Pakistan News: इमरान का जलवा कायम, पंजाब उपचुनाव में पीटीआई की बड़ी जीत
भारत
चेतना मंच
28 Nov 2025 01:35 AM
Islamabad: इस्लामाबाद। दुनिया के तेज गेंदबाज पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पंजाब उपचुनाव में बड़ा उलटफेर कर जीत हासिल की है। रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती रुझानों में पीटीआई ने मुल्तान, डेरा गाजी खान, साहीवाल और खुशाब में जीत हासिल कर चुकी है, जबकि 12 सीटों पर उसे स्पष्ट बढ़त हासिल है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने हार स्वीकार करते हुए पीटीआई को जीत की बधाई दी है। उपचुनाव में पार्टी की अगुआई करने वाली पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा, हमें खुले दिल से चुनाव परिणामों को स्वीकार करना चाहिए। मरियम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आत्मनिरीक्षण करते हुए कमियों को पहचानने और उन्हें दूर करने की बात कही। मरियम ने कहा, पीएमएल-एन को खुले तौर पर परिणामों को स्वीकार करना चाहिए। लोगों के फैसले के आगे झुकना चाहिए। राजनीति में हमेशा जीत और हार होती है। दिल बड़ा होना चाहिए। जहां भी कमजोरियां हों, उन्हें पहचानने और दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
पंजाब में इस साल अप्रैल तक पीटीआई की ही सरकार थी। तब इमरान खान ने पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को हटाकर परवेज इलाही को कुर्सी देने का फैसला किया था। इलाही गुट के पास 8 सांसद थे, इमरान ने केंद्र में अपनी कुर्सी बचाने के लिए बुजदार की बली ली थी। तब पीटीआई के एक गुट ने इमरान की नाफरमानी कर पंजाब विधानसभा में पीएमएल-एन के लिए वोट किया था। तब उन्होंने पार्टी के निर्देश के खिलाफ अवैध रूप से मतदान करने के लिए विधायकों के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी, जिससे राज्य की 20 विधानसभा सीट खाली रह गई थी।
पंजाब को शरीफ परिवार का गढ़ माना जाता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खुद तीन बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस बार के उपचुनाव में भी पार्टी अभियान की कमान नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज के हाथ में थी। ऐसे में इमरान खान की जीत ने राज्य के साथ देश में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं।
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चेतना मंच
28 Nov 2025 01:35 AM
Islamabad: इस्लामाबाद। दुनिया के तेज गेंदबाज पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पंजाब उपचुनाव में बड़ा उलटफेर कर जीत हासिल की है। रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती रुझानों में पीटीआई ने मुल्तान, डेरा गाजी खान, साहीवाल और खुशाब में जीत हासिल कर चुकी है, जबकि 12 सीटों पर उसे स्पष्ट बढ़त हासिल है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने हार स्वीकार करते हुए पीटीआई को जीत की बधाई दी है। उपचुनाव में पार्टी की अगुआई करने वाली पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा, हमें खुले दिल से चुनाव परिणामों को स्वीकार करना चाहिए। मरियम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से आत्मनिरीक्षण करते हुए कमियों को पहचानने और उन्हें दूर करने की बात कही। मरियम ने कहा, पीएमएल-एन को खुले तौर पर परिणामों को स्वीकार करना चाहिए। लोगों के फैसले के आगे झुकना चाहिए। राजनीति में हमेशा जीत और हार होती है। दिल बड़ा होना चाहिए। जहां भी कमजोरियां हों, उन्हें पहचानने और दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए।
पंजाब में इस साल अप्रैल तक पीटीआई की ही सरकार थी। तब इमरान खान ने पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार को हटाकर परवेज इलाही को कुर्सी देने का फैसला किया था। इलाही गुट के पास 8 सांसद थे, इमरान ने केंद्र में अपनी कुर्सी बचाने के लिए बुजदार की बली ली थी। तब पीटीआई के एक गुट ने इमरान की नाफरमानी कर पंजाब विधानसभा में पीएमएल-एन के लिए वोट किया था। तब उन्होंने पार्टी के निर्देश के खिलाफ अवैध रूप से मतदान करने के लिए विधायकों के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी, जिससे राज्य की 20 विधानसभा सीट खाली रह गई थी।
पंजाब को शरीफ परिवार का गढ़ माना जाता है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ खुद तीन बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस बार के उपचुनाव में भी पार्टी अभियान की कमान नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज के हाथ में थी। ऐसे में इमरान खान की जीत ने राज्य के साथ देश में बड़े बदलाव के संकेत दिए हैं।
Sri lanka News: चार महीने में चौथी बार आपातकाल, कार्यवाहक राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने की घोषणा
भारत
चेतना मंच
30 Nov 2025 07:21 PM
Colombo: कोलंबो। तमाम कोशिशों के बावजूद गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। बीते चार महीने में चौथी बार देश में आपातकाल लगाया गया है। कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने इसकी की घोषिणा की है। उन्होंने देश के हालात को देखते हुए ये कदम उठाया है।
आर्थिक रूप से कंगाल हो चुके श्रीलंका में पहली बार राजपक्षे सरकार ने एक अप्रैल को आपातकाल लगाया था। पांच अप्रैल को आपातकाल हटा दिया गया था। 6 मई को 20 मई तक के लिए दोबारा आपातकाल लगाया गया। 13 जुलाई 2022 को तीसरी बार इमरजेंसी घोषित की गई। अब एक बार फिर कार्यवाहक राष्ट्रपति ने इमरजेंसी का ऐलान किया है।
श्रीलंका के 225 सदस्यीय संसद में 20 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। रानिल विक्रमसिंघे, साजिथ प्रेमदासा, अनुरा कुमारा दिसानायके और दुलास अल्हाप्परुमा ने नामांकल दाखिल किया है। देश में 44 साल बाद सीक्रेट वोटिंग के जरिए राष्ट्रपति चुना जाएगा। उल्लेखनीय है कि 1978 के बाद पहली बार देश में जनादेश के माध्यम से नहीं, बल्कि राष्ट्रपति का चुनाव सांसदों के सीक्रेट वोट के माध्यम से होगा। आर्थिक संकट से गुजर रहे हालातों को देखते हुए और जनविद्रोह को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
वर्ष, 1948 में आजादी के बाद से श्रीलंका सबसे गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। यहां विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खाली हो चुका है। देश जरूरी चीजों का आयात नहीं कर पा रहा है। रोजमर्रा की जरूरत के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। खाने-पीने के सामान का संकट है। ईंधन भी आसानी से नहीं मिल रहा। इन सबके चलते श्रीलंका के आम लोग सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हाल ही में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने बताया कि श्रीलंका में 60 लाख लोगों पर खाद्य संकट मंडरा रहा है। देश में फॉरेन करेंसी की भारी किल्लत की वजह से सरकार विदेशों से जरूरी इंपोर्ट नहीं कर पा रही है। ईधन की इतनी ज्यादा किल्लत है कि लोगों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।
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भारत
चेतना मंच
30 Nov 2025 07:21 PM
Colombo: कोलंबो। तमाम कोशिशों के बावजूद गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे है। बीते चार महीने में चौथी बार देश में आपातकाल लगाया गया है। कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने इसकी की घोषिणा की है। उन्होंने देश के हालात को देखते हुए ये कदम उठाया है।
आर्थिक रूप से कंगाल हो चुके श्रीलंका में पहली बार राजपक्षे सरकार ने एक अप्रैल को आपातकाल लगाया था। पांच अप्रैल को आपातकाल हटा दिया गया था। 6 मई को 20 मई तक के लिए दोबारा आपातकाल लगाया गया। 13 जुलाई 2022 को तीसरी बार इमरजेंसी घोषित की गई। अब एक बार फिर कार्यवाहक राष्ट्रपति ने इमरजेंसी का ऐलान किया है।
श्रीलंका के 225 सदस्यीय संसद में 20 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। रानिल विक्रमसिंघे, साजिथ प्रेमदासा, अनुरा कुमारा दिसानायके और दुलास अल्हाप्परुमा ने नामांकल दाखिल किया है। देश में 44 साल बाद सीक्रेट वोटिंग के जरिए राष्ट्रपति चुना जाएगा। उल्लेखनीय है कि 1978 के बाद पहली बार देश में जनादेश के माध्यम से नहीं, बल्कि राष्ट्रपति का चुनाव सांसदों के सीक्रेट वोट के माध्यम से होगा। आर्थिक संकट से गुजर रहे हालातों को देखते हुए और जनविद्रोह को रोकने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
वर्ष, 1948 में आजादी के बाद से श्रीलंका सबसे गंभीर आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। यहां विदेशी मुद्रा भंडार लगभग खाली हो चुका है। देश जरूरी चीजों का आयात नहीं कर पा रहा है। रोजमर्रा की जरूरत के सामानों के दाम आसमान छू रहे हैं। खाने-पीने के सामान का संकट है। ईंधन भी आसानी से नहीं मिल रहा। इन सबके चलते श्रीलंका के आम लोग सड़कों पर उतरे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हाल ही में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने बताया कि श्रीलंका में 60 लाख लोगों पर खाद्य संकट मंडरा रहा है। देश में फॉरेन करेंसी की भारी किल्लत की वजह से सरकार विदेशों से जरूरी इंपोर्ट नहीं कर पा रही है। ईधन की इतनी ज्यादा किल्लत है कि लोगों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।
Virat Kohli : खराब फार्म से जूझ रहे कोहली को मिला बाबर आजम का साथ
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:10 AM
अपने खराब फार्म के कारण लगातार आलोचनाएं झेल रहे भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम का साथ मिला है। विराट कोहली की फॉर्म पर चिंता जताते हुए बाबर आजम ने ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यह वक्त भी गुजर जायेगा, मजबूत बने रहिएगा। अपने ट्वीट के साथ बाबर आजम ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें वह विराट कोहली के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
विराट कोहली लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। खराब फॉर्म की वजह से उन्हें आलोचनाओं का भी शिकार होना पड़ रहा है। देश में विराट कोहली को लेकर अब इस बात की बहस शुरू हो गई है कि क्या टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में उनके जगह बनती है या नहीं? इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में भी कुछ खास प्रदर्शन वह नहीं कर सके और महज 16 रन बनाकर आउट हो गए। दूसरे वनडे में कोहली से टीम इंडिया को बहुत ज्यादा जरूरत थी। लेकिन वह कुछ नहीं कर सके। विराट कोहली के आउट ऑफ फॉर्म होने की वजह से टीम इंडिया का मध्यक्रम भी कमजोर नजर आ रहा है। टीम इंडिया के लिए चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि आने वाले दिनों में एशिया कप और टी-20 विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट खेले जाने हैं।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के फॉर्म को लेकर पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम भी चिंतित नजर आ रहे हैं। विराट कोहली की फॉर्म पर चिंता जताते हुए बाबर आजम ने ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यह वक्त भी गुजर जायेगा, मजबूत बने रहिएगा। अपने ट्वीट के साथ बाबर आजम ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें वह विराट कोहली के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि बाबर आजम लगातार कोहली को अपनी प्रेरणा बताते रहे हैं। कभी बाबर आजम की तुलना विराट कोहली से होती थी। बाबर आजम अब क्रिकेट के हर फॉर्मेट की रैंकिंग में फिलहाल विराट कोहली से आगे हैं। टी-20 और वनडे में वह दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज हैं।
पिछले दिनों भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कोहली का बचाव किया था। कोहली की आलोचनाओं को लेकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि बाहर क्या कुछ होता है इस पर हम ध्यान नहीं देते। कोहली बड़े बल्लेबाज हैं और हर कोई इस दौर से गुजरता है। वर्ष-2019 के बाद कोहली के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है। 2020 से लेकर अब तक उन्होंने 18 टेस्ट मुकाबले खेले हैं और महज 27.25 के औसत से 872 रन बनाए। वनडे में भी 18 मुकाबलों में उन्होंने 702 रन बनाए हैं और औसत 39 का रहा है। टी-20 में उनके आंकड़े बेहतर जरूर हैं, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं। 24 टी-20 मुकाबलों में उन्होंने 42 की औसत से 675 रन बनाए। 2022 के आईपीएल में भी कोहली फॉर्म से जूझ रहे थे। हालांकि कुछ पारियों में उन्होंने अच्छे खेल का प्रदर्शन दिखाया था।
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:10 AM
अपने खराब फार्म के कारण लगातार आलोचनाएं झेल रहे भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली को पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम का साथ मिला है। विराट कोहली की फॉर्म पर चिंता जताते हुए बाबर आजम ने ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यह वक्त भी गुजर जायेगा, मजबूत बने रहिएगा। अपने ट्वीट के साथ बाबर आजम ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें वह विराट कोहली के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।
विराट कोहली लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। खराब फॉर्म की वजह से उन्हें आलोचनाओं का भी शिकार होना पड़ रहा है। देश में विराट कोहली को लेकर अब इस बात की बहस शुरू हो गई है कि क्या टीम इंडिया के प्लेइंग इलेवन में उनके जगह बनती है या नहीं? इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में भी कुछ खास प्रदर्शन वह नहीं कर सके और महज 16 रन बनाकर आउट हो गए। दूसरे वनडे में कोहली से टीम इंडिया को बहुत ज्यादा जरूरत थी। लेकिन वह कुछ नहीं कर सके। विराट कोहली के आउट ऑफ फॉर्म होने की वजह से टीम इंडिया का मध्यक्रम भी कमजोर नजर आ रहा है। टीम इंडिया के लिए चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि आने वाले दिनों में एशिया कप और टी-20 विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट खेले जाने हैं।
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के फॉर्म को लेकर पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम भी चिंतित नजर आ रहे हैं। विराट कोहली की फॉर्म पर चिंता जताते हुए बाबर आजम ने ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यह वक्त भी गुजर जायेगा, मजबूत बने रहिएगा। अपने ट्वीट के साथ बाबर आजम ने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें वह विराट कोहली के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि बाबर आजम लगातार कोहली को अपनी प्रेरणा बताते रहे हैं। कभी बाबर आजम की तुलना विराट कोहली से होती थी। बाबर आजम अब क्रिकेट के हर फॉर्मेट की रैंकिंग में फिलहाल विराट कोहली से आगे हैं। टी-20 और वनडे में वह दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज हैं।
पिछले दिनों भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कोहली का बचाव किया था। कोहली की आलोचनाओं को लेकर भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि बाहर क्या कुछ होता है इस पर हम ध्यान नहीं देते। कोहली बड़े बल्लेबाज हैं और हर कोई इस दौर से गुजरता है। वर्ष-2019 के बाद कोहली के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है। 2020 से लेकर अब तक उन्होंने 18 टेस्ट मुकाबले खेले हैं और महज 27.25 के औसत से 872 रन बनाए। वनडे में भी 18 मुकाबलों में उन्होंने 702 रन बनाए हैं और औसत 39 का रहा है। टी-20 में उनके आंकड़े बेहतर जरूर हैं, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं। 24 टी-20 मुकाबलों में उन्होंने 42 की औसत से 675 रन बनाए। 2022 के आईपीएल में भी कोहली फॉर्म से जूझ रहे थे। हालांकि कुछ पारियों में उन्होंने अच्छे खेल का प्रदर्शन दिखाया था।