नारी गरिमा और आत्मनिर्भरता की दिशा में उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक कदम




UP News : उत्तर प्रदेश सरकार नेश्रावण मास में शुरू होने वाली पवित्र कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासनिक मशीनरी को पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय कर दिया है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से कांवड़ यात्रा मार्ग का हवाई निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को सख्त हिदायतें दीं कि यात्रा में किसी भी प्रकार की बाधा या अव्यवस्था को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि इस धार्मिक यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की आस्था, सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर स्वच्छता, बिजली, प्रकाश व्यवस्था, टेंट, खाद्य सामग्री और चिकित्सा जैसी तमाम सुविधाएं उच्चतम मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की जाएं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्रा की पवित्रता और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने दो टूक लहजे में कहा कि यात्रा के दौरान कोई व्यक्ति यदि जानबूझकर अव्यवस्था फैलाने, श्रद्धालुओं को बाधित करने या खाद्य पदार्थों को दूषित करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देशित किया कि संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए और कानून व्यवस्था की स्थिति पर निरंतर नजर रखी जाए।
उन्होंने कहा कि हर स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं की यात्रा निर्बाध, सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विश्राम स्थलों की पर्याप्त संख्या और उनमें स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ प्रबंधन की मुकम्मल योजना तैयार हो और कहीं भी अव्यवस्था की आशंका न रहने पाए। UP News
UP News : उत्तर प्रदेश सरकार नेश्रावण मास में शुरू होने वाली पवित्र कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासनिक मशीनरी को पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय कर दिया है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से कांवड़ यात्रा मार्ग का हवाई निरीक्षण कर तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को सख्त हिदायतें दीं कि यात्रा में किसी भी प्रकार की बाधा या अव्यवस्था को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि इस धार्मिक यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की आस्था, सुरक्षा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा मार्ग पर स्वच्छता, बिजली, प्रकाश व्यवस्था, टेंट, खाद्य सामग्री और चिकित्सा जैसी तमाम सुविधाएं उच्चतम मानकों के अनुरूप सुनिश्चित की जाएं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांवड़ यात्रा की पवित्रता और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने दो टूक लहजे में कहा कि यात्रा के दौरान कोई व्यक्ति यदि जानबूझकर अव्यवस्था फैलाने, श्रद्धालुओं को बाधित करने या खाद्य पदार्थों को दूषित करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देशित किया कि संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए और कानून व्यवस्था की स्थिति पर निरंतर नजर रखी जाए।
उन्होंने कहा कि हर स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि श्रद्धालुओं की यात्रा निर्बाध, सुरक्षित और सुव्यवस्थित हो। योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विश्राम स्थलों की पर्याप्त संख्या और उनमें स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि भीड़ प्रबंधन की मुकम्मल योजना तैयार हो और कहीं भी अव्यवस्था की आशंका न रहने पाए। UP News

प्रशासनिक जांच के दौरान खुलासा हुआ कि यह आलीशान कोठी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। उतरौला कोतवाली क्षेत्र के मधपुर गांव में स्थित यह निर्माण गाटा संख्या 337/370 की भूमि पर अतिक्रमण कर खड़ा किया गया था। रिकॉर्ड के अनुसार, यह जमीन नीतू उर्फ नसरीन के नाम दर्ज है, जिसे छांगुर बाबा की करीबी सहयोगी माना जाता है।
सूत्रों के अनुसार, यह कोठी छांगुर बाबा की संदिग्ध गतिविधियों का प्रमुख केंद्र थी। वह यहीं पर अपने सहयोगियों नवीन रोहरा और नीतू रोहरा के साथ रहा करता था। बताया जा रहा है कि करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से बनी यह कोठी तीन बीघा में फैली हुई थी। प्रशासन ने पहले ही इस अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया था। सोमवार को जमीन की पैमाइश होनी थी, लेकिन छांगुर बाबा के परिजनों के विरोध के चलते यह प्रक्रिया अधूरी रह गई थी।
इसके बाद मंगलवार सुबह जिला प्रशासन की टीम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मौके पर पहुंची और अवैध ढांचे को गिरा दिया गया। कार्रवाई के दौरान कोठी के मुख्य गेट पर ताला बंद था, लेकिन पुलिस बल ने पूरे परिसर को सुरक्षित करते हुए बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया। किसी भी संभावित विरोध या तनाव को देखते हुए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। UP News
प्रशासनिक जांच के दौरान खुलासा हुआ कि यह आलीशान कोठी सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। उतरौला कोतवाली क्षेत्र के मधपुर गांव में स्थित यह निर्माण गाटा संख्या 337/370 की भूमि पर अतिक्रमण कर खड़ा किया गया था। रिकॉर्ड के अनुसार, यह जमीन नीतू उर्फ नसरीन के नाम दर्ज है, जिसे छांगुर बाबा की करीबी सहयोगी माना जाता है।
सूत्रों के अनुसार, यह कोठी छांगुर बाबा की संदिग्ध गतिविधियों का प्रमुख केंद्र थी। वह यहीं पर अपने सहयोगियों नवीन रोहरा और नीतू रोहरा के साथ रहा करता था। बताया जा रहा है कि करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से बनी यह कोठी तीन बीघा में फैली हुई थी। प्रशासन ने पहले ही इस अवैध निर्माण को लेकर नोटिस जारी किया था। सोमवार को जमीन की पैमाइश होनी थी, लेकिन छांगुर बाबा के परिजनों के विरोध के चलते यह प्रक्रिया अधूरी रह गई थी।
इसके बाद मंगलवार सुबह जिला प्रशासन की टीम कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मौके पर पहुंची और अवैध ढांचे को गिरा दिया गया। कार्रवाई के दौरान कोठी के मुख्य गेट पर ताला बंद था, लेकिन पुलिस बल ने पूरे परिसर को सुरक्षित करते हुए बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया। किसी भी संभावित विरोध या तनाव को देखते हुए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। UP News