उत्तर प्रदेश में मौजूद हैं अनेक विशेषताएं, जानें 10 सबसे छोटे जिलों को

गौरवशाली इतिहास रहा है उत्तर प्रदेश का
दुनिया का हर देश तथा प्रदेश अपने इतिहास पर गर्व करता है। उत्तर प्रदेश का इतिहास बहुत ही गौरवशाली इतिहास है। उत्तर प्रदेश में जन्म लेने वाली अनेक हस्तियों ने प्रदेश तथा देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। उत्तर प्रदेश को पूर्व में उत्तर-पश्चिम प्रांत के नाम से जाना जाता था। हालांकि, बाद में ब्रिटिश ने इसका नाम बदलकर संयुक्त प्रांत कर दिया। देश आजाद हुआ, तो साल 1950 में प्रदेश का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया। नवंबर, 2000 में इसमें से एक अलग राज्य का गठन किया गया, जिसे उत्तरांचल नाम दिया गया। वहीं, साल 2006 में यह उत्तराखंड हो गया।कुल 75 जिलों में फैला हुआ है उत्तर प्रदेश
आबादी की दृष्टि से नम्बर-1 उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। ये सभी मंडल कुल चार संभागों का हिस्सा हैं, जिनमें पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल और बुंदेलखंड शामिल है। उत्तर प्रदेश में कुल 351 तहसील, 17 नगर निगम, 28 विकास प्राधिकरण, 75 नगर पंचायत और 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण मौजूद हैं। इसके अलावा भी उत्तर प्रदेश की ढ़ेर सारी विशेषताएं हैं। यहां जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे जिले कौन से हैं।उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे जिलों की पूरी सूची
हापुड़ (Hapur): यह उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला माना जाता है, जो कि 660 वर्ग किलोमीटर में है। जिले को स्टील सिटी के रूप में भी जाना जाता है। हापुड़ जिले को गाजियाबाद जिले से अलग करके बनाया गया है। गाजियाबाद (Ghaziabad): गाजियाबाद जिला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का प्रमुख हिस्सा है। यह प्रदेश का दूसरा सबसे छोटा जिला है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 1,034 वर्ग किलोमीटर है। हापुड़ तथा गौतमबुद्धनगर जिले गाजियाबाद जिले में से ही बने हैं। भदोही (Bhadohi)/संत रविदास नगर: यह जिला कालीन उद्योग के लिए जाना जाता है। जिले का कुल एरिया करीब 1,116 वर्ग किलोमीटर है। हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ जगहों पर इस जिले को दूसरा सबसे छोटा जिला माना जाता है। शामली (Shamli): शामली जिला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रमुख जिला है। जिले का कुल एरिया लगभग 1,167.5 वर्ग किलोमीटर है। गौतमबुद्धनगर (Gautam Buddha Nagar): यह जिला प्रदेश का सबसे पढ़ा-लिखा जिला है, जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा भी शामिल हैं। जिले का क्षेत्रफल लगभग 1,269 वर्ग किलोमीटर है। बागपत (Baghpat): बागपत जिला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों में शामिल है। इसका कुल एरिया 1,321 वर्ग किलोमीटर है। मऊ (Mau): यह जिला पूर्वी उत्तर प्रदेश में आता है और कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। जिले का कुल एरिया 1,713 वर्ग किलोमीटर है। हाथरस (Hathras): इस जिले को हींग उद्योग के लिए जाना जाता है। जिले का कुल एरिया 1,752 वर्ग किलोमीटर है। कौशांबी (Kaushambi): कौशांबी जिला दाल प्रोसेसिंग के लिए जाना जाता है। जिला का कुल एरिया1,837 वर्ग किलोमीटर है। फर्रुखाबाद (Farrukhabad): यह जिला कपड़ा छपाई के लिए जाना जाता है। जिले का कुल एरिया करीब 2,279 वर्ग किलोमीटर है। Uttar Pradesh Samacharयह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश के खास युवा एक सुर में बोले, थैंक्यू योगी जी
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गौरवशाली इतिहास रहा है उत्तर प्रदेश का
दुनिया का हर देश तथा प्रदेश अपने इतिहास पर गर्व करता है। उत्तर प्रदेश का इतिहास बहुत ही गौरवशाली इतिहास है। उत्तर प्रदेश में जन्म लेने वाली अनेक हस्तियों ने प्रदेश तथा देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। उत्तर प्रदेश को पूर्व में उत्तर-पश्चिम प्रांत के नाम से जाना जाता था। हालांकि, बाद में ब्रिटिश ने इसका नाम बदलकर संयुक्त प्रांत कर दिया। देश आजाद हुआ, तो साल 1950 में प्रदेश का नाम बदलकर उत्तर प्रदेश कर दिया गया। नवंबर, 2000 में इसमें से एक अलग राज्य का गठन किया गया, जिसे उत्तरांचल नाम दिया गया। वहीं, साल 2006 में यह उत्तराखंड हो गया।कुल 75 जिलों में फैला हुआ है उत्तर प्रदेश
आबादी की दृष्टि से नम्बर-1 उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। ये सभी मंडल कुल चार संभागों का हिस्सा हैं, जिनमें पूर्वांचल, मध्यांचल, पश्चिमांचल और बुंदेलखंड शामिल है। उत्तर प्रदेश में कुल 351 तहसील, 17 नगर निगम, 28 विकास प्राधिकरण, 75 नगर पंचायत और 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण मौजूद हैं। इसके अलावा भी उत्तर प्रदेश की ढ़ेर सारी विशेषताएं हैं। यहां जानते हैं कि उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे जिले कौन से हैं।उत्तर प्रदेश के सबसे छोटे जिलों की पूरी सूची
हापुड़ (Hapur): यह उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला माना जाता है, जो कि 660 वर्ग किलोमीटर में है। जिले को स्टील सिटी के रूप में भी जाना जाता है। हापुड़ जिले को गाजियाबाद जिले से अलग करके बनाया गया है। गाजियाबाद (Ghaziabad): गाजियाबाद जिला राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का प्रमुख हिस्सा है। यह प्रदेश का दूसरा सबसे छोटा जिला है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 1,034 वर्ग किलोमीटर है। हापुड़ तथा गौतमबुद्धनगर जिले गाजियाबाद जिले में से ही बने हैं। भदोही (Bhadohi)/संत रविदास नगर: यह जिला कालीन उद्योग के लिए जाना जाता है। जिले का कुल एरिया करीब 1,116 वर्ग किलोमीटर है। हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ जगहों पर इस जिले को दूसरा सबसे छोटा जिला माना जाता है। शामली (Shamli): शामली जिला पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रमुख जिला है। जिले का कुल एरिया लगभग 1,167.5 वर्ग किलोमीटर है। गौतमबुद्धनगर (Gautam Buddha Nagar): यह जिला प्रदेश का सबसे पढ़ा-लिखा जिला है, जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा भी शामिल हैं। जिले का क्षेत्रफल लगभग 1,269 वर्ग किलोमीटर है। बागपत (Baghpat): बागपत जिला पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों में शामिल है। इसका कुल एरिया 1,321 वर्ग किलोमीटर है। मऊ (Mau): यह जिला पूर्वी उत्तर प्रदेश में आता है और कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। जिले का कुल एरिया 1,713 वर्ग किलोमीटर है। हाथरस (Hathras): इस जिले को हींग उद्योग के लिए जाना जाता है। जिले का कुल एरिया 1,752 वर्ग किलोमीटर है। कौशांबी (Kaushambi): कौशांबी जिला दाल प्रोसेसिंग के लिए जाना जाता है। जिला का कुल एरिया1,837 वर्ग किलोमीटर है। फर्रुखाबाद (Farrukhabad): यह जिला कपड़ा छपाई के लिए जाना जाता है। जिले का कुल एरिया करीब 2,279 वर्ग किलोमीटर है। Uttar Pradesh Samacharयह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश के खास युवा एक सुर में बोले, थैंक्यू योगी जी
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