Delhi-NCR Rain Update: प्रदूषण से दिल्ली एनसीआर को मिल सकती है राहत! दीवाली से पहले हो सकती है बारिश, हवा में भी होगा सुधार

दिल्ली एनसीआर के लोगों को प्रदूषण से राहत मिलने वाली है। आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना है जिससे हवाएं की गुणवता में भी सुधार देखने को मिलेगा।

Delhi NCR can get relief from pollution It may rain before Diwali air will also improve
Delhi NCR can get relief from pollution It may rain before Diwali air will also improve
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 Nov 2023 05:51 PM
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Delhi-NCR Rain Update: दिल्ली एनसीआर में बढ़ रहे प्रदूषण से लोगों को थोड़ी राहत मिलने वाली है। मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले कुछ दिनों में हवाओं की गति में सुधार होने की उम्मीद है। यही नहीं दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में नौ नवंबर को बूंदाबांदी भी होने की संभावना है। इसके साथ ही 11 और 12 नवंबर को तेज हवाएं भी चलने की उम्मीद है। तेज हवाओं के चलने से ठंड के भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि दीवाली से पहले दिल्ली एनसीआर में बारिश हो सकती है। इससे हवाओं की गुणवता में भी सुधार हो सकता है और लोगों को प्रदूषण से राहत भी मिलेगी।

आने वाले दिनों में दिल्ली एनसीआर में कैसा रहेगा मौसम

दिल्ली एनसीआर में सोमवार को सीजन का सबसे ठंडी सुबह रही है। ऐसे में बुधवार आठ नवंबर को मौसम में बदलाव होने की उम्मीद है। दोपहर और शाम को आंशिक बादल छाए रह सकते है और अधिकतम तापमान के 31 और न्यूनतम तापमान के 15 डिग्री रहने की उम्मीद है। इलाके में आठ नवंबर को एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस होने वाला है. जिससे दिल्ली एनसीआई के मौसम में भारी बदलाव देखने को मिलेगा। यह डिस्टरबेंस 10 नवंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है।

दीवाली से पहले हो सकती है यहां बारिश

बता दें कि इस डिस्टरबेंस से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में नौ नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है। यही नहीं दिल्ली में भी बूंदाबांदी होने की संभावना जताई जा रही है साथ में बादल भी छाए रहेंगे और हवा के पैटर्न में भी बदलाव देखने को मिलेगा। ऐसे में जब यह डिस्टरबेंस चला जाएगा तब 12 से 14 नवंबर को तापमान गिरेगा। दीवाली के मौके पर हवाओं के ठंडक रहने की भी उम्मीद है और लोगों को सुबह और शाम ठंडी महसूस हो सकती है।
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दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके, 5.6 रही तीव्रता

सोमवार दोपहर 4 बज कर 22 मिनट पर दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके के झटके महसूस किए गए। तीन दिन में दूसरी बार भूकंप के झटके दिल्ली एनसीआर में लोग घबराकर घरों से बाहर निकले।  दिल्ली एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में लगातार भूकंप के झटके आए हैं। 

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Strong tremors of earthquake in Doda, Jammu and Kashmir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Nov 2023 09:56 PM
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Earthquake in delhi ncr  सोमवार दोपहर 4 बज कर 20 मिनट पर दिल्ली एनसीआर में भूकंप के झटके के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र नेपाल था। इसकी तीव्रता 5.6 आंकी गई। इसकी वजह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी झटके महसूस किए गए।

तीन दिन में दूसरी बार भूकंप के झटके

दिल्ली एनसीआर में लोग घबराकर घरों से बाहर निकले।  दिल्ली एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में लगातार भूकंप के झटके आए हैं।  तीन दिन में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं । नोएडा और गाजियाबाद में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए।  लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। लखनऊ में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए

भूकंप का केंद्र फिर नेपाल में था 

रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.6 नापी गई। भूकंप से लोगों में दहशत व्याप्त हो गई  है ।

 ये भूकंप बार बार क्यों आ रहे हैं

दिल्ली-एनसीआर में चार दिनों में दूसरी बार भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को डरा दिया है। लखनऊ में ये झटके काफी तेज थे जहां बहुमंजिला इमारतों से लोग बाहर आ गये। इस बार भूकंप की तीव्रता 5.6 रही और इसका केंद्र नेपाल में था। भूकंप के बारे में रिसर्च करने वाले एक्सपर्टस ने दिल्ली-एनसीआर में बार-बार भूकंप आने का कारण बताया है। एक्सपर्ट्स की मानें तो दिल्ली-एनसीआर के नीचे 100 से ज्यादा लंबी और गहरी फॉल्ट्स हैं। ऐसे में अगला भूकंप कितनी तीव्रता का होगा, कहा नहीं जा सकता। भूकंप ने लोगों में बेहद खौफ पैदा कर दिया है।

4 नवंबर को भी रात 11:32 बजे नेपाल में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 157 लोगों की मौत हुई थी। । हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।

   
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एम्स के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया ने प्रदूषण की जहरीली हवा के प्रति किया आगाह

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New Delhi News  
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Nov 2023 12:37 AM
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New Delhi News  ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एम्स के पूर्व निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने हवा में जहरीली कण और प्रदूषण की खतरनाक स्थिति के बारे में लोगों को आगाह करते हुए कहा है कि वह महामारी की तरह से एहतियात बरत कर अपना बचाव करें।

हवा में जहरीले कण होने से फेफड़े और दिल सहित 30% मरीजों की हुई तेजी से वृद्धि

क्योंकि हवा में प्रदूषण के कण जिस तरह से खतरनाक स्थिति पर पहुंच गए हैं उससे फेफड़े दिल शहित कई गंभीर बीमारियों में 30% की तेजी से वृद्धि हुई है। प्रदूषण की इस जहरीली हवा से बुजुर्गों और बच्चों को खास ढंग से बचाव की जरूरत है। डॉ गुलेरिया ने प्रदूषण की जहरीली हवा को बताया कि जहरीली हवा के प्रदूषण रक्त नलिकाओं में जाकर गंभीर बीमारियों को बढ़ावा दे रहे हैं। और बच्चों में इसका अच्छा खासा प्रभाव देखा जा रहा है। प्रदूषण रक्त नलिकाओं में जाने से बच्चों के फेफड़े की क्षमता का विकास कम होने का खतरा भी पैदा हो गया है। डॉ गुलेरिया ने कहा की हवा में जहरीले प्रदूषण कण की वजह से कैंसर और दिल का दौरा भी पड़ सकता है सांस लेने में मुश्किल हो सकती है और इसका असर फेफड़े और दिल पर बहुत तेजी से पड़ने का खतरा है।

डॉ रणदीप गुलेरिया ने महामारी की तरह बचाव लेने का सुझाव दिया है

डॉक्टर गुलरिया ने कहा है कि इस समय हवा में प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब है और ऐसे में हमें महामारी जैसी सावधानी लेने की जरूरत है। New Delhi News in hindi 

जो फेफड़े या अन्य बीमारियों से प्रभावित है उनसे दूरी बनाएं, मुंह पर मास्क लगाए

बुजुर्गों और बच्चों के लिए खांस खास हिदायत है कि वह अपने घरों से ना निकलें और जो लोग सुबह सैर पर जाते हैं वह भी सैर पर जाने से बचें। घर के दरवाजे भी बंद रखें। डॉ गुलेरिया ने कहा की बुजुर्ग और बच्चों में खास तौर से इस जहरीली हवा से बचने की जरूरत है, क्योंकि यह बुजुर्गों और बच्चों के फेफड़े को प्रभावित कर रही है। प्रदूषण जहरीली हवा के सूक्ष्म कणों को रक्त नलिकाओं में जाने से तमाम अन्य बीमारियों के फैलने का खतरा बन गया है। दमे की बीमारी दिल की बीमारी और फेफड़ों की बीमारी में यह प्रदूषित हवा एक हत्यारे की तरह से है, इसलिए इससे हमें बचाव की बहुत जरूरत है।

बच्चों के फेफड़े का विकास क्षमता कम हो जाता है

डॉक्टर  गुलेरिया ने कहा की बच्चों में अगर यह जहरीली हवा अबाध गति से रहती है तो उनके फेफड़े का विकास की क्षमता भी कम हो जाती है। उनमें खांसी की समस्या छाती पर सीटी की आवाज आना सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इसलिए हमारा सभी का दायित्व है कि हम बुजुर्गों बच्चों सहित अपने लिए इस जहरीली हवा से बचाव की पूरी सावधानी लें।

लंबी अवधि के रणनीति बनाने की जरूरत

हवा में जहरीले प्रदूषण की गंभीर समस्या को रोकने के लिए डॉक्टर गुलेरिया ने सरकारी स्तर पर और जनता के सामूहिक प्रयासों के स्तर पर लंबी अवधि की रणनीति बनाने को कहा ताकि हर साल हमें जो यह जहरीले प्रदूषण की समस्या झेलनी पड़ती है इसको न झेलना पड़े। प्रदूषण जनित तमाम बीमारियों में बचाव के लिए हमें सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे और बढ़ती व्हीकल की संख्या पर भी नियंत्रण करना होगा। इसमें हम पूल व्यवस्था करें, पर प्रदूषण की स्वच्छता के लिए तमाम रणनीतियों पर काम करने की जरूरत है। प्रस्तुति मीना कौशिक

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