जल्दी ही बदल जाएगा भारतीय रिजर्व बैंक का नाम, शुरू हो गया है काम

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RBI Name Change
locationभारत
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calendar21 Dec 2023 04:47 PM
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RBI Name Change : भारत सरकार भारतीय रिजर्व बैंक का नाम बदलने की योजना बना रही है। इस योजना के तहत देश भर के अनेक शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों तथा अर्थ शास्त्रियों से सलाह मशविरा शुरू कर दिया गया है। भारत सरकार के सूत्रों का दावा है कि अगले वित्त वर्ष में भारतीय रिजर्व बैंक का नाम सामने आ सकता है।

क्या है योजना

RBI Name Change

आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक को अंग्रेजी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानि RBI कहा जाता है। इन दिनों भारत सरकार इंडिया शब्द के स्थान पर सभी स्थानों पर भारत शब्द का प्रयोग करने पर जोर दे रही है। इसी नीति के तहत RBI यानि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नाम बदलने की योजना बनाई गई है। भारत सरकार के अंतरंग सूत्रों का दावा है कि हिन्दी भाषा में तो बैंक का नाम भारतीय रिजर्व बैंक ही रहेगा। इसके अंग्रेजी नाम को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( RBI ) से बदलकर रिजर्व बैंक भारत यानि RBI करने की योजना बनाई गई है। कुछ और नए नामों पर भी विचार किया जा रहा है। समझा जा रहा है कि भारत सरकार जल्दी ही अपने फैसले की घोषणा कर सकती है। वर्ष 1935 में हुई थी स्थापना RBI Name Change आपको बता दें कि भारतीय रिवर्ज बैंक (RBI) भारत की पूरी अर्थव्यवस्था की निगरानी रखता है। भारतीय रिवर्ज बैंक RBI की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को की गई थी। भारतीय रिवर्ज बैंक की स्थापना से पहले वर्ष 1934 में भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम बनाया गया था। भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम 1934 के तहत ही 1 अप्रैल 1934 को भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना हुई थी। RBI का नाम दुनिया भर के प्रमुख बैंकों में गिना जाता है। इन दिनों प्रसिद्ध अर्थशास्त्री शक्तिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर हैं। गर्वनर की देखरेख में ही पूरी दुनिया में भारतीय रिजर्व बैंक का संचालन किया जाता है।

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SBI Savings Account: एसबीआई में खोल सकते हैं 8 प्रकार के बैंक अकाउंट, मुफ्त में मिलती हैं ये सुविधाएं

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locationभारत
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calendar21 Dec 2023 02:51 PM
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SBI Savings Account: भारत की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी बैंक एसबीआई की पहुंच आज गांव-गांव तक में हो गई है। यह बैंक अपने ग्राहकों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान करता है। क्या आपको पता है कि भारतीय स्टेट बैंक नाबालिगों और वयस्कों के लिए बचत खातों की एक श्रृंखला प्रदान करता है जिसमें एसबीआई बेसिक सेविंग अकाउंट, स्मॉल सेविंग अकाउंट, सेविंग प्लस अकाउंट और बहुत कुछ शामिल हैं। आइए जानते हैं इन सेविंग्स अकाउंट के बारे में-

1- बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (Basic Savings Bank Deposit)

ऐसा कोई व्यक्ति जिसके पास केवाईसी के पेपर मौजूद हैं वो यह खाता खुलवा सकता है। यह खाता उन लोगों के लिए होता है जो गरीब होते हैं। ऐसे लोगों को बिना किसी शुल्क के बचत शुरु करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है।

2- एसबीआई बेसिक लघु बचत खाता (SBI Basic Small Savings Account)

यह बचत खाता भी समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए है, लेकिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जिनके पास आधिकारिक तौर पर वैध केवाईसी दस्तावेज़ नहीं हैं और बैंक खाता खोलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जीरो बैलेंस पर यह खाता खुलता है। अधिकतम राशि इसमें 50 हजार रख सकते हैं। SBI Savings Account 3- एसबीआई नियमित बचत बैंक खाता (SBI Regular Savings Bank Account) यह खाता वह खाता है जो आम तौर पर किसी आवेदक को तब दिया जाता है जब वह एसबीआई बचत खाते के लिए आवेदन करता है। यह एक बुनियादी बचत बैंक खाता है जो आम जनता को एसएमएस बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड और बहुत कुछ जैसी सुविधाएं प्रदान करता है। इस खाते को खोलने के लिए वैध केवाईसी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। इसमें वित्त वर्ष में पहले 10 चेक मुफ्त मिलते हैं। मासिक औसत बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं है।

4- नाबालिगों के लिए एसबीआई बचत खाता (SBI Savings Account for Minors)

यह एसबीआई बचत खाता बच्चों को पैसे और बचत के महत्व के बारे में सीखने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह उन्हें क्रय शक्ति के साथ प्रयोग करने की भी अनुमति देता है ताकि वे भविष्य में अपने पैसे को अच्छी तरह से प्रबंधित करना सीख सकें। इस खाते को खोलने और संचालित करने के लिए माता-पिता या अभिभावक की देखरेख आवश्यक है। इसमें भी सभी तरह की सुविधाएं मिलती हैं।

5- एसबीआई बचत प्लस खाता (SBI Savings Plus Account)

यह खाता एसबीआई मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम का एक प्रोडक्ट है। इसमें ग्राहक के बचत खाते या चालू खाते का उपयोग सावधि जमा खाता बनाने और लिंक करने के लिए किया जाता है। इस फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि 1-5 साल है। यह निवेश की आदत को प्रोत्साहित करने के लिए है। ग्राहकों को अपने वित्त को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करने के लिए एमओडी जमा पर ऋण की भी पेशकश की जाती है।

6- इंस्टा प्लस वीडियो केवाईसी बचत खाता ( Insta Plus Video KYC Savings Account)

यह एसबीआई बचत खाता केवल आधार और पैन (भौतिक) के साथ वीडियो केवाईसी के माध्यम से ऑनलाइन खोला जा सकता है। आवेदक को किसी भी सत्यापन के लिए बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है।

7- मोटर एक्सीडेंट क्लेम खाता

मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल मोटर एक्सीडेंट क्लेम वार्षिक जमा पर मुआवजे की राशि या ब्याज को घायलों को भेजता है।

8- रेडिजेंट फॉरेन करेंसी अकाउंट

कोई भारतीय फॉरेन करेंसी अकाउंट खोल सकता है। इससे वह फॉरेन करेंसी को रख सकता है। अकाउंट को अमेरिकी डॉलर (USD), ब्रिटिश पाउंड (GBP) और यूरो करेंसी में रखा जा सकता है। ग्रेटर नोएडा - नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुकपर लाइक करें या  ट्विटरपर फॉलो करें।
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भारत की 5वीं सबसे अमीर महिला बनी सावित्री जिंदल, बड़े बड़े उद्योगपतियों को पीछे छोड़ा

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Savitri Jindal
locationभारत
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calendar20 Dec 2023 04:42 PM
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Savitri Jindal : साल 2023 में भरतीय पूंजीपतियों की सूची में नंबर एक पर अंबानी और अडानी नहीं बल्कि एक भरतीय महिला है। जिसने इन दोनों उद्योगपतियों को भी पीछे छोड़ दिया है। जी हां ये महिला हैं सावित्री जिंदल जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन, जिन्होनें अपनी संपत्ति को 2023 में 9.6 अरब डॉलर बढ़ा दिया हैं।

Savitri Jindal

आंकड़ों के मुताबिक बनी 2023 की सबसे अमीर महिला

ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार, भारत की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल की संपत्ति में 2023 में 9.6 बिलियन डॉलर की जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है। उन्होंने अपनी दौलत को इतना आगे बढ़ाया की देश के सबसे जाने मानें कारोबारियों मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और गौतम अडानी (Gautam Adani) को भी पीछे छोड़ दिया। 73 साल की उम्र में जिंदल पांचवीं सबसे अमीर भारतीय हैं।

कौन है सावित्री देवी जिंदल?

जिंदल ग्रुप के फाउंडर ओमप्रकाश जिंदल की एक हेलीकॉप्टीर दुर्घटना में चले जाने के बाद सावित्री जिंदल ने समूह की कमान संभाली और इसे ऊंचाइयों पर पहुंचाया। सावित्री जिंदल का जन्म असम के तिनसुकिया जिले मे हुआ था। उनकी शादी 20 वर्ष की उम्र में हरियाणा के ओम प्रकाश जिंदल से 1970 में कर दी गई थी। दोनों की उम्र में 20 साल का अंतर था। सावित्री ने कभी भी बिजनेस में दखल नहीं दिया।

वर्ष 2005 में कारोबार को आगे बढ़ाया

वर्ष 2005 में ओम प्रकाश जिंदल के हेलीकॉप्टर हादसे में चले जाने के बाद सावित्री जिंदल ने उनके कारोबार को आगे बढ़ाया। सावित्री जिंदल ने अपने हौसले के दम पर दो साल में ही कारोबार को दोगुना कर दिया। सावित्री ने बाद में अपने बिजनेस को चार टुकड़ों में बांटा और उसकी जिम्मेदारी अपने चार बेटों पृथ्वीराज जिंदल, सज्जन, रतन और नवीन जिंदल को सौंप दी।

जिंदल ग्रुप का सेक्टर

सावित्री जिंदल भारत की 5वीं  सबसे अमीर महिला हैं। जिनकी कुल सम्पत्ति 25.3 बिलियन डॉलर है। सिर्फ इतना ही नहीं वे इंडियन सबकॉन्टिनेंट की सबसे धनी महिला भी हैं। इसके अलावा जिंदल ग्रुप का कारोबार जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जिंदल पावर, जिंदल होल्डिंग्स, जेएसडब्ल्यू सॉ और जिंदल स्टेनलेस कंपनियों के जरिए कई सेक्टर में फैला है। जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर में भी ओपी जिंदल ग्रुप की 83% हिस्सेदारी है। इसके साथ कई दिग्गज कारोबारियों को पीछे छोड़कर इस साल देश के टॉप-5 रईसों में शामिल हो गई थी। गौतम अडानी की अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन इनकी संपत्ति में 35.4 बिलियन डॉलर घटी है। सावित्री देवी ने विप्रो के अजीम प्रेमजी को पीछे छोड़ते हुए 5वां स्थान हासिल किया था। आपको बता दे कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के चेयरमैन मुकेश अंबानी 92.3 अरब डॉलर की कुल संपत्ति के साथ सबसे अमीर भारतीय बने हुए हैं। वर्ष 2023 में अंबानी की सम्पत्ति में कुल 5 अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी हुई है, जो की जिंदल ग्रुप की कमाई का करीब आधा हिस्सा है।

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