Ghaziabad News गाजियाबाद। मंगलवार 14 नवंबर को गाजियाबाद की स्थापना दिवस पर गाजियाबाद की प्रथम महिला महापौर सुनीता दयाल ने विशेष बातचीत में कहा कि आज का गाजियाबाद स्थापना दिवस के बाद से एकदम परिवर्तित है। आज गाजियाबाद में रैपिडेक्स रेल से लेकर हॉट सिटी एक सेफ सिटी तक बुलंदियों को छुआ है। और उत्तर प्रदेश की सरकार ने गाजियाबाद को रोजगार औद्योगिक विकास, पुलिस कमिश्नर और महिलाओं के थाने से लेकर गाजियाबाद को स्वच्छता से लेकर सड़कों तक नई पहचान दी है।
सिस्टम को पूरी पारदर्शिता के साथ काम करने लायक बनाउंगी
महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि गाजियाबाद की महापौर के नाते मैं गाजियाबाद को और अधिक सुंदर स्वच्छ और विकसित बनाने के लिए और बेहतर ढंग से कार्य करूंगी। और सबसे बड़ी बात यह है कि मैं नागरिक सुविधाओं के लिए गाजियाबाद के सिस्टम को पूरी पारदर्शिता के साथ काम करने के लिए बेहतर कार्य करूंगी। हमारा लक्ष्य गाजियाबाद को विकसित सुरक्षित और नागरिक सुविधाओं वाला पारदर्शिता के साथ कार्य करने वाला एक ऐसा गाजियाबाद जिसमें हम सब गर्व से कह सकें, यह हमारा ग़ाज़ियाबाद है।
गाजियाबाद को बुलंदियों पर पहुंचाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोडूंगी
मैं गाजियाबाद की बेटी हूं और गाजियाबाद को अच्छे से समझती हूं। मैंने बहुत हिम्मत और समझदारी से कुर्सी पर बैठते ही स्थितियों को समझा है और उन चुनौतियों का सामना किया। मुझे लगता है कुर्सी बदलने से नहीं बल्कि सिस्टम के दिमाग में व्याप्त चुनौतियों से हमें जूझना होता है और मैं पूरी पारदर्शिता के साथ अपने सिस्टम को संभाल कर गाजियाबाद को बुलंदियों पर पहुंचाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोडूंगी।
गाजियाबाद को नई पहचान देना ही मेरा मकसद
उल्लेखनीय है की गाजियाबाद की बेटी सुनीता दयाल गाजियाबाद की हर छोटी से छोटी बड़ी से बड़ी समस्याओं से अवगत रही हैं। और उन्होंने छात्र जीवन से ही गाजियाबाद की एक-एक गली में महिला नेता के रूप में अपनी खास पहचान बनाई और जब वह महापौर के पद पर आई हैं तो वह कहती हैं कि मैं किसी भी गलतफहमी में नहीं रहना चाहती और हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े विकास के कार्य को समझदारी और हिम्मत से शार्ट आउट करके गाजियाबाद को नई पहचान देना ही मेरा मकसद है।
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शुरुआती दौर में थी कई चुनौतियां
शुरुआती दौर में जब महापौर के पद पर सुनीता दयाल ने कुर्सी संभाली तो उनके सामने अचानक से कूड़ा निपटाने संबंधी समस्याओं से लेकर कुछ और भी समस्याएं चुनौती के रूप में खड़ी हो गई थी लेकिन सुनीता दयाल का कहना है कि चुनौतियां कुर्सी बदलने से हल नहीं होती बल्कि सिस्टम के लोगों में मस्तिष्क में शामिल होती है। इसलिए हमें अपने सिस्टम को सुधारना सबसे बड़ी चुनौती होती है और मैंने बहुत हिम्मत और समझदारी के साथ उन चुनौतियों का सामना किया और गाजियाबाद में छात्र जीवन से ही मैंने महिला राजनीति पर रहते हुए बुलंदियों के झंडे गाड़े हैं क्योंकि मैं गाजियाबाद को अच्छे से समझती हूं। उल्लेखनीय है कि आज जब हम गाजियाबाद का 47 वां स्थापना दिवस की बात कर रहे हैं तो हमें बीते पन्नों में जाकर यह भी कहना होगा कि हम ने कब गाजियाबाद की स्थापना रखी थी और किसने रखी थी तो आपको बता दें।
मैं हूं गाजियाबाद
मैं जिला गाजियाबाद हूं और मंगलवार को मेरा जन्म दिवस है। मंगलवार ही के दिन तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने 14 नवंबर 1976 को भारत के पहले प्रधानमंत्री पडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर गाजियाबाद को मेरठ की एक तहसील से जिला घोषित किया। 47 वर्षों के सफर में अब तेजी से बदली है गाजियाबाद की सूरत! गाजियाबाद को हॉट सिटी और सेफ सिटी और गाजियाबाद कॉरिडोर बनाने के साथ ही गाजियाबाद की अलग पहचान बनी है। गाजियाबाद ने पिछले तमाम बरसों में अपनी खराब छवि होते हुए देखकर तमाम पीड़ा भी महसूस की है लेकिन आज योगी सरकार में गाजियाबाद को सेफ सिटी और हॉट सिटी बनाने के लिए योगी मोदी की डबल इंजन सरकार ने उसके चौतरफा विकास को लेकर तेजी से काम किए हैं।
आज गाजियाबाद की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में है
गाजियाबाद की आज औद्योगिक नगरी के रूप में अपनी पहचान बन गई है और यहां पर विदेश से भी योगी सरकार के पास निवेश के बड़े-बड़े ऑफर आए हैं। और यहां पर कॉरिडोर के निर्माण के लिए रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण और सांस्कृतिक पहचान के साथ नवनिर्माण के साथ ही यहां पर रैपिडेक्स ट्रेल जो कि दुनिया की सबसे आधुनिक और तेज चलने वाली ट्रेन है उसका तोहफा यहां स्वयं प्रधानमंत्री ने दिया। सामुदायिक केंदों से लेकर शिक्षा स्वास्थ्य केद्रों तक रोजगार से लेकर महिला थानों तक योगी की एक ही नीति है कि महिला की सुरक्षा और विकास को अग्रणी स्थान देना है। और गाजियाबाद में रोजगार स्वास्थ्य विकास और उसकी सांस्कृतिक पहचान को एक्शन लेते हुए जिले को सर्वोत्तम जिला बनाने के लिए हॉट सिटी में रखा गया है। और कई करोड़ के योजनाओं से लेकर कॉरिडोर के प्रथम चरण पूरा करके प्रधानमंत्री जी ने स्वयं हाल ही में तोहफा दिया है।
27000 से अधिक उद्योगों की नगरी है गाजियाबाद
47 वर्षों में विकास की राह पर लंबा सफर तय किया है। मेरी पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में होती है। मैं अपने में छोटे-बड़े 27 हजार से अधिक उद्योगों को समेटे हुए हूं।
दुनिया की सबसे तेज गति वाली आधुनिकतम रैपिडेक्स रेल का तोहफा भी गाजियाबाद को मिला
भारत में पहली बार एशिया की सबसे आधुनिक और सबसे तेज गति वाली रैपिडेक्स रेल का तोहफा गाजियाबाद को मिला है। जिससे गाजियाबाद के नौजवानों महिलाओं और यहां के लोगों का जीवन बेहतर होने की तरफ तेज गति से बढ़ा है। और इससे भविष्य में गाजियाबाद विकास के बुलंदियों को छूकर सबसे यही कह सकेगा हां मैं हूं गाजियाबाद।
गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट और पिंक महिला थाना की स्थापना
गाजियाबाद के जनजीवन को सुरक्षित बनाने के लिए योगी सरकार ने यहां पर पुलिस कमिश्नरेट की स्थापना की है और पुलिस कर्मियों की संख्या से लेकर महिला पुलिस थानों तक यहां पर सुरक्षा इंतजाम को सर्वश्रेष्ठ प्राथमिकता दी गई है। जिले में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद पुलिसकर्मियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। पुलिसकर्मियों की संख्या 5500 से बढ़कर सात हजार हो गई है। यातायात कर्मियों की संख्या 250 से बढ़कर 507 और थाने 25 से बढ़कर 27 हो गई। पुलिस अधिकारियों के पदों में भी वृद्धि हुई है। पुलिस के संसाधनों में भी इस दौरान बढ़ोतरी हुई है। जिससे पुलिसिंग बेहतर करने का प्रयास है।
गाजियाबाद हाईटेक बना है
खेत-खलिहानों में तेजी से आवासीय भवनों का निर्माण हो रहा है। दो हाइटेक टाउनशिप और आठ इंटीग्रेटेड सिटी विकसित की जा रही हैं। राजनगर एक्सटेंशन विकसित होने से दो लाख लोगों को आशियाना मिला है।
प्रदूषण बना चुनौती
एक तरफ जिला तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है । वहीं दिल्ली-एनसीआर के साथ जिले में बढ़ता हुआ प्रदूषण विकास के मुंह पर धब्बा लगा रहा है। बढ़ते वाहनों की संख्या से वायु प्रदूषण साल दर साल बढ़ता जा रहा।
प्रदूषण के के बारे में महापौर सुनीता दयाल ने कहा
गाजियाबाद ने जहां एक तरफ औद्योगिक नगरी बनकर अपनी खास पहचान बनाई और वह चौतरफा बुलंदियों के विकास को छू रहा है वहीं वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या ने प्रदूषण को बढ़ावा दिया है लेकिन गाजियाबाद में प्रदूषण को कंट्रोल करना अब मेरी प्राथमिकता होगी।
गाजियाबाद को स्वच्छ सुंदर और बेहतर सुविधाओं वाला नगर बनाना है
गाजियाबाद की महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि गाजियाबाद को सुंदर स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाना और विकसित बनाना मेरी प्राथमिकता है और उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की योगी मोदी सरकार ने गाजियाबाद में जिस तरह से बड़े-बड़े विकास करने की तरफ कदम बढ़ाया है वहीं मुझे गाजियाबाद की बेटी के रूप में गाजियाबाद शहर को देश का सबसे सुंदर शहर बनाना है।
प्रस्तुति मीना कौशिक
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