Delhi News : शराब घोटाले के बाद अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें फिर से बढ़ने वाली है। हाल ही में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ NIA जांच की मांग की है। साथ ही उन पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ से राजनीतिक फंडिंग लेने का भी आरोप लगाया है। आपको बता दें एलजी दफ्तर की ओर से केंद्रीय गृह सचिव को इसे लेकर चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में लिखा गया है कि जेल में बंद आतंकी देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई के लिए आम आदमी पार्टी को खालिस्तानी संगठनों से 16 मिलियन डॉलर यानि करीबन 133 करोड़ रुपये की फंडिंग मिली थी। Delhi News
आप पार्टी ने आरोपों को किया खारिज
आपको बता दें एलजी सक्सेना ने ये सिफारिश ऐसे वक्त की है, जब पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने इस बात के संकेत दिए थे कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर केजरीवाल को अंतरिम जमानत देने पर विचार किया जा सकता है। वहीं, अब आम आदमी पार्टी (आप) ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे सीएम केजरीवाल के खिलाफ एक और ‘साजिश’ बताया है। इसके साथ ही आप पार्टी ने दिल्ली के एलजी को बीजेपी का ‘एजेंट’ भी बताया है।
किसने की थी एलजी को शिकायत?
आपको बता दें साल 2024 की एक अप्रैल को आशु मोंगिया नाम के व्यक्ति ने दिल्ली के एलजी सक्सेना के पास शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें आशु मोंगिया खुद को वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन इंडिया का राष्ट्रीय महासचिव बताया था। साथ ही आशु मोंगिया ने अपनी शिकायत में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए थे और इनकी जांच की मांग की थी। मोंगिया ने ये भी आरोप लगाया था कि न्यूयॉर्क के रिचमंड हिल गुरुद्वारा में एक सीक्रेट मीटिंग भी हुई थी, जिसमें देवेंद्र पाल भुल्लर की रिहाई का वादा किया गया था। भुल्लर इस वक्त अमृतसर की एक जेल में बंद है। साथ ही उन्होंने कहा था कि सीएम केजरीवाल और उनकी पार्टी की ओर से खालिस्तानी संगठनों फंडिंग की जा रही है।
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