ताकत अच्छी है। तदर्थ समिति ने यह निर्णय लेने से पहले हमें संपर्क नहीं किया है। यह पता चला है कि 53 किग्रा और 65 किग्रा के पहलवानों के माता पिता और कोच निष्पक्ष सुनवाई की मांग को लेकर अदालत का रुख करेंगे। एक पहलवान के पिता ने बताया हां हम अदालत जाएंगे। तदर्थ समिति के भेदभाव पूर्ण फैसले के कारण हमारे बच्चे क्यों पीड़ित हो। हम केवल निष्पक्ष सुनवाई जाते हैं" बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को एशियाई खेल के लिए ट्रायल से छूट दिए जाने वाले फैसले को लेकर आपकी क्या राय है कमेंट बॉक्स में लिखकर हमें जरूर बताएं। 

Delhi News Update: यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण शरण सिंह को कोर्ट से राहत, दो दिन की अन्तरिम जमानत मिली

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Beur Jail Controversy: जेल से भागने की कोशिश में अनंत सिंह और उनके 31 समर्थको पर दर्ज हुई FIR

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:25 AM
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सुप्रिया श्रीवास्तव, 18 जुलाई, पटना
Beur Jail Controversy: बिहार राज्य की राजधानी पटना का अति संवेदनशील बेउर जेल इस समय पूरे देश में सुर्खियों में छाया हुआ है। 2 दिन पूर्व 16 जुलाई को जेल परिसर में हुई मारपीट की घटना, को अति गंभीर मानते हुए प्रशासन की तरफ से अनंत सिंह और उनके 31 समर्थकों को अभियुक्त मानते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

क्या है पूरा मामला ?

पटना जेल प्रशासन के अनुसार, पटना के बेउर जेल को ब्रेक करने और कुख्यात अपराधियों को भागने की साजिश रची गई थी, और इसके मास्टरमाइंड आरजेडी के पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह बताए जा रहे हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक जेल ब्रेक करने की साजिश के तहत मारपीट कर कक्षपाल से बैरक की चाबी भी छीन ली गई थी।। यह पूरा मामला प्रकाश में तब आया जब पटना जेल प्रशासन ने अनंत सिंह और उनके 31 समर्थकों के खिलाफ 475/23 के तहत मामला दर्ज करते हुए उन्हें इस घटना का अभियुक्त बताया।

16 जुलाई को जेल खुलते ही शुरू हुआ खेल:

जेल प्रशासन के मुताबिक 16 जुलाई रविवार को सुबह करीब 7:30 बजे जेल खुलते ही बाहुबली अनंत सिंह के समर्थकों और कारागार के कक्षपाल अनिरुद्ध कुमार के बीच मारपीट की घटना शुरू हुई। बीच-बचाव करने पहुंचे सहायक अधीक्षक भूपेश कुमार को भी पीटा गया। हमलावर यहीं पर नहीं रुके, सिंगल सेल में जाकर वहां पर कक्षपाल संजीव कुमार शाह और गौतम कुमार के साथ भी मारपीट की। कारा की चाबी छीन ली और कैदियों को सेल से बाहर निकाल दिया। जेल परिसर में हो रहे हंगामे को सुनकर बीच बचाव के लिए पहुंचे उपाधीक्षक राजेश कुमार सिंह के साथ भी इन लोगों ने गाली गलौज और मारपीट की। जेल प्रशासन के मुताबिक अनंत सिंह के समर्थकों ने मारपीट के साथ सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ डालें। बाद में जेल के पदाधिकारी भारी संख्या में पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे और किसी तरह स्थिति पर नियंत्रण पाया गया।

Beur Jail: पूरी घटना में घायल हुए ये पुलिसकर्मी:

16 जुलाई को बेऊर जेल में हुई मारपीट की घटना में नीरज कुमार रजक, रौशन कुमार, संतोष कुमार, संदीप कुमार, गौतम कुमार, अनिल कुमार बैठा, भरत कुमार, कौशल किशोर प्रसाद, भूपेश कुमार, राजेश कुमार सिंह, और कक्षपाल संजीव कुमार शाह घायल हुए थे। इन पुलिसकर्मियों को जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अनंत सिंह समेत इन 21 बंदियों पर दर्ज हुआ है मुकदमा :

बेउर जेल मामले (Beur Jail Controversy) में आरजेडी के पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह समेत 31 कैदियों दिवाकर यादव, सौरभ कुमार गुप्ता, साहिल राज, बलदेव सिंह, बबलू कुमार, कन्हैया सिंह, शिवम कुमार मौर्या, नीतीश यादव, पंकज यादव, नवल राय, अतुल राज, गिरधारी यादव, राजू कुमार, नीरज कुमार, रितेश कुमार, संजीव कुमार, रॉकी कुमार, करण सिन्हा, करण कुमार, साजन कुमार, पिंटू यादव, सनी कुमार, मोहम्मद आफताब आलम, फिरोज आफताब, गौतम कुमार (पिता छेंदी राय), गौतम कुमार (पिता अवधेश सिंह) , चीकू दया, गंगा गौतम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

Delhi News Update: यौन उत्पीड़न मामले में बृजभूषण शरण सिंह को कोर्ट से राहत, दो दिन की अन्तरिम जमानत मिली