Bigg Boss 13 की स्टार, कांटा लगा गर्ल शेफाली जरीवाला का आकस्मिक निधन, फैंस में शोक की लहर

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calendar02 Dec 2025 03:04 AM
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शेफाली जरीवाला का अचानक निधन, इंडस्ट्री में पसरा मातम: ‘कांटा लगा’ गाने से मशहूर हुईं एक्ट्रेस और 'बिग बॉस 13' की कंटेस्टेंट शेफाली जरीवाला का 42 वर्ष की उम्र में अचानक निधन हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 27 जून की रात उन्हें सीने में तेज़ दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उनके पति पराग त्यागी और अन्य परिजनों ने उन्हें मुंबई के अंधेरी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उनकी हालत गंभीर हो चुकी थी और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

परिवार की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं

इस दुखद घटना के बाद अब तक परिवार की ओर से कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में अस्पताल के रिसेप्शनिस्ट द्वारा उनके निधन की पुष्टि की गई है। सोशल मीडिया पर भी उनके चाहने वालों और मनोरंजन जगत की हस्तियों ने दुख जताया है।

सेलेब्स ने सोशल मीडिया पर जताया शोक

शेफाली जरीवाला के आकस्मिक निधन की खबर ने उनके फैंस और सेलेब्स को चौंका दिया है। टीवी एक्टर अली गोनी ने पोस्ट में लिखा, “शेफाली जरीवाला के निधन की खबर सुनकर सदमे में हूं। ज़िंदगी वाकई अनप्रिडिक्टेबल है। रेस्ट इन पीस।” वहीं, राजीव अदातिया ने इसे “बहुत ही शॉकिंग” और “दिल तोड़ देने वाली खबर” बताया।

‘कांटा लगा’ से मिली थी रातों-रात पहचान

शेफाली जरीवाला ने 2002 में आए म्यूजिक वीडियो ‘कांटा लगा’ से देशभर में पहचान बनाई थी। इस गाने ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया था। इसके बाद उन्होंने ‘मुझसे शादी करोगी’ जैसी फिल्मों में भी अभिनय किया और ‘नच बलिए 5’ तथा ‘बिग बॉस 13’ जैसे लोकप्रिय रिएलिटी शोज़ में हिस्सा लिया।

बचपन में झेली थी मिर्गी की बीमारी

कुछ समय पहले दिए एक इंटरव्यू में शेफाली ने बताया था कि बचपन में उन्हें मिर्गी के दौरे पड़ते थे और उनकी हालत काफी गंभीर थी। उन्होंने अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव कर इस बीमारी को काफी हद तक कंट्रोल में रखा था। लेकिन 27 जून की रात आया दिल का दौरा उनके जीवन का आखिरी पल बन गया।

पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार की तैयारी

फिलहाल शेफाली का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और अंतिम संस्कार की तैयारियाँ की जा रही हैं। फैंस को अभी भी उनके निधन पर विश्वास नहीं हो रहा और सोशल मीडिया पर उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी जा रही है। बॉर्डर 2′ से हटे दिलजीत दोसांझ, ‘सरदार जी 3’ में हानिया आमिर को लेना पड़ा भारी!
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राजा की हत्या में उभरा ड्रग कनेक्शन, नार्को टेस्ट को लेकर परिजन अड़े

राजा की हत्या में उभरा ड्रग कनेक्शन, नार्को टेस्ट को लेकर परिजन अड़े
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Jun 2025 01:16 PM
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Raja Raghuvanshi Murder Case :  इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में अब एक और सनसनीखेज मोड़ आ गया है। मृतक राजा के परिजनों ने मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और राज कुशवाह पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि दोनों ड्रग्स के आदी थे और उनकी यह लत इस जघन्य हत्या की अहम वजह हो सकती है। परिजनों ने पुलिस से नार्को टेस्ट कराने की मांग करते हुए कहा है कि मामले की तह तक जाने के लिए निष्पक्ष और कड़ी जांच जरूरी है।

परिजनों ने उठाए गंभीर सवाल

राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इस हत्या के पीछे गहरी साजिश छिपी है और सच को सामने लाना बेहद जरूरी है। उनका दावा है कि सोनम और राज निजी रूप से नजदीक थे और साथ में नशे की दुनिया में भी शामिल थे। विपिन के अनुसार, “राज पहले से ड्रग्स लेता था और धीरे-धीरे सोनम भी उसी की राह पर चलने लगी। दोनों की नशे की आदतें ही इस अपराध की बुनियाद बन सकती हैं।” उन्होंने आगे बताया कि पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों — आनंद और आकाश — ने पुलिस को बयान दिए थे, लेकिन अब वे अपने पुराने बयानों से पलट चुके हैं। विपिन को आशंका है कि सोनम और राज भी इसी तरह बयान बदल सकते हैं, जिससे सच्चाई पर पर्दा पड़ सकता है।

नार्को टेस्ट की मांग तेज

परिवार की ओर से की जा रही नार्को टेस्ट की मांग का मकसद यही है कि आरोपी अपने बयान बदलने की स्थिति में न रहें और जो कुछ हुआ, वह पूरी सच्चाई के साथ सामने आए। विपिन ने यह भी कहा कि पुलिस को सख्ती बरतते हुए थर्ड डिग्री तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि हत्या की गहराई तक छिपी साजिश का पर्दाफाश हो सके। इस हाई-प्रोफाइल केस में अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें सोनम रघुवंशी, राज कुशवाह, विशाल चौहान, आकाश राजपूत, आनंद कुर्मी, फ्लैट मालिक, चौकीदार और एक ब्रोकर शामिल हैं।

फिलहाल पुलिस की जांच जारी है। राजा रघुवंशी के परिवार का कहना है कि जब तक सभी दोषियों को सजा नहीं मिलती और पूरा नेटवर्क बेनकाब नहीं होता, वे चैन से नहीं बैठेंगे। उनका स्पष्ट संदेश है— यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक गहरी आपराधिक साजिश है, जिसे हर हाल में उजागर किया जाना चाहिए।    Raja Raghuvanshi Murder Case

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पुरी रथ यात्रा में भगदड़ जैसी स्थिति, 600 श्रद्धालु घायल

पुरी रथ यात्रा में भगदड़ जैसी स्थिति, 600 श्रद्धालु घायल
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Jun 2025 10:06 AM
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Puri Jagannath Yatra : पुरी में हर साल की तरह इस बार भी महाप्रभु जगन्नाथ रथ यात्रा (Rath Yatra 2025) धूमधाम से निकली, लेकिन इस बार श्रद्धा की इस बड़ी भीड़ के बीच अव्यवस्था और भीषण गर्मी के चलते 600 से ज्यादा श्रद्धालुओं को चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। भगवान बलभद्र के ‘तालध्वज’ रथ को खींचते वक्त एक संकीर्ण मोड़ पर रथ फंस गया जिससे जुलूस की रफ्तार रुक गई। रथ के रुकते ही वहां भारी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिससे धक्का-मुक्की और दम घुटने जैसी स्थिति बन गई। कई श्रद्धालु गर्मी और उमस के कारण बेहोश हो गए। हालांकि गनीमत रही कि हालात पूरी तरह भगदड़ में नहीं बदले, लेकिन अव्यवस्था के चलते दर्जनों लोगों को चोटें आईं और पुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

भीड़ ने तोड़े सुरक्षा घेरे

रथ यात्रा मार्ग के प्रतिबंधित इलाकों में श्रद्धालुओं के घुसने से प्रशासन की तैयारियों को झटका लगा। अधिकारियों के मुताबिक, उम्मीद से कहीं ज्यादा भीड़ उमड़ने से व्यवस्था चरमरा गई और रथों को आगे बढ़ाने में काफी समय लगा। ओडिशा के मंत्री मुकेश महालिंग ने बताया कि, “अत्यधिक गर्मी और उमस की वजह से कुछ श्रद्धालु बेहोश हो गए, जिन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता दी गई।” उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पानी, और ग्लूकोज की व्यवस्था की गई थी। वे खुद अस्पताल जाकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।

रथ यात्रा की गरिमा और परंपरा

रथ यात्रा के दौरान, भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र को पुरी के ऐतिहासिक 12वीं सदी के मंदिर से करीब 2.5 किलोमीटर दूर गुंडिचा मंदिर तक खींचकर ले जाया जाता है। इसे महाप्रभु के भक्तों से मिलने का समय माना जाता है, जब वे स्वयं मंदिर से बाहर निकलते हैं। रथों को उनके पारंपरिक नाम नंदी घोष (भगवान जगन्नाथ), दर्पदलन (देवी सुभद्रा) और तालध्वज (भगवान बलभद्र) से पुकारा जाता है। यात्रा की शुरुआत छेरा पहनरा अनुष्ठान से होती है, जिसमें भोई राजवंश के मुखिया सोने की झाड़ू से रास्ता साफ करते हैं। इस बार भी पूरी परंपरा विधिवत निभाई गई।

भारी सुरक्षा और आधुनिक निगरानी

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुरी में करीब 10,000 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। इसके अलावा, CAPF की आठ कंपनियां, और AI-सक्षम 275 CCTV कैमरे भी निगरानी के लिए लगाए गए थे। ओडिशा के डीजीपी वाई. बी. खुरानिया ने बताया कि रथ यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए हर स्तर पर तैयारियां की गई थीं। इस बार की रथ यात्रा ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि भक्ति का ज्वार जब उमड़ता है, तो प्रशासन को भी बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है। राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन प्रशासन और आयोजन समितियों को आगे के लिए भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की जरूरत है।

शुरू हुई भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, भक्तों का उमड़ा जनसैलाब

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