कमीशन एजेंट से कार सवार लुटेरों ने लूट लिए चार लाख रूपए

गाजियाबाद(चेतना मंच)। मसूरी थाना क्षेत्र के भूडग़ड़ी कच्चे रास्ते पर कार सवार तीन बदमाशों ने एक मीट फैक्ट्री के कमीशन एजेंट की कार रोककर हथियारों के बल पर चार लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया। एसपी देहात डा.ईरज राजा ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर जांच की है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
साहिबाबाद के शहीदनगर निवासी नासिर मसूरी की मीट फैक्ट्रियों के कमीशन एजेंट हैं। उनकी भूडगडी में मीट फैक्ट्री के बाहर दुकान है। यहां से वह पशुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं। सोमवार दोपहर वह अपनी क्रेटा कार से दुकान पर जा रहे थे। भूडगड़ी गांव से कच्चे रास्ते पर सामने से स्विट कार सवार बदमाशों ने उनकी कार रोक ली और हथियार दिखाकर कार में रखे चार लाख रुपये लूट लिए। वारदात के बाद बदमाश अपनी कार से ही फरार हो गए।
जानकार हो सकते हैं बदमाश पु़लिस को अंदेशा है कि बदमाशों को जानकारी थी कि नासिर प्रतिदिन ज्यादा रकम लेकर आते-जाते हैं। यही कारण है कि बदमाशों ने वारदात से पहले सोमवार को नासिर की कार रोकी व एक बदमाश ने नीचे उतरकर उनकी कार का नंबर चेक किया। नंबर पहचानने के बाद लूट की।
बदमाशों की कार पर था फर्जी नंबर : बदमाशों ने जिस कार से वारदात की, उस पर लगी नंबर प्लेट फर्जी थी। घटना के बाद पीडि़त ने बदमाशों की कार का नंबर नोट कर पुलिस को दिया। पुलिस ने नंबर की जांच की तो वह स्विफ्ट कार का नहीं था। पुलिस लुटेरों को तलाश रही है।
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गाजियाबाद(चेतना मंच)। मसूरी थाना क्षेत्र के भूडग़ड़ी कच्चे रास्ते पर कार सवार तीन बदमाशों ने एक मीट फैक्ट्री के कमीशन एजेंट की कार रोककर हथियारों के बल पर चार लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया। एसपी देहात डा.ईरज राजा ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर जांच की है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
साहिबाबाद के शहीदनगर निवासी नासिर मसूरी की मीट फैक्ट्रियों के कमीशन एजेंट हैं। उनकी भूडगडी में मीट फैक्ट्री के बाहर दुकान है। यहां से वह पशुओं की खरीद-फरोख्त करते हैं। सोमवार दोपहर वह अपनी क्रेटा कार से दुकान पर जा रहे थे। भूडगड़ी गांव से कच्चे रास्ते पर सामने से स्विट कार सवार बदमाशों ने उनकी कार रोक ली और हथियार दिखाकर कार में रखे चार लाख रुपये लूट लिए। वारदात के बाद बदमाश अपनी कार से ही फरार हो गए।
जानकार हो सकते हैं बदमाश पु़लिस को अंदेशा है कि बदमाशों को जानकारी थी कि नासिर प्रतिदिन ज्यादा रकम लेकर आते-जाते हैं। यही कारण है कि बदमाशों ने वारदात से पहले सोमवार को नासिर की कार रोकी व एक बदमाश ने नीचे उतरकर उनकी कार का नंबर चेक किया। नंबर पहचानने के बाद लूट की।
बदमाशों की कार पर था फर्जी नंबर : बदमाशों ने जिस कार से वारदात की, उस पर लगी नंबर प्लेट फर्जी थी। घटना के बाद पीडि़त ने बदमाशों की कार का नंबर नोट कर पुलिस को दिया। पुलिस ने नंबर की जांच की तो वह स्विफ्ट कार का नहीं था। पुलिस लुटेरों को तलाश रही है।
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