Share Market:आज शेयर बाजार में नहीं हुई शुरुआती बढ़त, सेंसेक्स 404 अंक लुढ़का
(Stock Market) Source: Business Today
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:01 AM
मुंबई:शेयर बाजार (Share Market) में हफ्ते के आखिरी दिन भी गिरावट देखी जा रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 58 पॉइंट्स गिरने के बाद 57,833 पर कारोबार कर जारी है।
सेंसेक्स (Sensex) आज 404 पॉइंट्स नीचे पहुंचने के बाद 57,488 पर खुल गया था। पहले घंटे में इसने 57,793 का ऊपरी और 57,488 का निचला स्तर बनाने में कामयाबी हासिल की। इसके 30 शेयर्स में से 9 बढ़त में और 21 गिरावट में पहुंच गए हैं। बढ़ने वाले प्रमुख स्टॉक में मारुति, NTPC, टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, पावरग्रिड, HDFC, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल है।
गिरने वाले प्रमुख शेयर्स (Share Market) में विप्रो, टेक महिंद्रा, HDFC बैंक, HCL टेक, इंफोसिस और बजाज फाइनेंस 1-1% तक गिरकर कारोबार कर रहे हैं। नेस्ले, TCS, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, सनफार्मा, डॉ. रेड्डी, ICICI बैंक और एशियन पेंट्स भी नीचे पहुंच गए हैं। एयरटेल, SBI, इंडसइंड बैंक में मामूली गिरावट हो गई है।
सेंसेक्स की बात करें तो लिस्टेड कंपनियों में 117 के शेयर्स अपर और 157 के लोअर सर्किट में पहुंच गया है। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 261.58 लाख करोड़ रुपए हो गया है जो कल 261.72 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया था।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 48 अंक नीचे 17,274 पर कारोबार जारी है। यह 17,236 पर खुला गया था और 17,219 का निचला तथा 17,285 का ऊपरी स्तर बना लिया था। इसके मिडकैप इंडेक्स में तेजी हो चुकी है। बैंक, फाइनेंशियल और नेक्स्ट 50 इंडेक्स गिरावट में पहुंच गए हैं।
निफ्टी के 50 शेयर्स में से 24 बढ़त में और 26 नीचे कारोबार जारी है। बढ़ने वाले प्रमुख शेयर्स में कोल इंडिया, UPL, मारुति, NTPC और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हो गया है। गिरने वालों में सिप्ला, विप्रो, नेस्ले, HDFC बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट सूची में मौजूद है। इससे पहले गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 104 पॉइंट्स गिरने के बाद 57,892 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 17 अंक नीचे 17,304 पर बंद हो गया था।
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02 Dec 2025 04:01 AM
मुंबई:शेयर बाजार (Share Market) में हफ्ते के आखिरी दिन भी गिरावट देखी जा रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 58 पॉइंट्स गिरने के बाद 57,833 पर कारोबार कर जारी है।
सेंसेक्स (Sensex) आज 404 पॉइंट्स नीचे पहुंचने के बाद 57,488 पर खुल गया था। पहले घंटे में इसने 57,793 का ऊपरी और 57,488 का निचला स्तर बनाने में कामयाबी हासिल की। इसके 30 शेयर्स में से 9 बढ़त में और 21 गिरावट में पहुंच गए हैं। बढ़ने वाले प्रमुख स्टॉक में मारुति, NTPC, टाटा स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, पावरग्रिड, HDFC, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल है।
गिरने वाले प्रमुख शेयर्स (Share Market) में विप्रो, टेक महिंद्रा, HDFC बैंक, HCL टेक, इंफोसिस और बजाज फाइनेंस 1-1% तक गिरकर कारोबार कर रहे हैं। नेस्ले, TCS, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, सनफार्मा, डॉ. रेड्डी, ICICI बैंक और एशियन पेंट्स भी नीचे पहुंच गए हैं। एयरटेल, SBI, इंडसइंड बैंक में मामूली गिरावट हो गई है।
सेंसेक्स की बात करें तो लिस्टेड कंपनियों में 117 के शेयर्स अपर और 157 के लोअर सर्किट में पहुंच गया है। लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 261.58 लाख करोड़ रुपए हो गया है जो कल 261.72 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया था।
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 48 अंक नीचे 17,274 पर कारोबार जारी है। यह 17,236 पर खुला गया था और 17,219 का निचला तथा 17,285 का ऊपरी स्तर बना लिया था। इसके मिडकैप इंडेक्स में तेजी हो चुकी है। बैंक, फाइनेंशियल और नेक्स्ट 50 इंडेक्स गिरावट में पहुंच गए हैं।
निफ्टी के 50 शेयर्स में से 24 बढ़त में और 26 नीचे कारोबार जारी है। बढ़ने वाले प्रमुख शेयर्स में कोल इंडिया, UPL, मारुति, NTPC और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हो गया है। गिरने वालों में सिप्ला, विप्रो, नेस्ले, HDFC बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट सूची में मौजूद है। इससे पहले गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 104 पॉइंट्स गिरने के बाद 57,892 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 17 अंक नीचे 17,304 पर बंद हो गया था।
GST Slab:जीएसटी स्लैब में होगी गिरावट, काउंसिल की बैठक में हो सकता है फैसला
(GST Slab) Source:Aajtak
भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 05:01 AM
नई दिल्ली:मोदी सरकार (Modi Govt) के आने के बाद जो कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं, जीएसटी (GST) उनमें से एक माना जाता है। कुछ ही महीने बाद जीएसटी व्यवस्था के 5 साल पूरे होने जा रहे हैं इससे पहले की बात करें तो जीएसटी प्रणाली में अभी तक का सबसे बड़ा परिवर्तन होने वाला है। इन बदलावों में टैक्स स्लैब (GST Tax Slab) में गिरावट के अलावा दरों के ब्रैकेट (GST Bracket) में बदलाव, राज्यों को मिलने वाली क्षतिपूर्ति (GST Compensation) का बंद करने का फैसला आदि शामिल किया गया है।
संसद में जीएसटी एक्ट (GST Act)पारित होने की बात करें तो ये 2017 में 29 मार्च को पारित किया गया था। इसमें परिवर्तन होने के बाद मौजूदा एक्साइज ड्यूटी, वैल्यू एडेड टैक्स, सर्विस टैक्स को पूरी तरह से मिलाने के बाद ही सिंगल इंडिरेक्ट टैक्स बनाने में मदद मिल गई थी। इसको लेकर सबसे बड़ी वजह ये बताई कि इनडायरेक्ट टैक्स की व्यवस्था की सरल कर सकें जिससे लोगों को दिक्कत का सामना ना करना पड़े। वही अभी की बात करें तो पेट्रोल, डीजल, शराब और एटीएफ ऐसे प्रोडक्ट हैं जिनपर अभी तक जीएसटी नहीं लगाया है।
एक्सपर्ट्स भी जीएसटी प्रक्रिया को समझते हैं जटिल
देश में मौजूद बहुत सारे टैक्स एक्सपर्ट (Tax Expert) और व्यवसाई संगठन ये अकसर कहते हैं कि जीएसटी प्रक्रिया अभी भी काफी कठिन है। जीएसटी लागू किए जाने केबाद उसमे बहुत सारे परिवर्तन हुए है। लोगों की काफी समय से मांग है कि टैक्स स्लैब में कमी होनी चाहिए। अभी के अनुसार जीएसटी में 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत का जीएसटी स्लैब मौजूद है जिनको सरकार कम करने के बाद 3 करने की योजना बना रही है।
स्लैब कम होने के बाद होंगे कुछ नुकसान
जानकारी के मुताबिक स्लैब संख्या (GST Slab) में कमी होने के साथ दरो में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। फिलहाल सरकार का फोकस स्लैब कम करने के बाद रेवेन्यू बढ़ाना ही है। इसकी वजह से कुछ सामानों में tax बढ़ने जा रहा है जो खत्म होने वाले स्लैब में शामिल हैं। ये भी बताया जा रहा है कि 5 फीसदी और 12 फीसदी का स्लैब भी 1 प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है।
समाप्त हो जाएगी राज्यों की जीएसटी क्षतिपूर्ति
नई कर व्यवस्था लागू होने के साथ राज्यों की क्षति पूर्ति का प्रावधान हुआ था। राज्यों को नुकसान से बचाने के लिए जीएसटी क्षति पूर्ति देने की पहल की गई थी। 1 जुलाई को जीएसटी लागू हुए 5 साल पूरे होने के साथ जीएसटी क्षति पूर्ति भी बंद कर दी जाएगी।
दो हफ्ते में होगी बैठक
जीएसटी काउंसिल (GST Council) की बैठक होने जा रही है जिसमें प्रोडक्ट और सर्विस की टैक्स रेट में बदलाव किया जा सकता है। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक फरवरी के अंत में या मार्च की शुरुआत में होगी।
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चेतना मंच
01 Dec 2025 05:01 AM
नई दिल्ली:मोदी सरकार (Modi Govt) के आने के बाद जो कुछ बड़े बदलाव किए गए हैं, जीएसटी (GST) उनमें से एक माना जाता है। कुछ ही महीने बाद जीएसटी व्यवस्था के 5 साल पूरे होने जा रहे हैं इससे पहले की बात करें तो जीएसटी प्रणाली में अभी तक का सबसे बड़ा परिवर्तन होने वाला है। इन बदलावों में टैक्स स्लैब (GST Tax Slab) में गिरावट के अलावा दरों के ब्रैकेट (GST Bracket) में बदलाव, राज्यों को मिलने वाली क्षतिपूर्ति (GST Compensation) का बंद करने का फैसला आदि शामिल किया गया है।
संसद में जीएसटी एक्ट (GST Act)पारित होने की बात करें तो ये 2017 में 29 मार्च को पारित किया गया था। इसमें परिवर्तन होने के बाद मौजूदा एक्साइज ड्यूटी, वैल्यू एडेड टैक्स, सर्विस टैक्स को पूरी तरह से मिलाने के बाद ही सिंगल इंडिरेक्ट टैक्स बनाने में मदद मिल गई थी। इसको लेकर सबसे बड़ी वजह ये बताई कि इनडायरेक्ट टैक्स की व्यवस्था की सरल कर सकें जिससे लोगों को दिक्कत का सामना ना करना पड़े। वही अभी की बात करें तो पेट्रोल, डीजल, शराब और एटीएफ ऐसे प्रोडक्ट हैं जिनपर अभी तक जीएसटी नहीं लगाया है।
एक्सपर्ट्स भी जीएसटी प्रक्रिया को समझते हैं जटिल
देश में मौजूद बहुत सारे टैक्स एक्सपर्ट (Tax Expert) और व्यवसाई संगठन ये अकसर कहते हैं कि जीएसटी प्रक्रिया अभी भी काफी कठिन है। जीएसटी लागू किए जाने केबाद उसमे बहुत सारे परिवर्तन हुए है। लोगों की काफी समय से मांग है कि टैक्स स्लैब में कमी होनी चाहिए। अभी के अनुसार जीएसटी में 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत का जीएसटी स्लैब मौजूद है जिनको सरकार कम करने के बाद 3 करने की योजना बना रही है।
स्लैब कम होने के बाद होंगे कुछ नुकसान
जानकारी के मुताबिक स्लैब संख्या (GST Slab) में कमी होने के साथ दरो में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। फिलहाल सरकार का फोकस स्लैब कम करने के बाद रेवेन्यू बढ़ाना ही है। इसकी वजह से कुछ सामानों में tax बढ़ने जा रहा है जो खत्म होने वाले स्लैब में शामिल हैं। ये भी बताया जा रहा है कि 5 फीसदी और 12 फीसदी का स्लैब भी 1 प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है।
समाप्त हो जाएगी राज्यों की जीएसटी क्षतिपूर्ति
नई कर व्यवस्था लागू होने के साथ राज्यों की क्षति पूर्ति का प्रावधान हुआ था। राज्यों को नुकसान से बचाने के लिए जीएसटी क्षति पूर्ति देने की पहल की गई थी। 1 जुलाई को जीएसटी लागू हुए 5 साल पूरे होने के साथ जीएसटी क्षति पूर्ति भी बंद कर दी जाएगी।
दो हफ्ते में होगी बैठक
जीएसटी काउंसिल (GST Council) की बैठक होने जा रही है जिसमें प्रोडक्ट और सर्विस की टैक्स रेट में बदलाव किया जा सकता है। जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक फरवरी के अंत में या मार्च की शुरुआत में होगी।
Diamond Auction:जमीन से निकला रत्न है बहुत खास, कीमत जानकर हो जाएंगे हैरान
(Diamond Auction) Source: India Today
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:02 AM
नई दिल्ली: एक नीले हीरे (Blue Diamond) की नीलामी की बात करें तो 359 करोड़ रुपये में होने का अनुमान लगाया गया है। ये ब्लू डायमंड (Diamond Auction) की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी मानी जा रही है। ये ब्लू डायमंड जिसे डी बीयर्स कलिनन ब्लू (De Beers Cullinan Blue) के नाम से मशहूर है इसका वज़न लगभग15.10 Carat है।
जानकारी के मुताबिक अत्यंत दुर्लभ ब्लू डायमंड (Diamond Auction) को अप्रैल में Hong Kong Luxury Week Sales में फाइन आर्ट्स कंपनी Sotheby's द्वारा नीलामी के लिए पेश हुआ है। इसकी कीमत 48 मिलियन डॉलर (359 करोड़ रुपये) तक पहुंच गई है।
Sotheby's के एशिया हेड ने जानकारी दिया है कि 'बाजार में हर तरह के नीले हीरे दुर्लभ मौजूद रहते हैं, लेकिन यह हीरा (De Beers Cullinan Blue) दुर्लभ से दुर्लभतम माना जा रहा है'।
यह डायमंड की बात करें तो पहली बार अप्रैल 2021 में दक्षिण अफ्रीका के Cullinan खदान में ढूंढ लिया गया था। जो दुर्लभ नीले रत्नों की खोज के लिए दुनिया के सबसे दुर्लभ स्थानों में से एक है। अभी की बात करें तो Sotheby's अप्रैल में अपनी हांगकांग लग्जरी वीक सेल के समय भी डी बीयर्स कलिनन ब्लू डायमंड की नीलामी करने के लिए तैयार हो चुका है।
15.10 कैरेट का स्टेप-कट ये हीरा नीलामी में प्रदर्शित करने वाला अब तक का सबसे बड़ा और चमकीला नीला हीरा माना गया है। जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ अमेरिका ने इसे अब तक का सबसे बड़ा आंतरिक रूप से दोषरहित स्टेप-कट ज्वलंत नीला हीरा बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक नीलामी में अभी तक 10 कैरेट से अधिक के केवल पांच हीरे ही मिल चुके हैं जिनमें से कोई भी 15 कैरेट से अधिक नहीं होता है। लेकिन De Beers Cullinan Blue डायमंड अपने आप में बेहद खास माना जा रहा है। ये 15.10 Carat डायमंड का हो चुका है। इसको खरीदने के लिए काफी अधिक रकम चुकानी पड़ेगी।
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:02 AM
नई दिल्ली: एक नीले हीरे (Blue Diamond) की नीलामी की बात करें तो 359 करोड़ रुपये में होने का अनुमान लगाया गया है। ये ब्लू डायमंड (Diamond Auction) की अब तक की सबसे बड़ी नीलामी मानी जा रही है। ये ब्लू डायमंड जिसे डी बीयर्स कलिनन ब्लू (De Beers Cullinan Blue) के नाम से मशहूर है इसका वज़न लगभग15.10 Carat है।
जानकारी के मुताबिक अत्यंत दुर्लभ ब्लू डायमंड (Diamond Auction) को अप्रैल में Hong Kong Luxury Week Sales में फाइन आर्ट्स कंपनी Sotheby's द्वारा नीलामी के लिए पेश हुआ है। इसकी कीमत 48 मिलियन डॉलर (359 करोड़ रुपये) तक पहुंच गई है।
Sotheby's के एशिया हेड ने जानकारी दिया है कि 'बाजार में हर तरह के नीले हीरे दुर्लभ मौजूद रहते हैं, लेकिन यह हीरा (De Beers Cullinan Blue) दुर्लभ से दुर्लभतम माना जा रहा है'।
यह डायमंड की बात करें तो पहली बार अप्रैल 2021 में दक्षिण अफ्रीका के Cullinan खदान में ढूंढ लिया गया था। जो दुर्लभ नीले रत्नों की खोज के लिए दुनिया के सबसे दुर्लभ स्थानों में से एक है। अभी की बात करें तो Sotheby's अप्रैल में अपनी हांगकांग लग्जरी वीक सेल के समय भी डी बीयर्स कलिनन ब्लू डायमंड की नीलामी करने के लिए तैयार हो चुका है।
15.10 कैरेट का स्टेप-कट ये हीरा नीलामी में प्रदर्शित करने वाला अब तक का सबसे बड़ा और चमकीला नीला हीरा माना गया है। जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ अमेरिका ने इसे अब तक का सबसे बड़ा आंतरिक रूप से दोषरहित स्टेप-कट ज्वलंत नीला हीरा बताया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक नीलामी में अभी तक 10 कैरेट से अधिक के केवल पांच हीरे ही मिल चुके हैं जिनमें से कोई भी 15 कैरेट से अधिक नहीं होता है। लेकिन De Beers Cullinan Blue डायमंड अपने आप में बेहद खास माना जा रहा है। ये 15.10 Carat डायमंड का हो चुका है। इसको खरीदने के लिए काफी अधिक रकम चुकानी पड़ेगी।