Saturday, 18 May 2024

Shri Ram Viral Photo : भगवान राम भी हुए वायरल, AI से निकाली गई भगवान राम की तस्वीर देखिए

Shri Ram Viral Photo :  आज के समय में सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिस पर नई से नई…

Shri Ram Viral Photo : भगवान राम भी हुए वायरल, AI से निकाली गई भगवान राम की तस्वीर देखिए

Shri Ram Viral Photo :  आज के समय में सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिस पर नई से नई और प्राचीन से प्राचीन जानकारियां लोग शेयर करते रहते हैं। ऐसे में इन दिनों मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की युवा अवस्था की एक खूबसूरत तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। श्री राम की जो तस्वीर वायरल हो रही है उसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) से तैयार किया जाना बताया जा रहा है।

Shri Ram Viral Photo

वायरल तस्वीर के साथ कैप्शन में यह भी कहा जा रहा है कि ये तस्वीर उस समय की है जब श्रीराम 21 वर्ष के थे और ऐसे दिखा करते थे। जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं उनमें दो तरह की हैं, एक तो बिल्कुल सामान्य अवस्था में चेहरा दिख रहा है, चेहरे पर गज़ब का तेज और गंभीरता झलक रही है। दूसरी तस्वीर में सौम्य और मुस्कुराता चेहरा है, जो इतना आकर्षक है कि देखने वाला बिना पलक झपकाए देखता ही रह जाए।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर को लोग लगातार शेयर कर रहे हैं, शेयर करने वाले साथ में अलग-अलग कैप्शन भी लिख रहे हैं। किसी ने तस्वीर में दिख रहे भगवान श्री राम को दुनिया का सबसे हैंडसम इंसान बताया है तो किसी ने लिखा कि धरती पर आज तक इतना सुंदर और सौम्य कोई पैदा ही नहीं हुआ है। ये तस्वीर भले ही वायरल हो रही है, लेकिन यह पता नहीं लग पाया है कि इन तस्वीरों को AI के माध्यम से किसने तैयार की है और किस ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।

क्या है आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ?

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस Artificial Intelligence दरअसल मशीनों द्वारा प्रदर्शित की जाने वाली बुद्धिमता है जो आमतौर पर मनुष्य और जानवरों में पाई जाने वाली बुद्धिमता से अलग होती है। पिछले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है और कई ऐसी मशीनें बना ली गई है जो भरपूर सोच विकसित करने की क्षमता रखती है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कंप्यूटर विज्ञान की एक ऐसी शाखा है जिसमें मशीनों में सोचने समझने और निर्णय लेने की क्षमता विकसित की जाती है। मतलब कि मशीनों को इंसानों की तरह सोच समझकर तर्कपूर्ण निर्णय लेने के काबिल बनाया जाता है, और वह भी बिना किसी इंसान की मदद के। अगर सरल भाषा में कहें तो आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मशीनों का दिमाग है, और यह बिना किसी इंसान की मदद के स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकती है।

जैसे इंसान अपने मस्तिष्क से सोचकर किसी समस्या का समाधान ढूंढ़ लेते हैं, वैसे ही आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मदद से मशीनें सवालों का जवाब और समस्याओं को भी हल कर सकती है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता कहा जाता है। जिसका सीधा अर्थ है मानव निर्मित समझ या फिर यूं कहें मानव निर्मित बुद्धिमता। इसकी मदद से मशीनों को समझदार और बुद्धिमान बनाया जाता है ताकि वे स्वचालित रूप में काम कर सके और इंसानों पर निर्भरता कम हो सके। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में दुनिया को सबसे पहले John McCarthy (जॉन मैकॉथी ) से जानकारी मिली थी इसलिए उन्हें फादर ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस भी कहा जाता है 1956 में उन्होंने एक कार्यशाला में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी।

विरोधियों के मुंह पर तमाचा

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से तैयार भगवान श्रीराम की तस्वीर तैयार किया जाना, उन लोगों के मुंह पर भी करारा तमाचा है, जो श्रीरामचरित मानस को काल्पनिक ग्रंथ कहकर इसका विरोध कर रहे हैं। दरअसल, पिछले दिनों रामचरित मानस को लेकर देश में ​काफी मुद्दा गरमाया था। बिहार से शुरु हुआ यह मुद्दा यूपी की राजनीति तक पहुंच गया था। रामचरित मानस ग्रंथ का विरोध करने वाले नेताओं ने तो यहां तक कह दिया था कि इस ग्रंथ को जला देना चाहिए। ऐसे में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस द्वारा तैयार भगवान श्रीराम की युवा अवस्था की यह तस्वीर विरोधियों के मुंह पर तमाचा होने के साथ साथ यह भी साबित करता है कि भगवान श्रीराम थे और उनके चरित को लेकर ही गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना की।

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