सैय्यद अबु साद
Gulabi Gang: बुंदेलखंड की वीरबाला गुलाबी गैंग की गाथा अब सात समंदर पार भी पहुंच चुकी है। देश के साथ दुनिया मे अपना स्थान बनाने वाला ‘गुलाबी गैंग’ का सामान लंदन के ब्रिटिश म्यूजियम में रखे जाने के बाद अब गैंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष संपत पाल के काम का कायल डेनमार्क भी हो गया है। वहां की मशहूर पेंटिंग डिजाइनर मारिया बांदा आईं हैं। वह संपत पाल के घर पर रुककर उनकी तस्वीर को अपने हाथों से बनाएंगी। इस पर संपत पाल ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हम नारी के उत्थान के लिए काम करते हैं। ऐसे पुरस्कार के साथ सम्मान मिलने से अंदर से सुकून मिलता है।
कौन हैं संपत पाल
संपत पाल मूल रूप से बिसंडा थाना के तैरी गांव की रहने वाली हैं। उनका ससुराल चित्रकूट जिले के एक छोटे से गांव रौली है, जहां से उन्होंने गुलाबी गैंग बनाकर महिलाओं के हक के लिए कई आंदोलन किए। संपत पाल ने बुंदेलखंड क्षेत्र में गुलाबी गैंग के नाम से एक संगठन खड़ा किया, जिसमें आज करीब 21 लाख सक्रिय महिला सदस्य हैं। इस गैंग की लीडर संपत पाल हैं, जिन्होंने एक एक महिलाओं को जोड़कर एक बड़ा संगठन तैयार किया है। गुलाबी गैंग की वेशभूषा भी गुलाबी है।
लंदन के म्यूजियम की बढ़ाएंगी शान
संपत पाल ने बताया कि आज महिलाओं की एकता के दम पर गुलाबी गैंग, देश के प्रमुख संगठनों में पहचान रखता है। गुलाबी गैंग की वेशभूषा एक जोड़ी (जिसमें एक गुलाबी साड़ी और डंडा) को म्यूजियम में रखने की मांग की गई है, जो ब्रिटिश म्यूजियम में रखी जायेगी। बता दें कि म्यूजियम की हेड ने संपत पाल से संपर्क करके उनसे वेशभूषा भेजने की मांग की थी। जिसे संपत पाल ने भिजवा दिया है।
मारिया बनाएंगी संपत की पेंटिंग
संपत पाल ने बताया कि डेनमार्क की रहने वाली मारिया ने उन्हें फोन किया था। मारिया ने उनसे कहा था कि वह बांदा आना चाहती हैं। उनके घर पर रुकना चाहती हैं। साथ ही उनकी जिंदगी के किस्से सुनकर उन्हें तस्वीर में उकेरना चाहती हैं। जिस पर संपत पाल ने अपनी तस्वीर बनाए जाने की रजामंदी दे दी। संपत पाल ने बताया कि मारिया ने मलाला के अलावा उनके पिता की तस्वीर बनाई है। इसके अलावा अन्य महापुरुषों की पेटिंग अपने हाथों से तैयार की है।
फ्रांस की मैग्जीन ने छापी किताब
साल 2011 में अंतरराष्ट्रीय अखबार द गार्जियन ने संपत पाल को दुनिया की 100 प्रभावशाली प्रेरक महिलाओं की सूची में शामिल किया था। इसके बाद कई देश-विदेशी संस्थाओं ने उन पर डॉक्यूमेंट्री फिल्में तक बना डाली। फ्रांस की एक मैग्जीन ओह ने साल 2008 में संपत पाल के जीवन पर आधारित एक पुस्तक भी प्रकाशित की जिसका नाम था ‘मॉय संपत पाल चेफ द गैंग’ रखा गया। इसके अलावा संपत पाल को बिग बॉस में जाने का मौका मिला। बॉलीवुड की एक्टर माधुरी दीक्षित ने संपत पाल पर बनी फिल्म में उनका किरदार निभाया था। संपत पाल को कई बड़े पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
पहचान हाथ में लाठी और गुलाबी साड़ी
बता दें कि बुंदेलखंड के बांदा और चित्रकूट के आसपास के इलाके में गुलाबी गैंग का अपना अलग ही रुतबा हैं। इस गैंग की मुखिया संपत पाल की पहचान हाथ में लाठी और गुलाबी साड़ी है। मऊ थाने में अवैध खनन के आरोप में पकड़े गए मजदूरों को छोड़ने की मांग को लेकर गुलाबी गैंग की महिलाएं तहसील परिसर में धरने पर बैठ गईं थी । पुलिस ने बलप्रयोग किया और इसके बाद गुलाबी गैंग की महिलाओं ने एसडीएम और सीओ को दौड़ा-दौड़ा कर ना सिर्फ पीटा बल्कि उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया। इन घटनाओं के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह ने गुलाबी गैंग को नक्सली संगठन करार दिया था और संपत पाल सहित कई महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था।