फिल्मी दुनिया से राजनीति तक, हर ओर धर्मेंद्र के लिए शोक संदेश

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और ‘ही-मैन’ के नाम से मशहूर धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पूरे फिल्म जगत, राजनीतिक नेतृत्व और लाखों प्रशंसकों में शोक की लहर दौड़ गई।

Dharmendra condolence message politics
धर्मेंद्र शोक संदेश फिल्मी दुनिया से राजनीति तक (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar24 Nov 2025 04:40 PM
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बता दें कि बॉलीवुड मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र निधन की खबर मिलते ही फिल्म इंडस्ट्री से लेकर राजनीतिक नेतृत्व और उनके लाखों प्रशंसकों में गहरा दुःख छा गया। धर्मेंद्र की फिल्मों, उनके अभिनय और सादगी भरे व्यक्तित्व ने उन्हें पूरे देश में अमर बना दिया था।

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा— “एक युग का अंत”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर धर्मेंद्र को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा है कि “धर्मेंद्र जी के जाने से इंडियन सिनेमा में एक युग का अंत हो गया है। वह एक आइकॉनिक फिल्म पर्सनैलिटी थे… सादगी, विनम्रता और प्यार के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।” PM मोदी ने उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बताया ‘अपूरणीय क्षति’

राष्ट्रपति मुर्मु ने धर्मेंद्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि वरिष्ठ अभिनेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है… उन्होंने दशकों तक कई यादगार प्रस्तुतियां दीं।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा— छह दशकों तक लोगों के दिलों पर राज किया

गृह मंत्री अमित शाह ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि धर्मेंद्र जी का निधन भारतीय सिनेमा जगत के लिए बड़ी क्षति है। एक सामान्य परिवार से आकर उन्होंने फिल्म जगत में अपनी अलग पहचान बनाई और 6 दशकों तक लोगों के दिलों को छुआ।

धर्मेंद्र के निधन पर CM योगी आदित्यनाथ ने व्यक्त किया गहरा शोक

बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए लिखा है कि लोकप्रिय फिल्म अभिनेता श्री धर्मेंद्र जी का निधन अत्यंत दुःखद एवं कला व फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति तथा शोकाकुल परिजनों एवं उनके प्रशंसकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दी श्रद्धांजलि

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने इसे भारतीय सिनेमा के लिए “बहुमूल्य सितारे” के खोने जैसा बताया। उन्होंने कहा कि पद्मभूषण सम्मानित धर्मेंद्र ने अपने अभिनय और सादगी से लोगों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी।

राहुल गांधी ने कहा— ‘अपूरणीय क्षति’

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी धर्मेंद्र के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा कि सिनेमा में लगभग सात दशकों का उनका योगदान हमेशा सम्मान और मोहब्बत के साथ याद किया जाएगा।

शरद पवार ने कहा— एक पीढ़ी उनके चार्म की दीवानी थी

एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने भी भावुक पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र ने आम लोगों की कहानियों को बड़े पर्दे पर जीवन दिया और “शोले” के वीरू के रूप में आज भी करोड़ों दिलों में बसे हैं।

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स्टार नहीं, एक युग थे धर्मेंद्र,पीछे छोड़ गए यादों की अमर फिल्मी दुनिया

इस फिल्म के बाद उनके भारी-भरकम व्यक्तित्व, रौबदार स्क्रीन प्रेज़ेंस और बेधड़क अंदाज ने उन्हें हिंदी सिनेमा का सबसे भरोसेमंद एक्शन हीरो बना दिया। यहीं से शुरू हुआ वो सफर, जिसने आगे चलकर उन्हें भारतीय सिनेमा का असली ‘ही-मैन’ बना दिया।

अलविदा धर्मेंद्र
अलविदा धर्मेंद्र
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar24 Nov 2025 03:59 PM
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हिंदी सिनेमा के महानायक और ‘ही-मैन ऑफ बॉलीवुड’ कहे जाने वाले धर्मेंद्र का 24 नवंबर 2025 को मुंबई स्थित उनके आवास पर 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। हिंदी सिनेमा के ‘ही-मैन’ के रूप में पहचाने जाने वाले धर्मेंद्र ने छह दशकों से ज्यादा लंबे सफर में ‘शोले’, ‘फूल और पत्थर’ और ‘चुपके चुपके’ जैसी अनगिनत यादगार फिल्मों के जरिए अपने अभिनय का जादू घर–घर तक पहुंचाया। उनके जाने से फिल्म इंडस्ट्री ने न सिर्फ एक महान कलाकार, बल्कि करुणा, सादगी और बेफिक्र अदाओं से सजे उस व्यक्तित्व को खो दिया है, जिसकी सिनेमाई विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणा बनकर जिंदा रहेगी।

बचपन से ‘स्टार’ बनने तक का सफर

8 दिसंबर 1935 को पंजाब के नसराली गांव में जन्मे धर्मेंद्र सिंह देओल बचपन से ही रुपहले परदे के सपने संजोए हुए थे। साधारण से पले-बढ़े ‘धरम’ ने लंबा संघर्ष करते हुए 1960 में फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे’ के साथ बॉलीवुड में कदम रखा, लेकिन असली स्टारडम ने उनका हाथ 1966 में ‘फूल और पत्थर’ के जरिए मिली। इस फिल्म के बाद उनके भारी-भरकम व्यक्तित्व, रौबदार स्क्रीन प्रेज़ेंस और बेधड़क अंदाज ने उन्हें हिंदी सिनेमा का सबसे भरोसेमंद एक्शन हीरो बना दिया। यहीं से शुरू हुआ वो सफर, जिसने आगे चलकर उन्हें भारतीय सिनेमा का असली ‘ही-मैन’ बना दिया।

करियर की ऊंचाइयाँ और यादगार किरदार

करीब छह दशक लंबे सफर में धर्मेंद्र ने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और हर तरह के किरदार में खुद को साबित किया। गहन भावनाओं से भरे गंभीर ड्रामे हों या हल्की-फुल्की कॉमेडी, देहाती मासूमियत वाले रोल हों या दबंग एक्शन हीरो का अंदाज धर्मेंद्र हर फ्रेम में अलग चमक के साथ दिखाई दिए। ‘शोले’ (1975) में मस्तीभरे, जांबाज़ वीरू के रूप में उनका चरित्र हिंदी सिनेमा के इतिहास में अमर हो चुका है। बसंती के साथ उनकी नोकझोंक, दोस्ती पर टिकी उनकी संवेदनशीलता और अमिताभ बच्चन के साथ उनकी झलकती केमिस्ट्री ने उन्हें दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए बसा दिया। ‘फूल और पत्थर’ (1966) में सोने के दिल वाले कठोर दिखने वाले अपराधी की भूमिका ने उन्हें पहली बार बड़े स्तर पर आलोचकों की सराहना और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फिल्मफेयर नामांकन दिलाया। वहीं ‘चुपके चुपके’ (1975) में उनकी बेमिसाल कॉमिक टाइमिंग ने साबित किया कि धर्मेंद्र सिर्फ एक्शन स्टार नहीं, बल्कि शालीन हास्य के भी उस्ताद हैं। उनकी समृद्ध फिल्मोग्राफी में ‘सत्यकाम’ (1969), ‘यादों की बारात’ (1973), ‘धरम वीर’ (1977) और ‘द बर्निंग ट्रेन’ (1980) जैसी कई क्लासिक फिल्में शामिल हैं। स्क्रीन पर उनका व्यक्तित्व सिर्फ ताकत और ठसक तक सीमित नहीं था; अपने किरदारों में वे जो संवेदनशीलता, गहराई और अपनापन घोल देते थे, उसी ने उन्हें कई पीढ़ियों के दर्शकों के दिलों में एक स्थायी जगह दे दी।

पुरस्कार, सम्मान और निर्माता के रूप में पहचान

भारतीय सिनेमा में धर्मेंद्र के योगदान को न सिर्फ दर्शकों ने, बल्कि इंडस्ट्री ने भी खुले दिल से स्वीकार किया। अपने समय के सबसे लोकप्रिय सितारों में शुमार रहे धर्मेंद्र को कई बड़े सम्मान मिले। 1997 में उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया, जो हिंदी फ़िल्म जगत पर उनके गहरे प्रभाव की औपचारिक मान्यता थी। इसके बाद 2012 में भारत सरकार ने उन्हें देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया, जिससे यह दर्ज हो गया कि धर्मेंद्र का नाम सिर्फ बॉलीवुड तक सीमित नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गौरव की सूची में भी दर्ज है। सिर्फ परदे पर ही नहीं, परदे के पीछे भी धर्मेंद्र ने अपनी पहचान मजबूत की। अपने होम प्रोडक्शन विजयता फ़िल्म्स के ज़रिए उन्होंने निर्माण क्षेत्र में कदम रखा और ‘घायल’ (1990) जैसी यादगार फ़िल्म दी, जिसने उनके बेटे सनी देओल के करियर को नई ऊंचाई दी और कई अवॉर्ड्स अपने नाम किए। निजी ज़िंदगी की बात करें तो धर्मेंद्र का जीवन हमेशा सुर्खियों में रहा। 1954 में उनकी पहली शादी प्रकाश कौर से हुई, जिनसे उन्हें चार संतानें हैं, जिनमें अभिनेता सनी देओल और बॉबी देओल भी शामिल हैं। बाद में 1980 में उन्होंने ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी से विवाह किया, जिनसे उनकी दो बेटियां ईशा और अहाना देओल हैं। हेमा मालिनी के साथ उनकी जोड़ी को हिंदी सिनेमा की सबसे यादगार और चर्चित जोड़ियों में गिना जाता है। बावजूद इसके कि वे सुपरस्टार थे, व्यवहार में धर्मेंद्र हमेशा बेहद सादगीभरे, मिलनसार और ज़मीन से जुड़े इंसान माने गए। आख़िरी वर्षों में उनका स्वास्थ्य जरूर परिवार और प्रशंसकों के लिए चिंता का विषय बना रहा। बढ़ती उम्र और कई गंभीर बीमारियों के कारण वे समय–समय पर अस्पताल में भर्ती भी रहे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने खुद को अपने चाहने वालों से कभी दूर नहीं होने दिया।

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सनी देओल ने किया धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार, बॉलीवुड सितारे श्मशान घाट पहुंचे

धर्मेंद्र का आज निधन हो गया। सनी देओल ने भावुक माहौल में पिता का अंतिम संस्कार किया। अमिताभ बच्चन, आमिर खान सहित कई बॉलीवुड सितारे श्मशान घाट पहुंचे। करण जौहर ने लिखा दिल छू लेने वाला संदेश। पढ़ें पूरी खबर।

धर्मेंद्र अंतिम यात्रा
धर्मेंद्र अंतिम यात्रा
locationभारत
userसुप्रिया श्रीवास्तव
calendar01 Dec 2025 12:47 PM
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धर्मेंद्र के निधन से बॉलीवुड में छाया शोक

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का आज निधन हो गया। लंबे समय से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी और घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। कुछ दिन पहले उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनकी स्थिति बेहद नाजुक बताई गई थी। 10 नवंबर को उनकी तबीयत और बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर किए जाने की खबर भी सामने आई थी। हालांकि बाद में उनकी पत्नी हेमा मालिनी, बेटी ईशा देओल और बेटे सनी देओल ने बयान जारी कर उनकी तबीयत में सुधार होने का आश्वासन दिया था। लेकिन आज सुबह महान अभिनेता ने अंतिम सांस ली, जिससे पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई।

सनी देओल ने पिता को दी अंतिम विदाई

मुंबई के श्मशान घाट में भावुक माहौल के बीच सनी देओल ने अपने पिता धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार किया। नम आँखों और टूटते दिल के साथ सनी ने अंतिम रस्में निभाईं। परिवार के बाकी सदस्य भी इस दौरान मौजूद रहे। जैसे ही धर्मेंद्र की अंतिम यात्रा निकली, फैंस और परिचितों की भारी भीड़ उन्हें अंतिम बार देखने के लिए पहुंच गई।

अमिताभ बच्चन और आमिर खान समेत कई सितारे पहुंचे

धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार में बॉलीवुड जगत के कई बड़े सितारे पहुंचे। अमिताभ बच्चन, आमिर खान सहित कई सेलेब्रिटीज़ श्मशान घाट पर अभिनेता को आखिरी विदाई देने पहुंचे। फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें एक ऐसे सुपरस्टार के रूप में याद किया जाता है, जो न सिर्फ अपने शानदार अभिनय के लिए बल्कि अपनी मिलनसार और सादगीभरी प्रकृति के लिए भी मशहूर रहे।

करण जौहर हुए भावुक, लिखा दिल छू लेने वाला संदेश

निर्देशक करण जौहर ने सोशल मीडिया पर धर्मेंद्र की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि यह एक युग का अंत है। उन्होंने धर्मेंद्र को भारतीय सिनेमा का लीजेंड बताते हुए कहा कि वह बेहद विनम्र और दिल से अच्छे इंसान थे। करण का संदेश पढ़कर फिल्म जगत के कई लोग भावुक हो गए।

जन्मदिन से सिर्फ कुछ दिन पहले दुनिया को कहा अलविदा

धर्मेंद्र 8 दिसंबर को अपना 90वां जन्मदिन मनाने वाले थे। परिवार में उनके बर्थडे सेलिब्रेशन की तैयारी भी शुरू हो चुकी थी, लेकिन जन्मदिन से महज 14 दिन पहले उन्होंने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया। फैंस सोशल मीडिया पर लगातार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनकी फिल्मों के यादगार पलों को साझा कर रहे हैं।

धर्मेंद्र की आखिरी फिल्मों का सफर

वर्कफ्रंट की बात करें तो धर्मेंद्र हाल ही में कृति सेनन और शाहिद कपूर की फिल्म तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया में नजर आए थे। उनकी आने वाली फिल्म इक्कीस भी जल्द ही रिलीज़ होने वाली है, जिसमें वह अगस्त्य नंदा के पिता की भूमिका में दिखेंगे। यह फिल्म 25 दिसंबर 2025 को थिएटर्स में रिलीज़ की जाएगी।