Education News : एनसीईआरटी के ट्रांसजेंडर संबंधी नये मसौदे में ‘लिंग निरपेक्षता’ पर जोर

Political News : मेघालय की जनता राज्य में सत्ता परिवर्तन चाहती है : ममता
Education News
एनसीईआरटी के दिशानिर्देश में सुझाव दिया गया है कि स्कूलों में लड़के, लड़कियों जैसे संबोधन की बजाए ‘छात्र’, ‘बच्चों’ जैसी लिंग समावेशी भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए। एनसीईआरटी के जेंडर स्ट्डीज विभाग द्वारा गठित 16 सदस्यीय समिति ने 'स्कूली प्रक्रियाओं में ट्रांसजेंडर की चिंता का संयोजन' शीर्षक से तैयार मसौदा दिशानिर्देश में यह बात कही है। इसमें लिंग निरपेक्ष पोशाक व्यवस्था लागू करने का भी सुझाव दिया है। मसौदा दिशानिर्देश के अनुसार, विभिन्न अकादमिक, गैर अकादमिक और अन्य पदों पर लैंगिक भेदभाव के बिना ट्रांसजेंडर (तृतीय प्रकृति) शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। इसमें कहा गया है कि सभी आवेदन पत्रों एवं सभी तरह के पाठ्यक्रमों के प्रमाणपत्रों में ‘ट्रांसजेंडर’ श्रेणी को शामिल किया जाए, उनके लिए छात्रवृत्ति का प्रावधान करने के साथ ही ट्रांसजेंडर छात्रों की स्वास्थ्य देखरेख पर विशेष ध्यान दिया जाए।Hockey India : बांस के डंडो से सीखा हॉकी का ककहरा, अब खेलेंगे एस्ट्रो टर्फ पर
Education News
इसमें साथ ही कहा गया है कि ट्रांसजेंडर श्रेणी के छात्रों की मदद के लिए प्रशिक्षित काउंसलर तैनात किए जाएं, क्योंकि ऐसे छात्र एकाकीपन, परेशान किये जाने की घटनाओं का सामना करते हैं। दिशानिर्देश में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि छात्रों को स्थानीय/राष्ट्रीय आपात हेल्पलाइन नंबर की जानकारी हो। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noidaअगली खबर पढ़ें
Political News : मेघालय की जनता राज्य में सत्ता परिवर्तन चाहती है : ममता
Education News
एनसीईआरटी के दिशानिर्देश में सुझाव दिया गया है कि स्कूलों में लड़के, लड़कियों जैसे संबोधन की बजाए ‘छात्र’, ‘बच्चों’ जैसी लिंग समावेशी भाषा का उपयोग किया जाना चाहिए। एनसीईआरटी के जेंडर स्ट्डीज विभाग द्वारा गठित 16 सदस्यीय समिति ने 'स्कूली प्रक्रियाओं में ट्रांसजेंडर की चिंता का संयोजन' शीर्षक से तैयार मसौदा दिशानिर्देश में यह बात कही है। इसमें लिंग निरपेक्ष पोशाक व्यवस्था लागू करने का भी सुझाव दिया है। मसौदा दिशानिर्देश के अनुसार, विभिन्न अकादमिक, गैर अकादमिक और अन्य पदों पर लैंगिक भेदभाव के बिना ट्रांसजेंडर (तृतीय प्रकृति) शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। इसमें कहा गया है कि सभी आवेदन पत्रों एवं सभी तरह के पाठ्यक्रमों के प्रमाणपत्रों में ‘ट्रांसजेंडर’ श्रेणी को शामिल किया जाए, उनके लिए छात्रवृत्ति का प्रावधान करने के साथ ही ट्रांसजेंडर छात्रों की स्वास्थ्य देखरेख पर विशेष ध्यान दिया जाए।Hockey India : बांस के डंडो से सीखा हॉकी का ककहरा, अब खेलेंगे एस्ट्रो टर्फ पर
Education News
इसमें साथ ही कहा गया है कि ट्रांसजेंडर श्रेणी के छात्रों की मदद के लिए प्रशिक्षित काउंसलर तैनात किए जाएं, क्योंकि ऐसे छात्र एकाकीपन, परेशान किये जाने की घटनाओं का सामना करते हैं। दिशानिर्देश में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि छात्रों को स्थानीय/राष्ट्रीय आपात हेल्पलाइन नंबर की जानकारी हो। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noidaसंबंधित खबरें
अगली खबर पढ़ें







