टिकैत का बड़ा बयान,लखीमपुर खीरी की प्रतिक्रिया षड़यंत्र नहीं ‘ऐक्शन का रिएक्शन’

चेतना मंच,राष्ट्रीय ब्यूरो। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि किसानों की जवाबी कार्र्रवाई कोई षड़यंत नहीँ बल्कि ऐक्शन का रिएक्शन था।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए टिकैत ने सवाल किया कि गाड़ी में सवार वे लोग कौन थे,जिन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल कर मार दिया। जो बाद में प्रदर्शनकारियों के लाठी के शिकार हो गए। फिर उन किसानों को दोषी कैसे कहा जा सकता है। टिकैत ने कहाकि यह ऐक्शन का रिऐक्शन था। जब कोई गाड़ी से लोगों को मार रहा है और बदले में अगर लाठी चलती है तो इसे षड़यंत्र कैसे कह सकते हैँ। इसे हत्या नहीं कहा जा सकता है और वे प्रदर्शनकारी किसानों को इस मामले में दोषी भी नहीं मानते हैं। दोषी वे हैं जिन्होंने गाड़ी चढ़ाई और लोगों की हत्या की। वही स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव ने कहाकि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा 12 अक्टूबर से उत्तरप्रदेश के सभी जिलों में कलश यात्रा निकालेगा। इसके अलावा सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन भी किया जाएगा। 26 अक्टूबर को लखनऊ में किसानों की महापंचायत आयोजित की जाएगी। बतादें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना को लेकर टिकैत ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट कर कहा था कि वहां किसानों आंदोलन कर रहे किसानों को गाड़ियों से कुचला गया,उन पर गोली चलाई गई। जिसमें कई लोगों की जान चली गई।
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चेतना मंच,राष्ट्रीय ब्यूरो। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि किसानों की जवाबी कार्र्रवाई कोई षड़यंत नहीँ बल्कि ऐक्शन का रिएक्शन था।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए टिकैत ने सवाल किया कि गाड़ी में सवार वे लोग कौन थे,जिन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल कर मार दिया। जो बाद में प्रदर्शनकारियों के लाठी के शिकार हो गए। फिर उन किसानों को दोषी कैसे कहा जा सकता है। टिकैत ने कहाकि यह ऐक्शन का रिऐक्शन था। जब कोई गाड़ी से लोगों को मार रहा है और बदले में अगर लाठी चलती है तो इसे षड़यंत्र कैसे कह सकते हैँ। इसे हत्या नहीं कहा जा सकता है और वे प्रदर्शनकारी किसानों को इस मामले में दोषी भी नहीं मानते हैं। दोषी वे हैं जिन्होंने गाड़ी चढ़ाई और लोगों की हत्या की। वही स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव ने कहाकि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा 12 अक्टूबर से उत्तरप्रदेश के सभी जिलों में कलश यात्रा निकालेगा। इसके अलावा सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन भी किया जाएगा। 26 अक्टूबर को लखनऊ में किसानों की महापंचायत आयोजित की जाएगी। बतादें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना को लेकर टिकैत ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट कर कहा था कि वहां किसानों आंदोलन कर रहे किसानों को गाड़ियों से कुचला गया,उन पर गोली चलाई गई। जिसमें कई लोगों की जान चली गई।
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