Panchayat Elections : पश्चिम बंगाल के 19 जिलों में 696 से अधिक केंद्रों पर पुनर्मतदान जारी

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Repolling continues at more than 696 centers in 19 districts of West Bengal
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:10 PM
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 19 जिलों के 600 से अधिक मतदान केंद्रों पर सोमवार को सुबह सात बजे से पंचायत चुनाव के लिए पुनर्मतदान जारी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मतपेटियों के साथ छेड़छाड़ के आरोपों के कारण और चुनाव संबंधी हिंसा में 15 लोगों की मौत के बाद इन केंद्रों पर मतदान को अमान्य घोषित कर दिया गया था।

Panchayat Elections

कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाएं अधिकारियों ने बताया कि पुनर्मतदान शुरू होने के बाद से किसी तरह की बड़ी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि 696 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान के आदेश दिए गए हैं। इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर राज्य पुलिस के अलावा केंद्रीय बल के चार जवान तैनात हैं। राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के एक अधिकारी ने कहा कि जिन जिलों में पुनर्मतदान जारी है, वहां से किसी बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। कुछ छिटपुट घटनाएं हुईं, लेकिन पुलिस ने उन पर काबू पा लिया।

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कुछ केंद्रों पर देरी से शुरू हुआ मतदान अधिकारी ने बताया कि नदिया के तेहट्टा में एक सड़क अवरुद्ध कर दी गई, जबकि पूर्व मेदिनीपुर जिले के मयना में एक मतदान केंद्र के बाहर मतदाताओं ने प्रदर्शन किया। नदिया के देबग्राम में एक मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान शुरू नहीं किया जा सका, क्योंकि मतपेटियां वहां पहुंचाई नहीं गई। कुछ मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां मतदान अभी शुरू नहीं हुआ है। हमने इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है और संबंधित जिलाधिकारियों को बिना किसी देरी के मतदान शुरू करने का निर्देश दिया है। मतदान शाम पांच बजे तक जारी रहेगा।

Panchayat Elections

मतपेटियों की लूट और हत्याओं के कारण हो रहा पुनर्मतदान अधिकारियों ने बताया कि जिन जिलों में पुनर्मतदान की घोषणा की गई है, उनमें मुर्शिदाबाद में सबसे अधिक 175 मतदान केंद्र हैं। उसके बाद मालदा में 109 मतदान केंद्र हैं। नदिया में 89 मतदान केंद्र पर, कूच बिहार में 53, उत्तर 24 परगना में 46, उत्तर दिनाजपुर में 42, दक्षिण 24 परगना में 36, पूर्व मेदिनीपुर में 31 और हुगली में 29 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हो रहा है। उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग, झाड़ग्राम और कलिम्पोंग जिलों में पुनर्मतदान का आदेश नहीं दिया गया। हिंसा तथा मतपेटियों व मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ की खबरों की समीक्षा करने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) ने रविवार शाम को इन 696 मतदान केंद्र पर पुनर्मतदान कराने की घोषणा की थी।

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शनिवार को 61 हजार केंद्रों पर हुआ था मतदान त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए शनिवार को 61,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था। कई स्थानों पर मतपेटियां लूट ली गईं या उनमें आग लगा दी गईं और उन्हें तालाबों में फेंक दिया गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी। राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीट के लिए शनिवार को हुए मतदान में 5.67 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। #panchayatelection #westbengal
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Earthquake News : जम्मू-कश्मीर के डोडा में भूकंप के तेज झटके

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Strong tremors of earthquake in Doda, Jammu and Kashmir
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 02:13 AM
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डोडा/जम्मू। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में सोमवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी।

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जमीन के 10​ किलोमीटर गहराई में था भूकंप का केंद्र अधिकारियों ने बताया कि सुबह पांच बजकर 38 मिनट पर भूकंप आया। फिलहाल भूकंप से किसी तरह का नुकसान होने की खबरें नहीं हैं। एनसीएस ने बताया कि भूकंप का केंद्र डोडा क्षेत्र में जमीन से 10 किलोमीटर की गहरायी में स्थित था।

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13 जून को आया था 5.4 की तीव्रता का भूकंप अधिकारियों के अनुसार, डोडा में इस साल जून से लेकर अब तक 12 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए है। भूकंप की तीव्रता हर बार अलग-अलग रही है। जिले में 13 जून को 5.4 तीव्रता के भूकंप के कारण मकानों समेत कई इमारतों में दरारें पड़ गयी थीं। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। #earthquake #jammuandkashmir #dodadistrict
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Monsoon 2023 : मैदान से लेकर पहाड़ तक जल ही जल, इतना क्यों बरस रहा सावन ?

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Monsoon 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 06:13 AM
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Monsoon 2023 : देश ने मॉनसून का एक रौद्र रूप देख लिया है। बारिश तो हर साल होती है, तय समय तक चलती है और फिर थम जाती है। लेकिन इस बार की बारिश अलग है, इस बार का ये अंदाज एक अलग ट्रेंड बता रहा है। ये वो ट्रेंड है जिसने दिल्ली में 41 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है, पंजाब में 23 सालों का रिकॉर्ड टूटा है और पहाड़ी राज्यों में भी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। इस समय एक तरफ दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ पंजाब में बारिश से हालात बिगड़ने लगे हैं। पहाड़ों पर भी जल प्रलय ने दस्तक दे दी है।

Monsoon 2023

इस समय राजधानी दिल्ली को लेकर सभी की चिंता सबसे ज्यादा बढ़ गई है। इसका कारण ये है कि राजधानी में लगातार हो रही बारिश ने यमुना के जलस्तर को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है। आलम ये है कि यमुना इस समय खतरे के निशान के काफी करीब पहुंच गई है। बताया जा रहा है कि हरियाणा ने हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 1 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ दिया है। अब दिल्ली में यमुना का खतरे का निशान 204.5 मीटर है। इस समय आंकड़ा 203.18 मीटर चल रहा है, यानी कि खतरे के निशान के काफी करीब।

बाढ़ का खतरा क्यों ?

दिल्ली को लेकर एक खतरनाक आंकड़ा ये भी सामने आया है कि 1982 के बाद ये अब तक की हुई सबसे ज्यादा बारिश है। एक दिन में ही 151 मिमी बारिश दर्ज की गई है। एक सामन्य मॉनसून में जितनी कुल बारिश राजधानी में दर्ज की जाती है, उस लिहाज से ये आंकड़ा काफी ज्यादा है। अभी के लिए दिल्ली में आज सभी स्कूल बारिश की वजह से बंद कर दिए गए हैं। इसी तरह गुरुग्राम में भी वर्क फ्रॉम होम के आदेश जारी कर दिए गए हैं। असल में साइबर सिटी में सिर्फ दो घंटे के भीतर 149 मिमी बारिश हो गई, ऐसे में लंबे जाम तो लगे ही, कई जगह जलभराव भी खतरनाक स्तर का देखने को मिला।

कुल्लू में वायुसेना से मांगी मदद

पहाड़ी इलाकों की बात करें तो कुल्लू में स्थिति इतनी विस्फोटक हो चुकी है कि अब वहां वायुसेना से मदद मांगी जा रही है। कई लोगों का रेस्क्यू तो एनडीआरएफ की टीम ने किया है, लेकिन अभी भी कुछ लोग फंसे हुए हैं जिन्हें निकालना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में वायुसेना से मदद मांगी जा रही है। हिमाचल में कई जगह सड़कें धंसने की खबर है, बादल भी फटा है। भूस्खलन ने भी कई रास्तों को बंद कर दिया है। इसी कड़ी में मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये फैसला हुआ है। वहीं जोर देकर कहा गया है कि कई सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही नहीं होगी।

Monsoon 2023 - आखिर इतनी बारिश क्यों ?

इस समय जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में भारी बारिश की बात कही जा रही है। अगले दो दिनों तक तेज बारिश का दौर जारी रह सकता है। वहीं पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में भी बारिश से अभी राहत नहीं मिलने वाला है। राजधानी दिल्ली को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है।

अब सवाल ये उठता है कि आखिर इतनी ज्यादा बारिश क्यों हो रही है ? मौसम विभाग के पास इस सवाल का स्पष्ट जवाब है। बताया जा रहा है कि पश्चिम विक्षोभ और मानसूनी हवाओं की वजह से उत्तर पश्चिम भारत में रिकॉर्डतोड़ बारिश दर्ज की जा रही है। दिल्ली में भी इस समय जो बारिश हो रही है, उसका कारण भी है ये पश्चिम विक्षोभ ही है। वर्तमान में ये पश्चिम विक्षोभ पाकिस्तान में सबसे ज्यादा सक्रिय है। Monsoon 2023

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