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बीजेपी के संकेत क्या हैं? साय के छत्तीसगढ़ का सीएम बनने के बाद उठा सवाल

छत्तीसगढ़ की तस्वीर

छत्तीसगढ़ की तस्वीर

बीजेपी के संकेत: बीजेपी के दिग्गज नेता विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ के अगले सीएम होंगे। आज पार्टी पर्यवेक्षकों ने विधायकों के साथ मुलाक़ात के बाद ये निर्णय लिया। उनके नाम का प्रस्ताव खुद 3 बार के सीएम रमन सिंह ने किया। बीजेपी ने इस बार अनुभवी मुख्यमंत्री रमन सिंह के बजाय आदिवासी नेता विष्णुदेव साय को छत्तीसगढ़ की कमान देकर आने वाले समय के लिए कुछ स्पष्ट संकेत भी दे दिए हैं। साथ ही अपनी भविष्य की रणनीति भी स्पष्ट कर दी है।

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बीजेपी के संकेत: क्या हैं बीजेपी के इस निर्णय के मायने?

दिग्गज नेता विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने अपनी भावी रणनीति के संकेत दे दिए हैं। पहला संकेत ये है कि जैसे छत्तीसगढ़ में अनुभवी रमन सिंह को दरकिनार कर नए मुख्यमंत्री को कमान देने का फैसला किया गया है, उससे हमें ये संकेत मिल रहे हैं कि अब हमें एमपी और राजस्थान में भी नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं।

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अनुभवी नेता और निवर्तमान सीएम शिवराज सिंह चौहान और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया को भी इसी तरह दरकिनार किया जाएगा, जैसे पूर्व सीएम और अनुभवी नेता रमन सिंह को किया गया है। इसीलिए बीजेपी को किसी निष्कर्ष पर पहुंचने में समय लग रहा है। अन्यथा यदि पार्टी को पुराने चेहरों पर ही दांव खेलना होता तो पार्टी इतना मंथन नहीं करती।

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ये समीकरण भी है बीजेपी के संकेत की वजह

दूसरा संकेत ये है कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर जातीय समीकरण के हिसाब से निर्णय करेगी, जिससे लोगों को एक संदेश दिया जा सके, जैसा छत्तीसगढ़ में किया गया है। छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ नेता विष्णु देव साय छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक बड़ा आदिवासी चेहरा हैं। वह कुनकुरी से विधायक हैं और इससे पहले रायगढ़ से सांसद भी रह चुके हैं।

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छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय की आबादी सबसे अधिक है और विष्णुदेव इसी समुदाय से हैं। इसी समीकरण को मद्देनजर रखते हुए उनका चुनाव किया गया है। पार्टी इसी तरह मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी इसी तरह के जातीय समीकरण को ध्यान में रखेगी, जिससे 2024 के आगामी लोकसभा चुनाव में इसका लाभ उठाया जा सके। ये तो वक्त ही बताएगा कि बीजेपी को इस रणनीति का कितना लाभ मिलता है।

बीजेपी के संकेत

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