नोएडा/ग्रेटर नोएडा। पांच महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में गौतमबुद्धनगर जिले में क्या होगा? यह सवाल राजनीतिक गलियारों में खूब गूंज रहा है। अनेक राजनीतिक विश्लेषक इस सवाल का अपने -अपने ढंग से जवाब दे रहे हैं। कुछ विश्लेषक बता रहे हैं कि जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर वर्तमान सत्तारूढ़ दल यानि भाजपा का कब्जा कायम रहेगा। दूसरी तरफ ऐसे विश्लेषकों की संख्या ज्यादा है जो कह रहे हैं कि इस बार तीन में से भाजपा की दो सीट कम हो जाएंगी।
सब जानते हैं कि अलगे वर्ष के फरवरी व मार्च महीने में उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को समाप्त हो रहा है। ऐसे में प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी चुनावी गोटी बैठानी शुरू कर दी हैं। इस कड़ी में गौतमबुद्धनगर जिले में भी तमाम तरह की राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है। इस जिले में नोएडा, दादरी व जेवर तीन विधानसभा सीट आती हैं। वर्तमान में वर्ष 2017 से तीनों ही सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। वर्ष 2012 में दो सीट बसपा व एक पर भाजपा का विधायक था। आगामी चुनाव में क्या होगा? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने एक दर्जन से भी अधिक राजनीतिक विश्लेषकों से चर्चा की है। इस चर्चा में शामिल कुछ विश्लेषकों ने दावा किया है कि इस चुनाव में भी भाजपा तीनों विधानसभा सीट जीत जाएगी।
उधर अधिक संख्या ऐसे विश्लेषकों की है जिनका कहना है कि किसान आंदोलन व गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति पर शुरू हुए आंदोलन के चलते आगामी चुनाव में दादरी व जेवर विधानसभा सीट पर जीत भाजपा के लिए असंभव साबित हो सकती है। समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन भाजपा की जीत में रोड़े बनकर खड़ा हो सकता है। इन विश्लेषकों का यह भी मत है कि जीत हार का असली विश्लेषण तो सभी दलों के प्रत्याशी मैंदान में उतरने के बाद ही होगा, किन्तु आज की स्थिति में तो भाजपा तीन में से केवल एक सीट पर ही स्पष्ट तौर पर जीतती हुई नजर आ रही है। इनके अनुसार नोएडा विधानसभा का सीट पर भाजपा के सामने कोई खाश चुनौती नहीं है। एक राजनीतिक विश्लेषक का तो यह भी दावा है कि भाजपा के अपने सर्वे में भी दादरी व जेवर सीट पर पार्टी को खतरा है।
