नोएडा की सीईओ ऋतु महेश्वरी ने एक हाई-टेक मीटिंग के बाद लगाईं ये 10 पाबंदियां । नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी के पास नोएडा के जिला अधिकारी का भी प्रभार है। इस हाई-टेक मीटिंग में तय किया गया है कि
जिले के सभी हॉट मिक्स प्लांट और आरएसी बंद कर दिए जाएंगे।
जिला प्रशासन ने आदेश दिया है कि मैकेनिकल स्विमिंग में धूल नहीं होनी चाहिए और बिल्डर साइटों पर
एन्टी स्मॉग गन लगाई जायेँ।
पाँच हज़ार वर्गमीटर वाली साइट पर स्मॉग गन लगाना अनिवार्य है, 10 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के लिए दो स्मॉग गन, 15 हजार वर्ग मीटर के लिए तीन और 20000 स्क्वायर मीटर के लिए चार स्मॉग गन लगाना जरूरी होगा।
निर्माण कार्य को अब डस्ट ऐप पर रजिस्टर कराना जरूरी होगा।, निर्माण सामग्री को भी अब ढक के रखना होगा ।
खुले में आग लगाने पर पाबंदी लगा दी गई है.
होटलों में बड़े तंदूर बंद रखे जाएँगे
पूरे जिले में किसी भी तरह के खनन की कोई मंजूरी नहीं दी जाएगी। कोई खनन करता हुआ पाया गया
तो कार्यवाही की जाएगी
कूड़ा-गत्ता, घास-पत्तों को जलाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है ।
डीजल इंजन और जनरेटर चलाने पर भी प्रतिबंध लगया गया है।
ये भी सच है की दिल्ली नोएडा में खाली पराली ही मुसीबत नहीं नोएडा दिल्ली में हद से ज्यादा चलने वाली दो पहिया, तिपहिया गाडियाँ। चूल्हों में झुग्गियों में बनाया जाने वाला भोजन तथा टूटी सड़कें भी जिम्मेदार हैं । नोएडा की जहरीली हवा से बचाव की इसी कड़ी में फायर डिपार्टमेंट ने पांच फ़ायर टेंडर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं हैं, जिससे कि अलग-अलग क्षेत्रों में छिड़काव किया जा सके। सीईओ रितु माहेश्वरी के अनुसार आईटीएमएस यानी इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए पॉल्यूशन के इंडेक्स की जानकारी ली जाएगी। अलग-अलग जगहों पर सेंसर लगावा रखे हैं जो की हवा का क्वालिटी इंडेक्स बता रहे हैं । स्कूलों में भी आउटडोर एक्टिविटी को बंद किए जाने के आदेश जारी किए जा चुके हैं नोएडा में 90 स्प्रिंकल टैंकर और 40 एंटी स्मॉग गन लगाए दिये गए हैं। यानि इस जहरीले प्रदूषण से लड़ने को नोएडा प्राधिकरण पूरी तरह ततपर है।