Noida :एनसीआर में सक्रिय है गोकशों का एक बड़ा सिंडिकेट

थाना प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पुलिस ने निजामुद्दीन, जिसान, ईशा, हसीन व बिलाल को गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ के दौरान 4 गौ तस्करों को गोली भी लगी थी। पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया था कि वह पूरे सुनियोजित तरीके से गोकशी की घटना को अंजाम देते थे। गौकशी के लिए गिरोह के हर सदस्य की अलग-अलग जिम्मेदारी रहती है |
पकड़ा गया निजामुद्दीन लावारिस घूम रहे गौवंश की रेकी करता था। रेकी करने के बाद वह इसकी जानकारी गैंग लीडर जीशान को देता था। जीशान और ईशा रात्रि में मौका देखकर सुनसान स्थान पर घूमने वाले गोवंश को नशीला इंजेक्शन देकर बेहोश कर देते थे। इसके पश्चात इस गैंग की तीसरी टीम के रूप में हसीन और बिलाल मौके पर पहुंचते थे और चंद मिनटों में ही गोकशी की घटना को अंजाम दे देते थे। थाना प्रभारी ने बताया कि गोकशी करने के पश्चात मीट को दिल्ली की मीट मंडी तक पहुंचाने की जिम्मेदारी फरजन पर थी। रास्ते में चेकिंग के दौरान गिरोह के अन्य सदस्य पकडे ना जाएं इसके लिए फरजन अकेला ही कैंटर व सेंट्रो कार के जरिए मीट को लेकर दिल्ली की मंडी पहुंचता था। पहले से ही मीट की सौदेबाजी करने वाले व्यक्ति तक मीट पहुंचाने की जिम्मेदारी फरजन की ही थी। थाना प्रभारी ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य पिछले करीब 10 वर्षो से गोकशी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। गोकश जिला अमरोहा, मुरादाबाद, कांठ, पिलखुआ,हापुड़, गौतमबुद्धनगर आदि में गोकशी की घटनाओं को कर चुके हैं। जिस जिले में यह पकड़े जाते हैं उसके बाद यह उस क्षेत्र को छोड़कर दूसरे जिले की ओर रुख कर वहां गोकशी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
खान साहब की भी तलाश!
गौकशों से पूछताछ के बाद इनके दिल्ली की मीट मंडी कनेक्शन का भी खुलासा हुआ है। जांच पड़ताल में दिल्ली की मंडी में मीट खरीदने वाले "खान साहब "नामक छद्दम नाम से पहचाने 3 लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। पुलिस प्रतिबंधित मीट खरीदने वालों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में फऱजन ने जानकारी दी है कि वह अधिकतर दिल्ली कि गाजीपुर मीट मंडी में खान साहब नामक व्यक्ति को मीट की सप्लाई देकर आता था। खान साहब के अलावा दो तीन अन्य लोग भी मीट के लिए पहले ही एडवांस देते थे। एडवांस मिलने के बाद ही गोकशी की जाती थी और इन तक मीट पहुंचाया जाता था। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में प्रकाश में आये खान साहब व अन्य लोगों के खिलाफ भी जल्दी कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।
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थाना प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि दो अलग-अलग मुठभेड़ों में पुलिस ने निजामुद्दीन, जिसान, ईशा, हसीन व बिलाल को गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ के दौरान 4 गौ तस्करों को गोली भी लगी थी। पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया था कि वह पूरे सुनियोजित तरीके से गोकशी की घटना को अंजाम देते थे। गौकशी के लिए गिरोह के हर सदस्य की अलग-अलग जिम्मेदारी रहती है |
पकड़ा गया निजामुद्दीन लावारिस घूम रहे गौवंश की रेकी करता था। रेकी करने के बाद वह इसकी जानकारी गैंग लीडर जीशान को देता था। जीशान और ईशा रात्रि में मौका देखकर सुनसान स्थान पर घूमने वाले गोवंश को नशीला इंजेक्शन देकर बेहोश कर देते थे। इसके पश्चात इस गैंग की तीसरी टीम के रूप में हसीन और बिलाल मौके पर पहुंचते थे और चंद मिनटों में ही गोकशी की घटना को अंजाम दे देते थे। थाना प्रभारी ने बताया कि गोकशी करने के पश्चात मीट को दिल्ली की मीट मंडी तक पहुंचाने की जिम्मेदारी फरजन पर थी। रास्ते में चेकिंग के दौरान गिरोह के अन्य सदस्य पकडे ना जाएं इसके लिए फरजन अकेला ही कैंटर व सेंट्रो कार के जरिए मीट को लेकर दिल्ली की मंडी पहुंचता था। पहले से ही मीट की सौदेबाजी करने वाले व्यक्ति तक मीट पहुंचाने की जिम्मेदारी फरजन की ही थी। थाना प्रभारी ने बताया कि इस गिरोह के सदस्य पिछले करीब 10 वर्षो से गोकशी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। गोकश जिला अमरोहा, मुरादाबाद, कांठ, पिलखुआ,हापुड़, गौतमबुद्धनगर आदि में गोकशी की घटनाओं को कर चुके हैं। जिस जिले में यह पकड़े जाते हैं उसके बाद यह उस क्षेत्र को छोड़कर दूसरे जिले की ओर रुख कर वहां गोकशी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
खान साहब की भी तलाश!
गौकशों से पूछताछ के बाद इनके दिल्ली की मीट मंडी कनेक्शन का भी खुलासा हुआ है। जांच पड़ताल में दिल्ली की मंडी में मीट खरीदने वाले "खान साहब "नामक छद्दम नाम से पहचाने 3 लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। पुलिस प्रतिबंधित मीट खरीदने वालों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में फऱजन ने जानकारी दी है कि वह अधिकतर दिल्ली कि गाजीपुर मीट मंडी में खान साहब नामक व्यक्ति को मीट की सप्लाई देकर आता था। खान साहब के अलावा दो तीन अन्य लोग भी मीट के लिए पहले ही एडवांस देते थे। एडवांस मिलने के बाद ही गोकशी की जाती थी और इन तक मीट पहुंचाया जाता था। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में प्रकाश में आये खान साहब व अन्य लोगों के खिलाफ भी जल्दी कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा।
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