टिकैत का बड़ा बयान,लखीमपुर खीरी की प्रतिक्रिया षड़यंत्र नहीं ‘ऐक्शन का रिएक्शन’

Rakesh 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar09 Oct 2021 06:45 PM
bookmark

चेतना मंच,राष्ट्रीय ब्यूरो। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। उनका मानना है कि किसानों की जवाबी कार्र्रवाई कोई षड़यंत नहीँ बल्कि ऐक्शन का रिएक्शन था।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित पत्रकार वार्ता में बोलते हुए टिकैत ने सवाल किया कि गाड़ी में सवार वे लोग कौन थे,जिन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल कर मार दिया। जो बाद में प्रदर्शनकारियों के लाठी के शिकार हो गए। फिर उन किसानों को दोषी कैसे  कहा जा सकता है। टिकैत ने कहाकि यह ऐक्शन  का रिऐक्शन था। जब कोई गाड़ी से लोगों को मार रहा है और बदले में अगर लाठी चलती है तो इसे षड़यंत्र कैसे कह सकते हैँ। इसे हत्या नहीं कहा जा सकता है और वे प्रदर्शनकारी किसानों को इस मामले में दोषी भी नहीं मानते हैं। दोषी वे हैं जिन्होंने गाड़ी चढ़ाई और लोगों की हत्या की। वही स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव ने कहाकि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा 12 अक्टूबर से उत्तरप्रदेश के सभी जिलों में कलश यात्रा निकालेगा। इसके अलावा सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन भी किया जाएगा। 26 अक्टूबर को लखनऊ में किसानों की महापंचायत आयोजित की जाएगी। बतादें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की घटना को लेकर टिकैत ने अपने ट्वीटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट कर कहा था कि वहां किसानों आंदोलन कर रहे किसानों को गाड़ियों से कुचला गया,उन पर गोली चलाई गई। जिसमें कई लोगों की जान चली गई।

अगली खबर पढ़ें

प्रियंका गांधी बनी प्रेमिका गांधी

PicsArt 10 09 02.50.16
locationभारत
userसुप्रिया श्रीवास्तव
calendar01 Dec 2025 02:00 AM
bookmark

उत्तर प्रदेश चुनाव– जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश(UP Election) लोकसभा का चुनाव नजदीक आ रहा है, कांग्रेस पार्टी (Congress Party) जोरो शोरो से प्रचार प्रसार में लगी हुई है। कभी उन्हें अनशन पर बैठे देखा जा रहा है तो कभी झाड़ू लगाते। लेकिन इस बार तो हद ही हो गई। 8 अक्टूबर यानी शुक्रवार को प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंची। एयरपोर्ट के बाहर कांग्रेस समर्थकों का जमावड़ा प्रियंका के स्वागत के लिए लगा हुआ था। इसी समय एक ऐसा मजेदार वाकया हुआ जिसने सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर लिया।

प्रियंका गांधी के स्वागत के लिए खड़े समर्थकों को यह तक नहीं पता था कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) है कौन। इसी से संबंधित एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में आप देखेंगे कि जब कांग्रेस पार्टी की जय जयकार कर रहे समर्थकों से पूछा गया कि वह किस पार्टी के सदस्य हैं तो उन्होंने खुद को कांग्रेस का सदस्य बताया। इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि कौन आ रहा है तो पहले तो इन्होंने मायावती का नाम लिया। इस पर जब उन्हें टोका गया तब उन्होंने संभलते हुए बताया कि ‘प्रेमिका गांधी’ का इंतजार कर रहे हैं। बात यहीं पर खत्म नहीं हुई जब इस समर्थक से पूछा गया कि प्रियंका गांधी है कौन तो उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी विहार की मुख्यमंत्री हैं।

सबसे मजेदार बात यह है कि जब दूसरे अन्य समर्थक से पूछा गया कि कौन आ रहा है तो उसने पहले मेनका गांधी का नाम लिया। ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे इस वीडियो पर लोग जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

आप भी देखिए वीडियो– (नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें-)

https://twitter.com/AshisGu90864741/status/1446534845794975747?t=GlwfiAPSUtGLyiTrO6NrKw&s=08

Read This Also-

Political Analysis : प्रियंका के हाथ में का भविष्य?

अगली खबर पढ़ें

फिर सक्रिय होगा भाजपा का ‘सहयोग सेल

Bjp 3
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 06:09 PM
bookmark

राष्ट्रीय ब्यूरो। अगले साल सात राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं का असंतोष थामने के लिए भाजपा ने फिर से अपने ‘सहयोग सेल’ को सक्रिय करने का फैसला किया है। अगले सोमवार यानि 11 अक्टूबर से भाजपा मुख्यालय में यह सुविधा दोबारा से बहाल हो जाएगी,जहां केंद्रीय मंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनेंगे और मौके पर उनका निदान करेंगे।

उल्लेखनीय है कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद ‘सहयोग सेल’ का गठन कर इसके माध्यम से कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। बारी-बारी से केंद्रीय मंत्री भाजपा मुख्यालय में बैठकर लोगों से मिलते थे और उनकी समस्याओं का निदान करते थे। हालांकि 2019 में मोदी के दोबारा सत्ता में आने के बाद से यह ‘सहयोग सेल’ निष्क्रिय हो गया था। लेकिन अब इसे फिर से चालू किया जा रहा है। रोस्टर से केंद्रीय मंत्री पार्टी मुख्यालय पहुंचते रहेंगे। सोमवार से दोबारा इसकी शुरुआत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया करेंगे। जबकि 12 अक्टूबर को यह दायित्व केंद्रीय कानूनमंत्री किरेन रिजिजू,13 अक्टूबर को केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर और 14अक्टूबर को रेल एवं संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव निभाएंगे। सभी मंत्री अपने-अपने मंत्रालय से संबंधित समस्याओं को सुनेंगे और मौके पर ही उनका निदान करेंगे। इस दौरान उनके स्टॉफ के सदस्य भी सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे।