Noida News : गोल्फ कोर्स स्टेशन पर ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या

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Noida Metro
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Sep 2022 10:32 PM
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Noida News : नोएडा। गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन पर सोमवार की सुबह राजेश नामक एक व्यक्ति ने मेट्रो ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। राजेश सूरजपुर में एमआरएफ टायर कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे। जानकारी के मुताबिक मूल रूप से ग्राम गोची जिला झज्जर हरियाणा निवासी 40 वर्षीय राजेश पुत्र सुखबीर सिंह अपनी पत्नी के साथ घर जाने के लिए गोल्फ कोर्स मेट्रो स्टेशन पर पहुंचे थे। पति पत्नी दोनों मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान सिटी सेंटर की तरफ से आ रही मेट्रो ट्रेन के सामने राजेश ने अचानक छलांग लगा दी। ट्रेन की चपेट में आने से राजेश की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से मेट्रो स्टेशन पर हड़कंप मच गया। घटना के बाद कुछ देर तक आवागमन बाधित हो गया। आनन-फानन में मेट्रोकर्मियों ने शव को ट्रैक से हटाया। उसके बाद मेट्रो का परिचालन शुरू हो सका। थाना प्रभारी ने बताया कि राजेश सूरजपुर स्थित एमआरएफ टायर कंपनी में सुपरवाइजर थे और पिछले कुछ दिनों से परेशान चल रहे थे।
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Punjab Politics क्या भाजपा कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक बड़े शस्त्र के रूप में करेगी प्रयोग?

Amrendra singh
Punjab Politics
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:46 PM
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Punjab Politics जब से कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस से अलग हुए और अपनी पार्टी बनाई है, तभी से पंजाब की राजनीति में लगातार बदलाव आ रहे हैं। अब वह भाजपा का दामन थामने जा रहे हैं। कहा जाता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह किसी भी पार्टी से अलग अपनी जमीनी पकड़ रखते हैं। जिस कारण उनके सामने पार्टियां बौनी साबित होती रही हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा, पंजाब में कैप्टन को एक बड़े शस्त्र के रूप में प्रयोग करने की योजना भी बना रही है। यही वजह है कि कैप्टन के भाजपा में आगमन को बड़ा महतव दिया जा रहा है। इसके अलावा आगामी लोकसभा चुनाव में, पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को परास्त करने के लिए एक दमदार योजना पर भी भाजपा कार्य करना चाहती है।

Punjab Politics

आपको बता दें कि पिछले दिनों संपन्न हुए विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से अलग होकर कैप्टन ने अपनी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई थी। अब वह भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं तो अपनी पार्टी का विलय भी भाजपा में करवा रहे हैं। कैप्टन के राजनीतिक करियर में यह दूसरी बार है जब वह अपनी पार्टी का विलय करवा रहे हैं। इससे पहले वह ऐसा कांग्रेस के साथ भी कर चुके हैं।

आपको बता दें कि कैप्टन ने अकाली दल से अलग होकर शिरोमणि अकाली दल (पंथिक) बनाया और उसका 1992 में कांग्रेस में विलय करवाया था। इस बार भी कुछ ऐसी ही स्थिति है। बीते चुनाव में उनकी पार्टी का प्रदर्शन बेहद बुरा था। पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। यहां तक कि वह खुद अपने गढ़ कहे जाने पटियाला में चुनाव हार गए।

ताजा हालात में सवाल यह है कि कैप्टन का भाजपा में शामिल होना कितना मायने रखता है। कैप्टन के आलोचक अब उन्हें रिटायर हो चुके खिलाड़ी बता रहे हैं। ऐसे में उनका भाजपा का दामन थामना पार्टी के लिए कितना फायदेमंद है।

उनके करीबी लोगों का कहना है कि वह अब भी अपना राजनीतिक महत्व बनाए रखना चाहते हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा, वह यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनके बेटे और पोते को पंजाब की राजनीति में जगह मिले.।अभी तक ये दोनों राज्य की राजनीति पर कोई छाप नहीं छोड़ पाए हैं।

उधर, भाजपा को उम्मीद है कि कैप्टन के आने से उसे 2024 के लोकसभा चुनाव में फायदा मिलेगा। क्योंकि कृषि कानूनों को लेकर पैदा नाराजगी अब खत्म हो चुकी है। यही नहीं अब तक वह अकाली दल के साथ गठबंधन में रही है। लेकिन यह पहला मौका है कि वह अपने दम पर राज्य में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाए। भाजपा के लिए यह भी जरूरी है कि वह किसी भी कीमत पर आप को हराए, जिससे कि उसके एक सबसे अक्रामक विरोधी दल को शांत किया जा सके और उसके विजय मार्च को रोका जा सके।

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World Wrestling Championship : विश्व कुश्ती चैंपियनशिप: बजरंग पुनिया 04 पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान

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बजरंग ने लौटाया पद्मश्री
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Sep 2022 10:23 PM
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World Wrestling Championship  : क्या आप बजरंग पुनिया को खिताब जीतने से रोक सकते हैं? इसका जवाब है, नहीं। बजरंग पुनिया विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में चार पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बन गए हैं। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ने बेलग्रेड में पुरुषों के 65 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक हासिल करने के लिए प्यूर्टो रिको के सेबेस्टियन रिवेरा को 11-9 से हराकर कांस्य पदक जीता था। बजरंग क्वार्टर फाइनल में यूएसए के जॉन माइकल डायकोमिहालिस से हार गए। उन्होंने रेपेचेज राउंड में कांस्य पदक प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया, जहां उन्होंने आर्मेनिया के वाजेन तेवन्यान को 7-6 से हराया।

World Wrestling Championship:

बजरंग पुनिया ने इससे पहले 2013, 2019 और 2022 में तीन कांस्य पदक और 2018 में एक रजत पदक जीता है। इससे पहले टूर्नामेंट में, विनेश फोगट विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान बनीं। बजरंग ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक भी जीता था। पुनिया की चार बार की ऐतिहासिक जीत के बाद, गणमान्य व्यक्तियों और केंद्रीय मंत्रियों ने कांस्य पदक विजेता को बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को उनके पदक जीतने पर बधाई दी। पीएम ने कहा, यह दोनों के लिए खास है, क्योंकि विनेश इस प्लेटफॉर्म पर दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं और बजरंग ने अपना चौथा पदक जीता है। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप: विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 10 से 18 सितंबर, 2022 तक सर्बिया के बेलग्रेड शहर में हुई थी। विश्व कुश्ती चैंपियनशिप संयुक्त विश्व कुश्ती द्वारा आयोजित एमेच्योर कुश्ती विश्व चौंपियनशिप है। पुरुषों का ग्रीको-रोमन कुश्ती टूर्नामेंट वर्ष-1904 और पुरुषों का फ्रीस्टाइल कुश्ती टूर्नामेंट साल, 1951 में शुरू हुआ था। महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती टूर्नामेंट पहली बार वर्ष-1987 में आयोजित किया गया था। साल, 1967 में मेजबान भारत का प्रतिनिधित्व इस वर्ष की चैंपियनशिप में पुरुषों की फ्रीस्टाइल और महिला कुश्ती स्पर्धाओं के लिए 20 सदस्यीय कुश्ती दल द्वारा किया गया था। टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता रवि कुमार दहिया और बजरंग पुनिया ने पुरुषों की टुकड़ी का नेतृत्व किया, जबकि फोगट महिला टीम का नेतृत्व कर रही थीं। इस वर्ष की प्रतियोगिता में भारत ने दो पदक जीते, इनमें एक कांस्य और एक रजत पदक शामिल थे। साल, 2021 के संस्करण में उन्होंने दो सिल्वर मेडल जीते थे। विनेश फोगट ने स्वीडन की जोना मालमग्रेन को 8-0 से हराकर 53 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। इस बीच, टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया जल्दी बाहर हो गए थे और पोडियम फिनिश हासिल करने में नाकाम रहे थे।