दिल्ली में तीन नए इंडस्ट्रियल एरिया, जानें किन सेक्टरों को मिलेगी प्राथमिकता

कौन से सेक्टरों को मिलेगी प्राथमिकता?
उद्योग मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा के मुताबिक, इन क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोटेक्नोलॉजी और एडवांस्ड रोबोटिक्स जैसी तकनीक आधारित उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन उद्योगों को वित्तीय सहायता भी दी जाएगी, जिससे नई तकनीक आधारित उद्योगों का प्रसार तेजी से होगा। इन क्षेत्रों के विकास के होने से आधुनिक उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।जमीन और योजना
* कुल जमीन: लगभग 1200 एकड़ * रानीखेड़ा: 147 एकड़, औद्योगिक हब के लिए निर्धारित * बापरोला: 137 एकड़, प्लग-एंड-प्ले इलेक्ट्रॉनिक सिटी की योजना * कंझावला: आधुनिक औद्योगिक और टेक्नोलॉजी हब के रूप में विकसित नई औद्योगिक जगहें केवल फैक्ट्रियों तक सीमित नहीं रहेंगी। इन्हें सैटेलाइट टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें आॅफिस, आवासीय परिसर, सामुदायिक केंद्र, होटल, बाजार और क्लब जैसी सुविधाएं होंगी।पर्यावरण और मौजूदा स्थिति
* दिल्ली में वर्तमान में 29 नियोजित औद्योगिक एस्टेट और 25 नॉन-कन्फॉर्मिंग पॉकेट्स हैं। * नई साइट्स में ईको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, ताकि विकास के साथ पर्यावरण पर न्यूनतम असर पड़े। तीन नए औद्योगिक क्षेत्रों से नई तकनीक आधारित उद्योगों का विकास होगा और आने वाले सालों में लाखों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। Delhi Newsअगली खबर पढ़ें
कौन से सेक्टरों को मिलेगी प्राथमिकता?
उद्योग मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा के मुताबिक, इन क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोटेक्नोलॉजी और एडवांस्ड रोबोटिक्स जैसी तकनीक आधारित उद्योगों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन उद्योगों को वित्तीय सहायता भी दी जाएगी, जिससे नई तकनीक आधारित उद्योगों का प्रसार तेजी से होगा। इन क्षेत्रों के विकास के होने से आधुनिक उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।जमीन और योजना
* कुल जमीन: लगभग 1200 एकड़ * रानीखेड़ा: 147 एकड़, औद्योगिक हब के लिए निर्धारित * बापरोला: 137 एकड़, प्लग-एंड-प्ले इलेक्ट्रॉनिक सिटी की योजना * कंझावला: आधुनिक औद्योगिक और टेक्नोलॉजी हब के रूप में विकसित नई औद्योगिक जगहें केवल फैक्ट्रियों तक सीमित नहीं रहेंगी। इन्हें सैटेलाइट टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें आॅफिस, आवासीय परिसर, सामुदायिक केंद्र, होटल, बाजार और क्लब जैसी सुविधाएं होंगी।पर्यावरण और मौजूदा स्थिति
* दिल्ली में वर्तमान में 29 नियोजित औद्योगिक एस्टेट और 25 नॉन-कन्फॉर्मिंग पॉकेट्स हैं। * नई साइट्स में ईको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, ताकि विकास के साथ पर्यावरण पर न्यूनतम असर पड़े। तीन नए औद्योगिक क्षेत्रों से नई तकनीक आधारित उद्योगों का विकास होगा और आने वाले सालों में लाखों लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। Delhi Newsसंबंधित खबरें
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